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जबलपुर: शिकायत के बाद भी ध्यान नहीं दे रहे रेलवे अधिकारी नागरिक परेशान
- मुख्य रेलवे स्टेशन का हाल - यात्री सुविधा के दावे बड़े, मगर दिल दुखा रही हकीकत
- एस्केलेटर बंद: बुजुर्गों को गोद में लेकर सीढ़ियाँ चढ़ने मजबूर हैं यात्री
डिजिटल डेस्क,जबलपुर।
रेलवे में यात्रियों को सुविधा देने के लिए लगातार बड़े-बड़े दावे किए जा रहे हैं मगर हकीकत इन दावों से कोसों दूर है। मुख्य स्टेशन को आधुनिक बनाने करोड़ों रुपए व्यय किए गए। यात्रियों को राहत देने एस्केलेटर लगाए गए मगर अधिकांश समय तो ये बंद ही रहते हैं और यात्री एस्केलेटर के पास आकर लौटने मजबूर हो रहे हैं। मगर रेलवे के अधिकारियों द्वारा इस ओर ध्यान नहीं दिया जा रहा है। कई बार तो यहाँ आने के बाद यात्री ये सोचते हैं कि अब फिर वापस लंबी दूरी तय करनी पड़ेगी। इसलिए बंद एस्केलेटर से ही आवागमन करने वे मजबूर होते हैं। बुधवार को भी दोपहर बाद एस्केलेटर बंद होेने के बाद यात्रियों को परेशान होते देखा गया। इस दौरान कुछ यात्री तो लगेज लेकर चढ़ते नजर आए, तो वहीं दो यात्रियों को बुजुर्ग को गोद में ले जाते भी देखा गया। लोगों का कहना है कि सुविधा के नाम पर करोड़ों रुपए खर्च हुए फिर भी लोगों के हिस्से में परेशानी ही आ रही है।
गौरतलब है कि रेल प्रशासन द्वारा जबलपुर मुख्य स्टेशन पर यात्रियों को राहत देने के लिए रैम्प के साथ ही एस्केलेटर लगाए गए हैं। यह सुविधा मुख्य स्टेशन पर दोनों ओर दी गई है। शुरुआती दिनों में तो यह सुविधा अच्छी चली मगर पिछले कुछ समय से जब चाहे तब ये मशीनें थम जाती हैं और यात्रियों का सफर दुखदायी हो जाता है।
पहुँचने के बाद पता चलता है कि बंद है
बताया जाता है कि जब यात्री स्टेशन पहुँचता है तो वह एस्केलेटर की ओर ही जाना पसंद करता है। यहाँ पहुँचने के बाद पता चलता है कि एस्केलेटर तो बंद है। इस स्थिति में दोबारा मुख्य द्वार तक पहुँचने के लिए ई-रिक्शा या कुली का सहारा लेना पड़ता है।
जान बूझकर किए जा रहे बंद
जानकारों का कहना है कि यह एस्केलेटर उस वक्त ज्यादा बंद होता है जब किसी ट्रेन के आने या जाने का समय होता है। उस दौरान प्लेटफाॅर्म पर भी भीड़ हाेती है। यात्रियों के पास ज्यादा लगेज होने की स्थिति में वह सीधे एस्केलेटर की ओर ही भागता है और यहाँ पहुँचने के बाद एस्केलेटर बंद मिलने से मायूस होकर उसे फिर मुख्य द्वार पर लौटना पड़ता है इसमें परेशानी बढ़ रही है। कहा जा रहा है कि ट्रेन आने और जाने के समय किसी के द्वारा इसे जानबूझकर बंद किया जा रहा है।
Created On :   23 Nov 2023 5:06 PM IST