नेपियर टाउन में ऑटो पार्ट्स व्यापारी के घर लाखों की डकैती

खिड़की की ग्रिल तोड़कर घुसे हथियारबंद नकाबपोश डकैत, हमले के बाद वृद्ध दम्पति को बंधक बनाया

डिजिटल डेस्क जबलपुर। ओमती थाना क्षेत्र स्थित नेपियर टाउन में शनिवार की रात साढ़े 3 बजे से 4 बजे के बीच ऑटो पाट्र््स व्यापारी दलवीर सिंह टुटेजा के घर में हथियारबंद नकाबपोश डकैतों ने डकैती डाली। मकान में खिड़की की ग्रिल तोड़कर घुसे डकैतों ने पहले वृद्ध महिला जसवीर सिंह टुटेजा उम्र 58 वर्ष के सिर पर वार कर घायल किया फिर उसके पति को कपड़े से बाँधकर वारदात को अंजाम दिया। डकैतों की संख्या 6 से अधिक बताई जा रही है जो कि करीब 15 तोला वजनी सोने के जेवर व नकदी रकम ले गये हैं। सुबह जानकारी लगने पर ओमती पुलिस व वरिष्ठ अधिकारी मौके पर पहुँचे। मामले में जाँच पड़ताल कर डकैतों की पतासाजी के लिए कई टीमों को लगाया गया है। ज्ञात हो कि इससे पहले क्षेत्र में हर दो-तीन वर्ष के अंतराल में डकैती की वारदातें हुईं लेकिन उनके आरोपी पुलिस पकड़ से दूर हैं और जाँच ठंडे बस्ते में चली गई।

जानकारी के अनुसार ऑटो पाट्र््स व्यापारी दलवीर सिंह ने पुलिस को बताया कि उनकी मदन महल में उपकार स्पेयर पाट्र््स की दुकान है। शनिवार की रात वे दुकान से घर लौटे थे। भोजन करने के बाद वे और उनकी पत्नी सोने चले गये थे। आधी रात के बाद साढ़े 3 से 4 बजे के करीब मकान के पिछले हिस्से की खिड़की की ग्रिल उखाड़कर डकैतों ने अंदर प्रवेश किया। आहट सुनकर दलवीर सिंह की पत्नी जाग गईं। उसी बीच डकैतों ने उनके सिर पर वार कर घायल कर दिया। उसके बाद उन्हें व उनके पति दलवीर को धमकाते हुए डकैतों ने कपड़े से बाँध दिया। डकैतों के जाने के बाद दम्पति ने किसी तरह अपने हाथ-पैर खोले और पुलिस को सूचना दी। जानकारी लगने पर एसपी टीके विद्यार्थी, एएसपी प्रियंका शुक्ला, सीएसपी आरडी भारद्वाज व पुलिस अधिकारी मौके पर पहुँचे और पीडि़त परिवार से चर्चा कर डकैतों की पतासाजी के निर्देश दिए।

कहाँ छिपाकर रखी है नकदी

डकैतोंं द्वारा वृद्ध दम्पति से बार-बार यह पूछा जा रहा था कि उन्होंने नकदी रकम जो कि एक करोड़ से अधिक है, कहाँ छिपाकर रखी है। दम्पति द्वारा मना करने पर डकैतों द्वारा मारपीट कर दबाव बनाया गया लेकिन जब उन्हें नकदी रकम का पता नहीं चला तो उन्होंने अलमारी में रखे करीब 15 तोला वजनी सोने के जेवर व कुछ नकदी रकम निकाली और भाग गये।

परिजनों को नहीं लगी भनक

दलवीर सिंह ने बताया कि जिस मकान के भूतल पर वह निवास करते हैं, उसके बाजू से उनके बड़े भाई उपकार सिंह उम्र 75 वर्ष, उनकी पत्नी और बेटा-बहू रहते हैं। प्रथम मंजिल पर छोटे भाई दविंदर सिंह और उनकी पत्नी रहते हैं। किसी को भी घटना की भनक तक नहीं लगी।

रेल पाँतों के किनारे आबादी वाले क्षेत्रों में हों सुरक्षा इंतजाम

क्षेत्रीय लोगों का कहना है कि सभी वारदातें रेल पटरियोंं के किनारे रहने वाले घरों में हुई हैं। डकैती डालने वाले रेल पटरियों के किनारे से आते हैं और वारदात को अंजाम देने के बाद उसी रास्ते से भाग जाते हैं। इन वारदातों के कारण रेल पटरियों के किनारे रहने वाले लोगों में दहशत है। लोगों का कहना है कि इस तरह की घटनाओं को देखते हुए रेल पाँतों के किनारे ऐसे पॉश इलाकों में सुरक्षा के प्रबंध जरूरी हैं। इसके लिए बाउंड्रीवॉल का निर्माण किया जाना चाहिए एवं कंटीले तारों से रास्ते को घेरकर संदिग्धों का आवागमन रोका जाना चाहिए।

80 लाख की डकैती का सुराग नहीं

डकैती की सबसे बड़ी वारदात 7 मई 2018 को रूपकला कलर लैब संचालक निखिल अग्रवाल के घर हुई थी। 80 लाख की इस डकैती मामले का कोई सुराग नहीं लग सका है। इसके अलावा लिज्जत पापड़ कंपनी की संस्थापक पुष्पा बैरी के घर 21 अप्रैल 2015 को करीब 20 लाख की, शराब कारोबारी रामअवतार गुप्ता के घर 14 मई 2016 को करीब 15 लाख की डकैती हुई थी। इन वारदातों का भी कुछ पता नहीं लग सका।

पड़ोसी के कैमरे में कैद हुईं परछाई

जाँच पड़ताल के दौरान टुटेजा के घर के सामने रहने वाले एक मकान में सीसीटीवी कैमरा लगा है, जिसमें डकैतों की परछाई नजर आ रही है। पड़ोस में रहने वाले एक चिकित्सक ने पुलिस को बताया कि कुछ समय पूर्व रात में एक युवक को टुटेजा के मकान के पास खड़े देखा था। अंधेरा अधिक होने के कारण वह उसे ठीक से नहीं देख सके थे। संभवत: वह घर की रेकी कर रहा था। पुलिस उसकी जाँच में भी जुटी है।

आसपास के जिलों में भेजी सूचना

वारदात को लेकर पुलिस की करीब आधा दर्जन टीमें जाँच में जुटी हैं। पुलिस द्वारा जबलपुर रेलवे स्टेशन से आने-जाने वाली ट्रेनों की जाँच के अलावा नरसिंहपुर से इटारसी रेलवे स्टेशन तक जीआरपी को सूचना दी गई है, वहीं सिहोरा से रीवा जाने वाले मार्गों पर भी पुलिस को सतर्क किया गया है। इसके अलावा पिछले कुछ दिनों में बाहर से आकर होटल, लॉज व डेरों में रहने वालों के संबंध में जानकारी जुटाई जा रही है।

कुछ दूरी पर तैनात थी एफआरवी

नेपियर टाउन के जिस मकान में डकैती की वारदात हुई है उससे कुछ दूरी पर पुलिस की एफआरवी वैन पूरी रात तैनात थी। वहीं ओमती टीआई वीरेंद्र सिंह की रात्रि गश्त थी। दोनों टीमों ने कई बार वहाँ का चक्कर लगाया था लेकिन पुलिस को इसकी भनक तक नहीं लग सकी।पी-4

बांग्लादेशी गिरोह की आशंका

जानकारों के अनुसार पूर्व में हुई एक वारदात के बाद पुलिस को एक मोबाइल मिला था जिसका नंबर बांग्लादेश का होने का पता चला था। उक्त वारदात में इस बात की आशंका नजर आ रही थी कि बाहर से आने वाले डकैत गिरोह के सदस्य शहर में घुसकर पहले सॉफ्ट टारगेट की तलाश कर रेकी करते हैं उसके बाद वारदात को अंजाम देने के बाद रेल पाँत के रास्ते शहर छोड़कर अपने ठिकानों पर लौट जाते हैं।

वारदात करने वालों की तलाश

नेपियर टाउन क्षेत्र में डकैती की वारदात करने वाले नकाबपोश आरोपियों की पतासाजी के लिए पुलिस की कई टीमों को लगाया गया है, वहीं आसपास के जिलों में भी आरोपियों की पतासाजी के लिए पुलिस टीमों को भेजा गया है।

-टीके विद्यार्थी, एसपी

Created On :   30 July 2023 10:26 PM IST

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