जबलपुर: अब ई-प्रवेश देने की भी तैयारी कर रहा रादुविवि

अब ई-प्रवेश देने की भी तैयारी कर रहा रादुविवि
  • सीयूईटी के बाद अब इस दिशा में प्रयास, उच्च शिक्षा विभाग को भेजा प्रस्ताव
  • 50 प्रतिशत सीटें ई-प्रवेश प्रक्रिया के माध्यम से प्रवेश के लिए आरक्षित होंगी
  • ऑनलाइन प्रवेश भी विश्वविद्यालय के स्तर पर दिया जाएगा

डिजिटल डेस्क,जबलपुर। सीयूईटी में अच्छा रुझान मिलने के बाद रानी दुर्गावती विश्वविद्यालय ने अब नई दिशा में प्रयास शुरू कर दिए हैं। उच्च शिक्षा विभाग को भेजे गए प्रस्ताव में ई-प्रवेश की प्रक्रिया से एडमिशन देने की तैयारी की जा रही है।

प्रदेश के छात्रों के लिए नया विकल्प चुना जा रहा है। यदि इसमें सहमति मिली तो विश्वविद्यालय प्रदेश का दूसरा विश्वविद्यालय होगा जो ई-प्रवेश प्रक्रिया से जुड़ेगा। वहीं 1 मई से प्रवेश प्रक्रिया प्रारंभ करने का दावा भी किया जा रहा है।

रादुविवि में सीयूईटी में देश भर से करीब 47 सौ छात्रों ने प्रवेश के लिए रुचि दिखाई है। पहले ही साल करीब छह पाठ्यक्रमों को विश्वविद्यालय ने सीयूईटी के माध्यम से जोड़ा है। अब ई-प्रवेश के माध्यम से प्रदेश भर के विद्यार्थियों को अच्छे पाठ्यक्रम में प्रवेश का मौका दिया जा रहा है।

इससे विश्वविद्यालय में अलग-अलग क्षेत्रों के विद्यार्थी प्रवेश लेंगे। विश्वविद्यालय प्रशासन ने उच्च शिक्षा विभाग को प्रस्ताव दिया है जिस पर निर्णय लिया जाना है। यदि सब ठीक रहा तो 50 प्रतिशत सीटें ई-प्रवेश प्रक्रिया के माध्यम से प्रवेश के लिए आरक्षित होंगी।

कुछ ने विरोध भी जताया

ऑनलाइन प्रवेश भी विश्वविद्यालय के स्तर पर दिया जाएगा। प्रवेश प्रक्रिया ई-प्रवेश से देने के खिलाफ भी विश्वविद्यालय में कई प्राध्यापक हैं, उनका कहना है कि इससे विश्वविद्यालय की स्वायत्ता प्रभावित होगी लेकिन कई शिक्षकों और अधिकारियों का कहना है कि प्रवेश की प्रक्रिया के कई विकल्प होने से छात्रों को लाभ होगा।

वहीं विश्वविद्यालय में विद्यार्थियों की संख्या भी बढ़ेगी।

Created On :   16 April 2024 8:19 AM GMT

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