युवक काे लगा करंट: एम्बुलेंस नहीं मिली तो खटिया में लेकर रोड तक पहुँचे ग्रामीण

एम्बुलेंस नहीं मिली तो खटिया में लेकर रोड तक पहुँचे ग्रामीण
  • शहपुरा तहसील अंतर्गत ग्राम सालीवाड़ा के बिरहोला टोला में सामने आया मामला
  • अंतत: युवक की मौत, व्यवस्था पर उठे सवाल
  • यह मामला सोशल मीडिया के माध्यम से संज्ञान में आया है।

डिजिटल डेस्क,जबलपुर। गाँव के एक युवक को करंट लग गया... कॉल करने पर भी जब एम्बुलेंस नहीं आई तो ग्रामीणों ने युवक को हाथों से उठाया और समय पर इलाज कराने की मंशा से खेतों के रास्ते करीब आधा किलोमीटर तक दौड़े।

जब हिम्मत जवाब देने लगी तो ग्रामीण युवाओं ने उस युवक को एक खटिया यानी खाट पर लिटाया और खाट को कांधे पर रखकर करीब आधा किलोमीटर पैदल चलते हुए मुख्य मार्ग तक पहुँचे। फिर वहाँ से एक पिकअप वाहन पर उसे लेकर मेडिकल कॉलेज लेकर पहुँचे, जहाँ चिकित्सकों ने युवक को मृत घोषित कर दिया। घटना बरगी विधानसभा क्षेत्र के शहपुरा तहसील अंतर्गत ग्राम सालीवाड़ा के बिरहोला टोला की है।

इस घटना ने व्यवस्था पर कई सवाल खड़े किए हैं। ग्रामीणों का कहना था कि यदि तत्काल एम्बुलेंस पहुँच जाती और युवक को समय पर इलाज मिल जाता तो उसकी जान बच सकती थी। घटना का वीडियो वायरल होने के बाद यह मामला गरमा गया है।

बताया गया है कि ग्राम सालीवाड़ा के बिरहोला टोला में रहने वाला 36 वर्षीय मचल गोंड शुक्रवार को घर में बिजली का उपकरण सुधार रहा था। उसी दौरान उसे करंट लग गया। ग्रामीणों ने 108 को सूचना दी पर बोला गया कि एक घंटे बाद मिलेगी।

विलम्ब होते देखे गाँव के लोगों ने मचल को हाथों से उठाया और उसे लेकर करीब आधा किलोमीटर तक दौड़े। बाद में रास्ते में एक घर से उन्होंने खटिया ली। इसके बाद घायल को खटिया पर लेकर सड़क तक आए। इसके बाद जैसे-तैसे वे पिकअप वाहन में घायल को लेकर मेडिकल अस्पताल पहुँचे लेकिन तब तक देर हो चुकी थी। परीक्षण के बाद चिकित्सकों ने युवक को मृत घोषित कर दिया।

पत्नी भी हुई घायल

बताया गया है कि घटना के बाद पत्नी ने मचल गोंड को बचाने का प्रयास किया। इस दौरान उसे भी करंट लग गया। वह घायल है और उसका उपचार अस्पताल में चल रहा है। मेडिकल कॉलेज के डीन डॉ. अरविंद शर्मा ने बताया कि शुक्रवार शाम 4:40 बजे मचल गोंड को अस्पताल लाया गया। चिकित्सकों ने जाँच की तो पता चला कि अस्पताल पहुँचने से पहले ही युवक की मौत हो चुकी थी।

गाँव तक पहुँचने की सड़क ही नहीं

मृतक के भाई पवन गोंड ने कहा अगर हमारे गाँव तक सड़क होती तो भाई जिंदा होता। मचल सिंह के तीन बच्चे हैं। गाँव के उपसरपंच राम किशोरी चौधरी का कहना है कि 2 हजार लोगों की आबादी वाली सालीवाड़ा पंचायत में मैली, जमुनिया, पिंडरई और बिरहोला गाँव है।

पंचायत के हर गाँव तक पहुँचने की व्यवस्था है लेकिन बिरहोला तक पहुँचने के लिए सड़क नहीं है। तेज बारिश हो जाए तो नाला आ जाता है, ऐसे में बिरहोला गाँव के लोग फँसकर रह जाते हैं।

गड़बड़ी मिलने पर होगी कार्रवाई

यह मामला सोशल मीडिया के माध्यम से संज्ञान में आया है। पता किया जा रहा है। 108 एम्बुलेंस नहीं मिली है तो जानकारी ली जाएगी। गड़बड़ी मिलने पर कार्रवाई की जाएगी।

- डॉ. संजय मिश्रा, सीएमएचओ

Created On :   13 Aug 2024 5:19 PM IST

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