Jabalpur News: बातों के मायाजाल में फँसाकर 9 किसानों के नाम से पास करा लिया करोड़ों का लोन

बातों के मायाजाल में फँसाकर 9 किसानों के नाम से पास करा लिया करोड़ों का लोन
पुलिस ने धोखाधड़ी के इस प्रकरण की जाँच भी शुरू कर दी है

Jabalpur News। पनागर थाना क्षेत्र में किसानों के नाम पर करोड़ों रुपए लोन लिए जाने का एक बड़ा फर्जीवाड़ा सामने आया है। इसमें शातिर दिमाग युवकों ने पहले किसानों को खेती-किसानी के लिए कर्ज दिलाने झाँसा दिया। उन्हें एक वेयर हाउस में ले जाकर उनका फोटो कराया। पनागर में ही एक निजी बैंक शाखा में ले जाकर उनका खाता खुलवाया और इसके बाद शातिर दिमाग युवक लापता हो गए। महीनों तक उनका कोई पता नहीं चला। वेयर हाउस में खड़े होकर फोटो खिंचाने वाले 9 कृषक तब हक्के-बक्के रह गए, जब उनके पास लाखों रुपए का कर्ज चुकाने संबंधी बैक के नोटिस पहुँचे। इसके बाद खुद को ठगा महसूस कर रहे किसानों ने एसपी कार्यालय व पनागर थाने जाकर अपनी पीड़ा सुनाई। लिखित शिकायत भी दी। पुलिस ने धोखाधड़ी के इस प्रकरण की जाँच भी शुरू कर दी है, लेकिन जाँच की धीमी रफ्तार किसानों के मन में सवाल खड़े कर रही है।

पनागर के समीपी ग्राम डुंगरिया (सिंगौद) निवासी कृषक राजेश पटेल की आँखें आप-बीती सुनाते-सुनाते नम हो गईं। राजेश ने बताया कि गत जुलाई माह में उसके पास पनागर स्थित एक निजी बैंक से नोटिस आया। अंग्रेजी भाषा में लिखे नोटिस को राजेश ने गाँव के पढ़े-लिखे लोगों से पढ़वाया तो उसे पता चला कि उसके नाम से 30 लाख रुपए का लोन पास कराया गया है, जिसकी प्रतिमाह की किश्त 75 हजार रुपए है। यह किश्त जल्द नहीं चुकाई गई तो कार्रवाई की जाएगी। यह सुनकर राजेश घबरा गया। उसने ग्रामीणों को बताया कि उसने बैंक से कभी कर्जा तो लिया ही नहीं है। ग्रामीणों की सलाह पर उसने 23 जुलाई 2024 को एसपी कार्यालय जबलपुर व पनागर थाने जाकर पुलिस को पूरा घटनाक्रम बताया और लिखित शिकायत भी दर्ज कराई।

दो कमरों के पीएम आवास में रह रहे वृद्ध को 49 लाख का नोटिस

पीड़ित किसान राजेश ने बताया कि उसके मामले की जाँच शुरू भी नहीं हो पाई थी कि इस बीच एक और मामला सामने आ गया। जुलाई महीने में ही गोसलपुर में बड़े जैन मंदिर के समीप दो कमरों के प्रधानमंत्री आवास में रहने वाले 63 वर्षीय विष्णु यादव के पास भी पनागर स्थित उसी बैंक से कर्ज की किश्त चुकाने का नोटिस पहुँचा। विष्णु ने भी मोहल्ले के कुछ शिक्षित युवकों से अंग्रेजी में आया नोटिस पढ़वाया तो उसे पता चला कि उसने पनागर स्थित एक निजी बैंक से 49 लाख रुपए का कर्ज लिया है। यह उसी की किश्त का नोटिस है। यह सुनकर घबराया विष्णु यादव पनागर थाने पहुँचा और शिकायत दर्ज कराई। विष्णु ने कहा कि लोन के रूप में उसे एक रुपया भी नहीं मिला है। जितने कर्ज का नोटिस उसके पास आया है, यदि वह अपनी पूरी सम्पत्ति बेच दे तो भी इतनी रकम इकट्ठी नहीं हो पाएगी।

बयानों में सामने आई ये बात

धोखाधड़ी के शिकार किसान राजेश और विष्णु ने जो लिखित बयान दिए हैं, उसमें यह बात सामने आई है कि पनागर में मोटर मैकेनिक का काम करने वाले सफदर नामक युवक ने उन्हें झाँसा दिया कि राजन राजपूत नामक युवक नया व्यवसाय शुरू करने के लिए लोन दिलवाता है। बैंक से वह एक या दो लाख का लोन दिला देगा तो कोई भी नया धंधा शुरू कर सकते हैं। इसी झाँसे में आकर किसान राजन व अन्य युवकों के पास पहुँचे थे।

नौ किसानों के नाम से निकाले गए 3 करोड़

मामले की पड़ताल करने पर यह जानकारी सामने आई कि कृषक राजेश पटेल, नीरज जैन, मिठाईलाल सेन, विष्णु यादव सहित कुल 9 किसानों के नाम पर बैंक से करीब 3 करोड़ रुपए का लोन पास कराया गया है और इसकी राशि किसी जीएनटी नामक कम्पनी के खाते में ट्रांसफर की गई है। खुद को ठगा महसूस कर रहे गरीब किसानों ने इसकी जाँच की माँग वरिष्ठ अधिकारियों से की है।

वेयर हाउस में खड़ा करके करवाए फोटाे

पीड़ित किसानों ने शिकायत में उल्लेख किया है कि राजन व एक अन्य युवक उन्हें पनागर क्षेत्र में ही स्थित एक वेयर हाउस में ले गए और उन्हें धान व गेहूँ के बोरों के साथ खड़ा करके फोटो करवाए गए थे लेकिन इसका राज नहीं बताया गया। उनके पनागर स्थित बैंक में खाते खुलवाए गए और दस्तखत आदि भी ले लिए गए। किसानों के अनुसार उन्हें बाद में पता चला कि वेयर हाउस में रखे अन्य किसानों के माल को इन पीड़ित किसानों का बताते हुए उसके एवज में लोन पास कराया गया है। यह एक बड़ा फर्जीवाड़ा है। इसकी न्यायोचित जाँच व कार्रवाई होनी चाहिए।

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वर्जन

किसानों के साथ धोखाधड़ी होने संबंधी एक शिकायत हमारे पास आई थी। इसकी जाँच प्रक्रिया में है। जाँच में जो भी तथ्य सामने आएँगे, उनके अनुसार विधि सम्मत कार्रवाई की जाएगी।

- अजय बहादुर िसंह, थाना प्रभारी, पनागर

Created On :   25 Dec 2024 10:24 PM IST

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