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जबलपुर: वन टाइम फीस की मुश्किलें घटीं, अब दो किश्तों में जमा करने की रियायत
- प्राचार्यों की माँग पर उच्च शिक्षा विभाग ने दी कुछ राहत
- उम्मीद की जा रही है कि इस आदेश के बाद से प्रवेश प्रक्रिया में तेजी आएगी।
- जानकारों का कहना है कि कई कॉलेज ऐसे भी हैं जिनमें मुश्किल से 4-5 छात्रों ने ही अब तक एडमिशन लिया है।
डिजिटल डेस्क,जबलपुर। एडमिशन के लिए एक मुश्त पूरी फीस जमा करने की बाध्यता से खड़ी हुईं परिशानियाँ कुछ कम हुई हैं। कॉलेज प्राचार्यों के पत्र पर विचार करने के बाद उच्च शिक्षा विभाग ने निर्देश निकालते हुए कहा है कि अब दो किश्तों में फीस जमा की जा सकती है।
उम्मीद की जा रही है कि इस आदेश के बाद से प्रवेश प्रक्रिया में तेजी आएगी। हायर एजुकेशन डिपार्टमेंट ने स्नातक कोर्स के लिए जो प्रवेश प्रक्रिया निर्धारित की थी उसमें पूरी फीस एक बार में ही जमा करने की बाध्यता तय की गई।
इस नियम का खामियाजा यह हुआ कि अधिकांश कॉलेजों में अब तक प्रवेश लेने वाले विद्यार्थियों की संख्या न के बराबर रही। कॉलेज प्रबंधन भी इस बात को लेकर पशोपेश में रहा कि सीटें कैसे भरी जाएँगी। यही वजह है कि प्राचार्यों को उच्च शिक्षा विभाग को पत्र लिखना पड़ा।
10 फीसदी भी सीटें भरी नहीं स्नातक के परम्परागत पाठ्यक्रम में एकमुश्त फीस जमा करने का असर यह रहा कि जिले के अधिकांश कॉलेजों में बमुश्किल 10 फीसदी सीटें भी भर नहीं पाई हैं। जानकारों का कहना है कि कई कॉलेज ऐसे भी हैं जिनमें मुश्किल से 4-5 छात्रों ने ही अब तक एडमिशन लिया है।
पहले 1 हजार में एडमिशन
जानकार बताते हैं कि पिछले साल तक स्नातक में महज 1 हजार रुपये शुल्क जमा कर विद्यार्थी अपना प्रवेश हासिल कर लेते थे। शेष शुल्क किश्तों में जमा करने की सुविधा रही है लेकिन इस बार पूरी फीस लेने का नियम आ गया है। स्वावित्तीय कोर्स के लिए आधा शुल्क लिया जा रहा है।
सामान्य और पिछड़ा वर्ग श्रेणी में बीएड-एमएड में पूरी फीस जमा करने की वजह से कई विद्यार्थी प्रवेश लेने से वंचित हो गए। सीट आवंटित होने के बावजूद उन्हें एडमिशन प्रक्रिया से बाहर होना पड़ रहा है।
हालांकि स्नातक श्रेणी में दो किश्तों के जरिए फीस जमा करने के आदेश से राहत मिली है। जानकारों का कहना है कि पिछले वर्षों तक विद्यार्थियों को तीन किश्तों में फीस जमा करने की छूट हुआ करती थी।
Created On :   1 Jun 2024 1:56 PM IST