जबलपुर: नर्मदा नदी का बहता जल ए कैटेगरी का लेकिन कचरे से नीचे जमा हो रही गंदगी

नर्मदा नदी का बहता जल ए कैटेगरी का लेकिन कचरे से नीचे जमा हो रही गंदगी
पाॅल्यूशन कन्ट्रोल बोर्ड गौरीघाट में रियल टाइम माॅनीटरिंग कर रहा है, उसमें बीते एक साल में पानी की गुणवत्ता में फर्क नहीं

डिजिटल डेस्क,जबलपुर।

गौरीघाट में पाॅल्यूशन कन्ट्रोल बोर्ड ने नर्मदा के बहते जल की गुणवत्ता जाँच के लिए रियल टाइम माॅनीटरिंग शुरू की है। इस माॅनीटरिंग में बीते एक साल में पाया गया है कि जल की गुणवत्ता एकदम बेहतर है अर्थात पानी ए कैटेगरी का है। जल बेहतर है, लेकिन जो गंदगी घाट पर जमा हो रही है वह लगातार बड़ा खतरा बना हुआ है। लेमिनेटेड दोने, पाॅलीथिन, उपयोग किये गये अगरबत्ती के पैकेट और अन्य ऐसी सामग्री घाटों के किनारे नीचे जमा हो रही हैं। अभी इसकी मात्रा कम है, बहते जल में उतना फर्क नहीं डाल पा रही हैं पर इस बात से काेई इनकार नहीं कर सकता है कि यह आने वाले समय के लिए खतरा है। थोड़ी और गफलत हुई तो नर्मदा का जल भी बी कैटेगरी का हो जाएगा।

बायोमास के दोनों से ही किया जाए दीपदान

बहते जल के सभी तत्व अपने निर्धारित मानकों पर है किंतु पानी में प्लास्टिक विशेष तौर पर दीपदान में प्रयुक्त होने वाले प्लास्टिक के दोने, किनारे के हिस्से में जमा होने वाली फूल-मालाएँ आगे डिजाल्व आॅक्सीजन, बायो लाॅजिकल ऑक्सीजन डिमाण्ड सहित अन्य तत्वों के लिए चुनौती बन सकते हैं। पाॅल्यूशन कन्ट्रोल बोर्ड के क्षेत्रीय अधिकारी आलोक जैन के अनुसार बीओडी, डीओ जैसे मानक अभी सटीक हैं पर अब दीपदान के लिए बायोमास के दोने इस्तेमाल किए जाने चाहिए। ये दोने गन्ने के छिलके से बनते हैं और अपने यहाँ इसका उत्पादन भी शुरू कर दिया गया है। इसके अलावा छेवला के पत्ते के दोने भी बेहतर विकल्प हैं।

दीपदान के दोने और कचरा लगातार परेशानी पैदा कर रहे

रियल टाइम माॅनीटरिंग मेंं यह देखा जाता है

बीओडी-बायोलाॅजिकल ऑक्सीजन डिमाण्ड

डिजाल्व ऑक्सीजन, वाॅटर पीएच मान

लवणता एवं पोषक के अनेक तत्व

कैमिकल ऑक्सीजन डिमाण्ड, कंडक्टिविटी

क्लीनिंग में बरगी बाँध की है अहम भूमिका

गौरीघाट, तिलवारा, भेड़ाघाट और अन्य ऐसे तटों पर गंदगी को कम करने और पानी की क्वाॅलिटी को ए ग्रेड बनाये रखने में बरगी बाँध की अहम भूमिका है। एक्सपर्ट के अनुसार बाँध से जो पानी छोड़ा जा रहा है उससे गंदगी साफ होने में मदद मिलती है। इसके अलावा पानी में फ्लो बनने से इसमें सभी मानक पूरे होने में मदद मिलती है। इस तरह बाँध फ्लो तो बढ़ाता ही है, साथ ही क्लीनिंग का भी काम कर रहा है।

Created On :   29 Dec 2023 3:43 PM IST

Tags

और पढ़ेंकम पढ़ें
Next Story