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जबलपुर: गार्डनों में फूलों की जगह लहरा रही घास बढ़ गया जहरीले जीव-जन्तुओं का खतरा
डिजिटल डेस्क,जबलपुर।
बारिश के बाद एक बार फिर शहर के गार्डनों में बड़ी-बड़ी घास हो गई है। इससे गार्डन में आने वाले लोगों को जहरीले जीव-जन्तुओं का खतरा सताने लगा है। इसके कारण ज्यादातर लोगों ने गार्डन में जाना ही बंद कर दिया है। इसके बाद भी नगर निगम का उद्यान विभाग गार्डनों की साफ-सफाई नहीं करा रहा है। लोगों का कहना है कि निगम की यह बड़ी लापरवाही है। उद्यानों में लगी घास को काटा जाना चाहिए और यहाँ नियमित सफाई होनी चाहिए। क्षेत्रीय नागरिकों का कहना है कि शहर की प्राइम लोकेशन में स्थित मनमोहन नगर गार्डन में सुबह और शाम के समय बड़ी संख्या में लोग आया करते थे। बारिश के दौरान बड़ी-बड़ी घास हो गई है। इससे गार्डन में मच्छरों का प्रकोप बढ़ रहा है। इसके साथ ही घास बड़ी होने से जहरीले जीव-जन्तुओं का भी खतरा बढ़ने लगा है। हालत यह है कि गार्डन का फव्वारा महीनों से बंद पड़ा है। फव्वारे के टैंक में लंबे समय से पानी भरा हुआ है, जिसमें मच्छर पनप रहे हैं। इसके कारण लोगों ने गार्डन में आना बंद कर दिया है। क्षेत्रीय लोगों ने कई बार नगर निगम के उद्यान विभाग के अधिकारियों को घास काटने के लिए आवेदन दिया, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं की गई। यहीं स्थिति दया नगर पार्क की भी है। यहाँ पर भी गार्डन में घास बड़ी-बड़ी हो गई है। लोग अब गार्डन में आने से डरने लगे हैं।
भँवरताल पार्क में पनप रहे मच्छर
भँवरताल पार्क में बनाए गए फव्वारों में लंबे समय से पानी जमा हुआ है। इसके कारण पानी में मच्छर के लार्वा पनप रहे हैं। भँवरताल पार्क में नियमित रूप से जाने वालों का कहना है कि शहर में इस समय डेंगू का प्रकोप चल रहा है। ऐसे में पार्क में जाने वालों को डेंगू होने का खतरा बढ़ गया है। उद्यान विभाग को फव्वारों में जमे पानी पर कीटनाशक का छिड़काव कराना चाहिए, ताकि लोगों की सुरक्षा सुनिश्चित हो सके।
शहर के गार्डनों की साफ-सफाई और घास काटने का काम शुरू कर दिया गया है। इस काम में दो टीमों को लगाया गया है। 15 दिन में शहर के सभी गार्डनों में साफ-सफाई का काम पूरा कर लिया जाएगा।
आदित्य शुक्ला, कार्यपालन यंत्री, उद्यान विभाग
नगर निगम सीमा क्षेत्र में हैं 224 गार्डन
नगर निगम सीमा क्षेत्र में 224 गार्डन हैं। भँवरताल पार्क, सिविक सेंटर पार्क और नेहरू उद्यान को छोड़कर किसी भी गार्डन में नियमित रूप से रख-रखाव नहीं किया जाता है। शहर के ज्यादातर गार्डनों में बारिश के बाद बड़ी-बड़ी घास हो गई है। इसके बाद भी साफ-सफाई नहीं की जा रही है। इससे यहाँ पर अब लोग आने से कतराने लगे हैं। जानकारों का कहना है कि उद्यान विभाग द्वारा कागजों पर शहर के सभी 224 गार्डनों की साफ-सफाई कराई जा रही है, जबकि हकीकत में कुछ भी नहीं हो रहा है।
Created On :   28 Sept 2023 3:08 PM IST