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जबलपुर: किराए पर लिए लग्जरी वाहनों को बेच देते थे दूसरे प्रदेशों में
- अंतरराज्यीय गिरोह के फरार आरोपी को पुलिस ने दबोचा, तीन की पहले हो चुकी है गिरफ्तारी
- पुलिस आरोपी से पूछताछ कर अन्य वाहनों के बारे में भी पता लगा रही है।
- शिकायत की जाँच के आधार पर सभी आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया था।
डिजिटल डेस्क,जबलपुर। वाहन मालिकों से उनके वाहनों को निजी कंपनियों में किराए पर लगवाने का झाँसा देकर वाहनों को गायब कर दूसरे प्रदेशों में बेचने वाले अंतरराज्यीय गिरोह के फरार सरगना अरुण मसीह को पुलिस ने गिरफ्तार किया है।
इस मामले में तीन आरोपियों काे पहले ही गिरफ्तार किया जा चुका है। पूर्व में गिरफ्तार आरोपियों से एक करोड़ रुपए की आठ कारें बरामद की गयी थीं। पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार हनुमानताल निवासी सतेन्द्र सिंह ठाकुर ने थाने में शिकायत की थी कि अरुण मसीह, पीयूष नायडू, रेसू मसीह, पंकज खत्री तथा नवीन खत्री ने अपने आपको टास्क कंपनी का अभिकर्ता बताकर कंपनी में कार लगाने के नाम पर किराएनामा का अनुबंध किया था।
बाद में उसकी व कई अन्य लोगों की लग्जरी कारें उन्होंने हड़प लीं। शिकायत की जाँच के आधार पर सभी आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया था। मामले में पुलिस द्वारा सूरत अहमदाबाद से गिरोह के पंकज खत्री, पीयूष नायडू व नवीन खत्री को गिरफ्तार किया गया था। वहीं अरुण मसीह फरार हो गया था जिसे बुधवार को ओमती पुलिस ने पकड़ लिया।
दोबारा करा लेते थे वाहन फायनेंस
जानकारी के अनुसार अरुण मसीह इस गिरोह का मुख्य सरगना है। उसके गिरोह के सदस्यों द्वारा अनुबंध पर ली गयीं कारों के चेसीस नंबर बदल दिए जाते थे फिर उस वाहन को दोबारा फायनेंस कराकर बेच दिया जाता था।
कुछ माह तक चुकाते थे किराया
पुलिस जाँच में इस बात का खुलासा हुआ कि गिरोह के सदस्यों द्वारा किराए पर लिए गए वाहन मालिकों को कुछ माह तक किराया दिया जाता था, फिर किराया देने में आनाकानी कर वाहन गायब कर दिए जाते थे। इस काम में पकड़े गए आरोपी अरुण का बेटा रेसू भी उसका साथ देता था। पुलिस आरोपी से पूछताछ कर अन्य वाहनों के बारे में भी पता लगा रही है।
Created On :   27 Jun 2024 6:10 PM IST