जबलपुर: भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद् द्वारा विकसित 100 से ज्यादा प्रजातियाें में 3 जेएनकेविवि की

भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद् द्वारा विकसित 100 से ज्यादा प्रजातियाें में 3 जेएनकेविवि की
  • इन किस्मों की खूबी यह है कि इन्हें भारत के लगभग 18 राज्यों के लिए चिन्हित किया गया है
  • यह प्रजातियां अधिक हरा चारा के साथ-साथ इनका बीज उत्पादन भी बेहतर है।

डिजिटल डेस्क,जबलपुर। जवाहरलाल नेहरू कृषि विश्वविद्यालय में किसानों के लिये लगातार नई-नई किस्मों को ईजाद कर देशहित में समर्पित किया जा रहा है। इसी क्रम में गत दिवस भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद द्वारा विकसित 109 जैव संवर्धित एवं जलवायु अनुकूलन किस्मों को देश के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के द्वारा राष्ट्र को समर्पित किया गया।

जिसमें जवाहरलाल नेहरू कृषि विश्व विद्यालय, जबलपुर में संचालित अखिल भारतीय चारा अनुसंधान परियोजना के अन्तर्गत विकसित बरसीम, जई एवं बाजरा की नवीनतम प्रजातियां, जवाहर बरसीम, जवाहर ओट और जवाहर बाजरा भी शामिल है।

इन किस्मों की खूबी यह है कि इन्हें भारत के लगभग 18 राज्यों के लिए चिन्हित किया गया है, साथ ही यह प्रजातियां अधिक हरा चारा के साथ-साथ इनका बीज उत्पादन भी बेहतर है।

इन किस्मों को विकसित करने में अखिल भारतीय चारा अनुसंधान परियोजना के वैज्ञानिक डॉ. एके मेहता, डॉ. अमित कुमार झा, डॉ. एसके बिलैया, डॉ. पुष्पेंद्र सिंह यादव, डॉ. एसबी दास, डॉ. श्रीमती आरती श्रीवास्तव एवं डॉ. एस.एन. रघुवंशी का महत्वपूर्ण योगदान रहा। कुलपति डाॅ. प्रमोद कुमार मिश्रा, अधिष्ठाता कृषि संकाय डॉ. धीरेन्द्र खरे, अधिष्ठाता कृषि अभियांत्रिकी संकाय डाॅ. अतुल कुमार श्रीवास्तव, अधिष्ठाता उद्यानिकी संकाय डाॅ. एस.के. पाण्डे आदि ने वैज्ञानिकों का उत्साहवर्धन किया।

Created On :   13 Aug 2024 1:44 PM GMT

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