प्लाटों की अदला-बदली के खेल में नियम दरकिनार

प्लाटों की अदला-बदली के खेल में नियम दरकिनार

डिजिटल डेस्क, कटनी। चार दशक में भले ही ट्रांसपोर्ट नगर आबाद नहीं हो सका हो और यह बीमार पड़ा हो, पर प्लाटों की अदला-बदली में कर्मचारियों ने अपनी सेहत सुधारने का काम किया। यह जानकार आपको हैरानी होगी कि शुरुआती दौर में राशि देने के बाद, जब कुछ लोगों ने अलग-अलग कारणों से यहां पर भू-खण्ड लेने में इच्छा नहीं जताई तो इस मामले में यहां के कर्मचारियों ने बगैर किसी सूचना के ही प्लाटों की अदला-बदली कर दी, जबकि नियमानुसार इसकी सूचना प्रकाशित की जानी थी। जिसके बाद ही प्लाटों को वापस करते हुए अन्य को प्लाट दिया जाना था।

फोन पर ही चलता रहा काम

सबसे बड़ी बात यह रही कि यह सब काम फोन पर ही चलता रहा। यहां तक की अधिकारियों को भी इसकी भनक नहीं लगने दी। कांग्रेस शासन काल के पहले ट्रांसपोर्ट नगर तो ठंडे बस्ते में चला गया था। उस समय कर्मचारियों ने जमकर फायदा उठाया, चाहे निर्माण कार्य को लेकर हो, या फिर यहां पर भू-खण्ड के बिक्री की बात हो। पूरा का पूरा काम गिने-चुने लोगों के बीच ही चलता रहा।

लोगों में पनपते जा रहा आक्रोश

बैठकों और निरीक्षण में सीमित ट्रांसपोर्ट नगर की कार्यवाही में सुस्त गति को देखते हुए लोगों में आक्रोश पनपते जा रहा है। लोगों का कहना है कि बेहतर हो कि अब तक जो व्यापारी यहां पर कार्यालय के लिए निर्माण कार्य शुरु नहीं कर सके हैं। उनके प्लाटों का आवंटन निरस्त करते हुए अन्य लोगों को शासकीय नियमानुसार भूखण्ड आवंटित करने पर नगर सरकार आगे बढ़े।

ड्राइंग-डिजाइन से खुलेगा पोल

नगर निगम में इस बात की चर्चा होने लगी है कि यदि ट्रांसपोर्ट नगर के ड्राइंग-डिजाइन को सार्वजनिक रुप से प्रकाशित किया जाता है तो इससे अफसरों के कारनामों की पोल खुलेगी। लोगों ने कहा जिस तरह से आईएचएसडीपी के ड्राइंग डिजाइन को फ्लेक्स में लगाते हुए आम लोगों के लिए सार्वजनिक की गई थी। उसी तरह की जरुरत ट्रांसपोर्ट नगर मे ही है। जिससे लोगों को यह पता चल सके कि उक्त जगह पर किस-किस व्यापारी को प्लाट आवंटित किया गया है। इसके साथ ही अन्य कार्यों के लिए जो प्लाट छोड़े गए हैं। उसकी वर्तमान स्थिति क्या है।

Created On :   18 May 2023 4:15 PM IST

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