जबलपुर: प्रतिबंध के बावजूद हो रहा फुटकर व्यापार, थोक व्यापारी परेशान

प्रतिबंध के बावजूद हो रहा फुटकर व्यापार, थोक व्यापारी परेशान
  • कृषि उपज मंडी में सरेआम उड़ाई जा रहीं नियमों की धज्जियाँ, प्रशासन भी नजर आ रहा विवश
  • थोक व्यापार के लिए करीब दो दशक पूर्व कृषि उपज मंडी की स्थापना की थी।
  • थोक व्यापार प्रभावित होने के साथ ही अव्यवस्थाओं का अंबार लग चुका है।

डिजिटल डेस्क,जबलपुर। फल-सब्जी और अनाज के थोक व्यापार के लिए बनाई गई कृषि उपज मंडी में प्रतिबंध के बावजूद भी सरेआम फुटकर दुकानें लग रही हैं। लंबे समय से चल रही इस मनमानी की वजह से थोक व्यापारी परेशान हैं और नियमों की धज्जियाँ उड़ाने वालों के सामने मंडी प्रशासन नतमस्तक हो चुका है।

कृषि उपज मंडी में लाखों की दुकान खरीदकर थोक व्यापार करने वालों का कहना है कि कई बार उनकी तरफ से फुटकर दुकानों का विरोध किया गया लेकिन व्यापारियों के साथ गुंडागर्दी होने लगी जिसके कारण व्यापारियों को शांत होना पड़ा।

व्यापारियों का कहना है कि जल्द ही इस मामले को लेकर कलेक्टर से शिकायत की जाएगी और जरूरत पड़ने पर आंदोलन भी होगा।

क्या कहता है नियम | फल-सब्जी और अनाज का थोक व्यापार पहले निवाड़गंज, बड़ा फुहारा और लटकारी का पड़ाव से होता था जिसके कारण काफी अव्यवस्थाएँ होतीं थीं, इसलिए शासन ने शहर से दूर माढ़ोताल क्षेत्र में थोक व्यापार के लिए करीब दो दशक पूर्व कृषि उपज मंडी की स्थापना की थी।

कृषि उपज मंडी की स्थापना के साथ ही स्पष्ट निर्देश थे कि यहाँ सिर्फ थोक का व्यापार ही होगा लेकिन समय के साथ लोग मनमानी करने लगे और अब थोक की इस मंडी में सरेआम नियम-कायदों की धज्जियाँ उड़ाते हुए लोग ठेलों में फुटकर दुकानें लगा रहे हैं, जिससे यहाँ का थोक व्यापार प्रभावित होने के साथ ही अव्यवस्थाओं का अंबार लग चुका है।

क्या कहते हैं व्यापारी

कृषि उपज मंडी में नियमों का न तो पालन होता है, न ही कराया जाता है। फुटकर दुकानें लगने के कारण थोक व्यापार बुरी तरह प्रभावित हुआ है। जल्द ही इस मामले में प्रशासन स्तर पर ठोस कार्रवाई होनी चाहिए।

मुन्ना गुप्ता, सब्जी व्यापारी

प्रतिबंध के बावजूद कृषि उपज मंडी में फुटकर दुकानदारों ने कब्जा कर रखा है। मंडी प्रशासन चाहे तो इस अव्यवस्था को दूर कर सकता है लेकिन आज तक इस संबंध में सार्थक प्रयास नहीं किए गए।

कपिल गुप्ता, व्यापारी

फुटकर दुकानों के कारण सब्जी और फल के थोक व्यापार का सबसे ज्यादा नुकसान हुआ है। अनेकों बार मंडी प्रशासन में शिकायतें की गईं लेकिन औपचारिकता के लिए कार्रवाई करके पल्ला झाड़ लिया गया।

कामिल राईन, व्यापारी

थोक व्यापारियों ने कई बार फुटकर दुकानदारों का विरोध किया लेकिन उनकी गुंडागर्दी के कारण व्यापारियों को शांत हाेना पड़ा। इस मामले में जल्द से जल्द निष्पक्षता से कार्रवाई होनी चाहिए, वरना थोक व्यापार खत्म हो जाएगा।

मो. इस्सू, व्यापारी

कृषि उपज मंडी सिर्फ थोक व्यापार करने के लिए है लेकिन फुटकर दुकानें लगाई जाती हैं। समय-समय पर हमारे सिक्योरिटी गार्ड इन्हें हटाने के साथ चालानी कार्रवाई भी करते हैं। हमारे प्रयास जारी हैं, जल्द ही बड़ा एक्शन लिया जाएगा।

आरके सैय्याम, सचिव कृषि उपज मंडी

Created On :   7 May 2024 3:00 PM IST

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