Jabalpur News: एसी कोच में भी आ जाते है वेंडर, सुरक्षा कर्मी रहते हैं नदारद

एसी कोच में भी आ जाते है वेंडर, सुरक्षा कर्मी रहते हैं नदारद
आरपीएफ का स्टाफ और वरिष्ठ अधिकारी मिलना तो दूर, ये फोन तक नहीं उठाते

Jabalpur News । रेलवे में यात्रियों की सुरक्षा को लेकर रेलवे प्रोटेक्शन फोर्स (आरपीएफ) तैनात की जाती है, जिसका काम रेलवे की संपत्ति के अलावा यात्रियों की सुरक्षा है। ऐसा नहीं है कि आरपीएफ की तैनाती नहीं की जा रही, हर ट्रेन में आरपीएफ कर्मचारी तैनात रहते हैं। इसके बाद भी जबलपुर मंडल के विभिन्न स्टेशनों के तहत दो माह में करीब डेढ़ सौ से अधिक यात्रियों ने सुरक्षा काे लेकर गुहार लगाई है। हालांकि काफी मामलों में यात्रियों को राहत तो मिली है, मगर कुछ ऐसे मामले भी हैं, जिनमें परेशानी होने के बाद आरपीएफ टीम मौके पर नहीं पहुंची। यात्री सुरक्षा को लेकर खिलवाड़ के मामले में ऐसी शिकायतों की भी संख्या बढ़ी है, जिसमें यात्रियों ने कहा कि एसी कोच में बेवजह वेंडर आ जाते हैं। एसी कोच का सफर सबसे सुरक्षित माना जाता है फिर भी जब चाहे तब बिना पहचान वाले वेंडर आ धमकते हैं। जब तक इनकी शिकायत करो, तब तक ये गायब हो जाते हैं। होना यह चाहिए कि आरपीएफ इन पर पहले से ही नजर रखे। मगर हालात यहां विपरीत हैं। आरपीएफ का स्टाफ और वरिष्ठ अधिकारी मिलना तो दूर, ये फोन तक नहीं उठाते।

गौरतलब है कि पिछले दो माह में शिकायतों के आंकड़ाें में यह बात सामने आई है कि सबसे ज्यादा दाे दर्जन पैसेंजर मिसिंग हैं। वहीं यात्रियों से अभद्रता की पांच तो उपद्रव की आधा दर्जन शिकायतों में मदद मांगी गई है। इन शिकायतों की विस्तृत कार्रवाई जानने जब कमांडेंट मुनव्वर खान से संपर्क किया गया तो संपर्क नहीं हो सका।

इस तरह की शिकायतों में मांगी मदद

प्रकरण एक-

एक फरवरी को पमरे से गुजरने वाली ट्रेन अहमदाबाद एक्सप्रेस के एसी कोच में सफर कर रहे यात्री ने शिकायत की कि मना करने के बाद भी बार-बार वेंडरों की आवाजाही होती रही, इन्हें रोकने सुरक्षा कर्मी नहीं रहे।

प्रकरण दो-

गाड़ी संख्या 22189 जबलपुर-रीवा इंटरसिटी एक्सप्रेस के बी-1 कोच की बर्थ नंबर 52 में सफर करने वाले यात्री ने रेल मदद में एक अन्य व्यक्ति द्वारा अभद्रता करने की शिकायत की, मगर सुनवाई नहीं हुई।

प्रकरण तीन-

गाड़ी संख्या 12149 पुणे-दानापुर एक्सप्रेस में सफर करने वाले एक यात्री का बीच रास्ते में बैग चोरी हो गया। इसकी शिकायत उसने टीसी के साथ ही रेल मदद में भी की मगर कोई सुनवाई नहीं हो सकी। कोच में कोई सुरक्षा कर्मी भी तैनात नहीं था।

Created On :   2 March 2025 9:35 PM IST

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