जबलपुर: 3 साल में ही बदहाल हो गया करोड़ों से बना रेल ओवर ब्रिज, उखड़ गए टाइल्स

3 साल में ही बदहाल हो गया करोड़ों से बना रेल ओवर ब्रिज, उखड़ गए टाइल्स
  • औद्योगिक क्षेत्र रिछाई के ब्रिज की सड़क भी हुई जर्जर और स्ट्रीट लाइट भी बंद, मूक दर्शक बने जिम्मेदार
  • लोक निर्माण विभाग द्वारा 17 करोड़ की लागत से रिछाई-महाराजपुर के बीच रेल ओवर ब्रिज का निर्माण करवाया गया था
  • फुटपाथ बनाकर उसमें टाइल्स लगाने और स्ट्रीट लाइट का इंतजाम करने का निर्णय भी लिया गया था।

डिजिटल डेस्क,जबलपुर। औद्योगिक क्षेत्र रिछाई में कई सालों के बाद करोड़ों की लागत से एक रेल ओवर ब्रिज का निर्माण लोक निर्माण विभाग द्वारा करवाया गया था। लेकिन संबंधित जिम्मेदारों की उदासीनता से महज 3 साल में ही ये आरओबी बदहाल नजर आने लगा है।

हालात ये हैं कि ब्रिज की सड़क जगह-जगह से खस्ताहाल हो चुकी है तो वहीं फुटपाथ पर लगे टाइल्स भी उखड़कर गायब हो गए हैं। इतना ही नहीं लम्बा समय बीतने के बावजूद ब्रिज के ऊपर स्ट्रीट लाइट भी नहीं लगाई गईं। इन स्थितियों में भी पीडब्ल्यूडी एवं नगर निगम के जिम्मेदारों का मूकदर्शक बने रहना आश्चर्यजनक बात है।

17 करोड़ की लागत से हुआ था निर्माण

रिछाई क्षेत्र में लोक निर्माण विभाग द्वारा 17 करोड़ की लागत से रिछाई-महाराजपुर के बीच रेल ओवर ब्रिज का निर्माण करवाया गया था। इस दौरान ब्रिज के ऊपर दोनों ओर फुटपाथ बनाकर उसमें टाइल्स लगाने और स्ट्रीट लाइट का इंतजाम करने का निर्णय भी लिया गया था।

इतना ही नहीं ब्रिज के बगल से ही एक अंडर ब्रिज का निर्माण भी करवाया गया था। इसके बाद वर्ष 2022 में उक्त आरओबी बनकर तैयार हो गया और इससे आवागमन भी शुरू हो गया लेकिन गुणवत्ता पर सवालिया निशान भी लगने लगे।

उखड़ने लगी सड़क और टाइल्स हुए गायब

इस संबंध में महाकोशल उद्योग संघ के कार्यकारी अध्यक्ष डीआर जैसवानी, अतुल गुप्ता, अशोक परियानी, प्रवीण शर्मा, भानू शुक्ला एवं राजीव शाह आदि ने बताया कि रिछाई में आरओबी बने अधिक समय नहीं बीता है।

लेकिन इसी बीच ब्रिज की सड़क जगह-जगह से उखड़ने लगी है। फुटपाथ भी दरकने लगा है और इसमें लगाए गए टाइल्स उखड़कर गायब हो गए हैं। इसके अलावा लम्बे समय बाद भी ब्रिज के ऊपर स्ट्रीट लाइट नहीं लगाई गई हैं। जबकि देर रात्रि तक उक्त ब्रिज से औद्योगिक इकाइयों के वाहनों एवं आम लोगों का भी आवागमन होता रहता है।

इतना ही नहीं आरओबी के बगल से बने अंडर ब्रिज में भी हमेशा पानी भरा रहता है और बरसात के दिनों में तो घुटनों तक पानी भरने से पैदल चलना भी मुश्किल हो जाता है। उनके अनुसार पिछले दिनों कलेक्टर दीपक सक्सेना से भ चर्चा की गई थी लेकिन अभी तक ब्रिज की दशा में कोई सुधार नहीं हुआ है।

लेटलतीफी से बना फिर भी हैं कमियाँ

रिछाई क्षेत्र से निकली रेल लाइन से दिनभर आधा सैकड़ा से अधिक ट्रेनें रोजाना आवागमन करती हैं। इसी के चलते वाहन और इकाइयों में तैयार हुई सामग्री को लेकर जाने वाली गाड़ियों को घंटों तक इंतजार करना पड़ता था।

इसी के चलते लोक निर्माण विभाग ने 18 माह में एक आरओबी बनाने का अनुबंध किया था। लेकिन ब्रिज काफी देर से बनकर तैयार हुआ और आज भी कई सारी कमियाँ ब्रिज में दिखाई दे रही हैं।

रिछाई में पूरी गुणवत्ता के साथ आरओबी का निर्माण करवाया गया है। लेकिन क्षेत्रीय असामाजिक तत्वों द्वारा यहाँ लगे टाइल्स लगातार उखाड़े जा रहे हैं। स्ट्रीट लाइट लगाने के लिए बजट भी स्वीकृत हो चुका है और जल्द ही लाइट लगवा दी जाएगी।

- नरेन्द्र शर्मा, ईई, लोक निर्माण विभाग सेतु मंडल

Created On :   8 May 2024 9:48 AM GMT

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