जबलपुर: शैक्षणिक स्तर से तय होगी जिले, प्रदेश की रैंकिंग

शैक्षणिक स्तर से तय होगी जिले, प्रदेश की रैंकिंग
  • जिले के 65 हजार से ज्यादा छात्रों की दक्षता का होगा आकलन
  • राष्ट्रीय उपलब्धि सर्वेक्षण में सरकारी और निजी स्कूलों को शामिल किया गया है।
  • राष्ट्रीय उपलब्धि सर्वेक्षण (एनएएस) के माध्यम से छात्रों की दक्षताओं की जाँच की जाएगी।

डिजिटल डेस्क,जबलपुर। भारत सरकार स्कूली छात्रों के शैक्षणिक स्तर को जाँचने के लिए राष्ट्रीय उपलब्धि सर्वेक्षण परीक्षा आयोजित करती है। इस वर्ष यह परीक्षा 19 नवम्बर को आयोजित होगी। इस परीक्षा में सरकारी स्कूल के बच्चों के साथ निजी स्कूलों के छात्रों को भी शामिल किया जाएगा।

राष्ट्रीय उपलब्धि सर्वेक्षण (एनएएस) के माध्यम से छात्रों की दक्षताओं की जाँच की जाएगी। इसके आधार पर जिले और प्रदेश की रैंकिंग तय की जाएगी। इस वर्ष जिले में 65000 छात्रों की दक्षता का आकलन किया जाएगा।

इस परीक्षा में प्राथमिक, माध्यमिक व हाईस्कूल के तीसरी, छठवीं और नौवीं कक्षा के छात्रों की गणित, अंग्रेजी, हिंदी, पर्यावरण, सामाजिक विज्ञान व विज्ञान जैसे विषयों में कितनी पकड़ है इसे जाँचा जाएगा। जानकारों के अनुसार वर्ष 2021 में हुए राष्ट्रीय उपलब्धि सर्वेक्षण में राज्य में जबलपुर जिले की 27वीं रैंक व देश में प्रदेश की 5वीं रैंक रही।

योजना से जुड़े अधिकारियों के मुताबिक छात्रों का चयन रैंडम आधार पर किया जाएगा, ताकि परीक्षा का परिणाम निष्पक्ष हो और यह सुनिश्चित किया जा सके कि छात्रों की दक्षता का सही आकलन किया जा रहा है। परीक्षा में 500 से अधिक स्कूलों के छात्र शामिल होंगे। इसके नतीजे के आधार पर ही प्रदेश और जिले की शिक्षा प्रणाली को मजबूत बनाया जाएगा।

राष्ट्रीय उपलब्धि सर्वेक्षण में सरकारी और निजी स्कूलों को शामिल किया गया है। शिक्षकों को ट्रेनिंग दी जा रही है। राज्य शिक्षा केन्द्र के विशषज्ञों द्वारा अंग्रेजी, गणित और विज्ञान विषय को प्रभावी तरीके से पढ़ाने के टिप्स दिए जा रहे हैं।

- राजेश तिवारी, एपीसी (जिला शिक्षा केन्द्र)

Created On :   26 Aug 2024 7:16 PM IST

Tags

और पढ़ेंकम पढ़ें
Next Story