जबलपुर: मैसेज न मिलने से स्टेशन पहुँचे यात्री, साढ़े तीन घंटे तक किया संघमित्रा का इंतजार

मैसेज न मिलने से स्टेशन पहुँचे यात्री, साढ़े तीन घंटे तक किया संघमित्रा का इंतजार
  • प्लेटफाॅर्म पर भी ट्रेन के लेट आने की सूचना नहीं यात्रियों में आक्रोश
  • जानकारी यात्रियों को मैसेज के माध्यम से भी नहीं मिल रही है।
  • दूर-दराज से आए यात्रियों के पास वापस घर लौटने का भी विकल्प नहीं था

डिजिटल डेस्क,जबलपुर। जबलपुर रेल मंडल के अंतर्गत ट्रेनों की लेट-लतीफी मानो सामान्य बात हो गई है। जबलपुर मुख्य स्टेशन पर आने-जाने वाली ट्रेनों के लगातार लेट होने के कारण यात्रियों में भी आक्रोश फैल रहा है।

यात्रियों का गुस्सा इस बात को लेकर भी है कि अगर कोई ट्रेन समय पर नहीं पहुँच रही है तो इसकी जानकारी यात्रियों को मैसेज के माध्यम से भी नहीं मिल रही है। जब वे स्टेशन पहुँच जाते हैं तो पता चलता है कि अभी ट्रेन के प्लेटफाॅर्म पर पहुँचने में काफी वक्त लगेगा।

मंगलवार को बेंगलुरु से चलकर जबलपुर हाेते हुए दानापुर जाने वाली संघमित्रा एक्सप्रेस अपने निर्धारित समय से साढ़े तीन घंटे देरी से पहुँची, जिससे स्टेशन पहुँचे लोगों में आक्रोश देखा गया। यह ट्रेन अपने निर्धारित समय 5.10 बजे जबलपुर स्टेशन पहुँचती है मगर रात 8.40 बजे आई और फिर 9 बजे रवाना हो सकी थी।

मैसेज मिलता तो समय पर आते

इस ट्रेन से सफर करने वाले यात्रियों का कहना है कि अगर उन्हें समय रहते ट्रेन के देरी से आने का मैसेज मिल जाता तो वे घर से ही देरी से निकलते, मगर रेलवे प्रशासन द्वारा इसकी कोई सूचना नहीं दी गई।

रेल मंडल के अधिकारियों की लापरवाही का यह कोई पहला मौका नहीं है। इससे पहले भी कई बार यह देखने में आया है कि जब यात्री प्लेटफाॅर्म पर पहुँच जाते हैं तो उन्हें पता चलता है कि उनकी ट्रेन तो काफी देरी से चल रही है।

वापस भी नहीं लौट सकते

सूत्र बताते हैं कि ट्रेन के आने के निर्धारित समय 5 बजे से पहले बड़ी संख्या में यात्री स्टेशन पहुँच गए थे। यहाँ आने के बाद जब उन्हें पता चला कि उनकी ट्रेन करीब साढ़े तीन घंटे देरी से आएगी।

दूर-दराज से आए यात्रियों के पास वापस घर लौटने का भी विकल्प नहीं था, जिसके चलते वे इस दौरान स्टेशन में ही ट्रेन के आने का इंतजार करते रहे।

Created On :   12 Jun 2024 1:08 PM GMT

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