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हंगामे के बीच नगर निगम का 15 अरब का बजट पारित
डिजिटल डेस्क जबलपुर। नगर निगम में सोमवार को हंगामे के बीच वर्ष 2024-25 का 15 अरब का बजट सत्ता और विपक्ष के संशोधनों के साथ पारित हो गया। इसके विरोध में कांग्रेस पार्षदों ने सदन के गर्भगृह में धरना दे दिया। पार्षदों ने अनिश्चित काल तक धरना जारी रखने की घोषणा की है। सत्ता पक्ष के पार्षदों ने बजट को विकासोन्मुखी बताया, वहीं कांग्रेस पार्षदों ने कहा कि बजट में कुछ भी नया नहीं है। सदन में सोमवार को बजट पर चर्चा चल रही थी, तभी एक सांसद प्रतिनिधि ने थूक लगाकर कागज देने के आरोप को तूल दे दिया। इसको लेकर हंगामा मच गया। स्थिति यह हुई कि सत्ता पक्ष और विपक्ष के पार्षद आमने-सामने आ गए। स्थिति को बिगड़ता देख निगमाध्यक्ष रिकुंज विज ने बहुमत के आधार पर बजट पारित कर दिया। पंप ऑपरेटरों की नियुक्ति के निर्देश निगमाध्यक्ष रिकुंज विज ने आसंदी से निर्देश दिया कि जल्द ही पंप ऑपरेटरों की नियुक्ति की जाए। उन्होंने कहा कि नेता प्रतिपक्ष बोलते तो बहुत अच्छा हैं, लेकिन सुनने की भी आदत डालें। श्री विज ने कहा कि विपक्ष के पार्षदों ने पिछले वर्ष जिन योजनाओं का समर्थन किया था, अब उनका विरोध क्यों कर रहे हैं। जनता पर नहीं लगाया कोई भी नया टैक्स वरिष्ठ भाजपा पार्षद कमलेश अग्रवाल ने कहा कि नगर िनगम के बजट पर जनता पर कोई भी नया टैक्स नहीं लगाया गया है। उन्होंने कहा कि शहर में फुटपाथ, स्कूल और कॉलेजों के पास से अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई करनी चाहिए। श्री अग्रवाल ने जल विभाग में आउटसोर्स कर्मियों की भर्ती का सुझाव दिया। उन्होंने कहा कि नगर निगम को शहीद सैनिकों के परिजनों को सम्मानित करना चाहिए। उन्होंने कहा कि शहर के सबसे स्वच्छ वार्ड के पार्षद और सुपरवाइजर को पुरस्कृत करना चाहिए। इसके अलावा एमआईसी सदस्य दामोदर सोनी, सुभाष तिवारी, रजनी साहू, भाजपा पार्षद लवलीन आनंद, रेणु कोरी, मधुबाला राजपूत एवं मोनिका सिंह आदि ने बजट का समर्थन किया। शहर से जल्द हटाए जाएँ खतरनाक यूनिपोल कांग्रेस पार्षद रितु राजेश यादव ने कहा कि मुंबई में पिछले महीने होर्डिंग गिरने से 16 लोगों की मौत हो गई थी। शहर में भी एक यूनिपोल गिर चुका है। इसके बाद भी शहर से खतरनाक यूनिपोल नहीं हटाए जा रहे हैं।
निगमाध्यक्ष रिकुंज विज ने शहर में लगे यूनिपोल की जाँच करने का निर्देश दिया है। विपक्ष को तीन दिन तक दिया सुझाव पेश करने का भरपूर मौका महापौर जगत बहादुर सिंह अन्नू ने कहा है कि नगर िनगम के 15 अरब के बजट पर विपक्षी पार्षदों को तीन दिन तक अपने सुझाव पेश करने का भरपूर मौका दिया गया। इस दौरान विपक्षी पार्षद अनावश्यक शोर-गुल करते रहे। विपक्षी पार्षदों ने भाजपा की नौटंकी सरकार, नौटंकी महापौर कहकर बजट बैठक को हंगामे की भेंट चढ़ाया। बजट पर कांग्रेस के 29 में से 22 पार्षदों ने सदन में बोला। इस दौरान हंगामा चलता रहा। इसको देखते हुए भाजपा के वरिष्ठ पार्षद कमलेश अग्रवाल ने बजट पारित का प्रस्ताव रखा। इसके बाद निगमाध्यक्ष ने बहुमत के आधार पर बजट पारित कर दिया। महापौर ने कहा कि बजट सत्र के बीच सांसद प्रतिनिधि ताहिर अली ने पुरानी खत्म हो चुकी बात को फिर से सदन में उठाया और थूक लगाकर कागज देने के आरोप को तूल दे दिया। इस दौरान विपक्षी पार्षदों ने जमकर हंगामा किया। इस मामले में सत्ता पक्ष के पार्षदों ने प्रूफ भी देकर विपक्ष से माफी माँगने की माँग की, लेकिन विपक्ष ने माफी नहीं माँगी। इसके बाद बजट पारित कर दिया गया। लोकतंत्र की हत्या करने का आरोप नेता प्रतिपक्ष अमरीश मिश्रा, उप नेता प्रतिपक्ष शगुफ्ता उसमानी, सचेतक अयोध्या तिवारी, पार्षद संतोष पंडा और मुकिमा याकूब अंसारी ने आरोप लगाया कि सत्ता पक्ष ने बहुमत के आधार पर बजट पारित कराकर लोकतंत्र की हत्या की है। भाजपा की धर्म के आधार पर राजनीति करने की पुरानी रणनीति है। डोर-टू-डोर कचरा कलेक्शन, जलसंकट और पिछले साल के रुके हुए पार्षद मद के कामों जैसे ज्वलंत मुद््दों से सत्ता पक्ष भागना चाहता है।
Created On :   15 July 2024 11:15 PM IST