जबलपुर: लाखों क्विंटल धान और किसान, दोनों खुले में पड़े

लाखों क्विंटल धान और किसान, दोनों खुले में पड़े
  • धान भीगी तो करोड़ों रुपयों के नुकसान की आशंका
  • ब्लैकलिस्टेड वेयर हाउसों के बाहर रखी धान कोई उठाने तैयार नहीं
  • 22 वेयर हाउसों में बाहर रखी है धान

डिजिटल डेस्क,जबलपुर। किसानों की कमाई को डबल करने का दावा था लेकिन लगता है उनके मुँह का निवाला भी छीना जा रहा है। हजारों किसानों ने वेयर हाउसों के बाहर इस उम्मीद में धान एकत्र की थी कि जल्द खरीदी होगी, किन्तु उन्हें क्या मालूम था कि उनकी मेहनत पर अधिकारी और मौसम दोनों की बुरी नजर है। अधिकारियों ने वेयर हाउसों पर कार्रवाई की जिसका किसानों ने कोई विरोध नहीं किया लेकिन अब जब उनकी धान नहीं उठवाई जा रही है तब किसान परेशान हैं। यह परेशानी कब विस्फोट में बदलेगी कहा तो नहीं जा रहा है लेकिन धीरे-धीरे आग सुलग तो रही है।

जिले में धान की खरीदी 1 दिसम्बर से शुरू हुई थी। चूंकि उन दिनों चुनावी माहौल बना था और खरीदी केन्द्र ही तय नहीं थे इसलिए किसानों ने सोचा कुछ समय बाद धान बेचेंगे। इसी बीच अनेक वेयर हाउसों ने खरीदी के लिए किसानों से सम्पर्क किया। उनका कहना था कि वेयर हाउस को खरीदी केन्द्र बनाया जा रहा है, किसानों ने धान एकत्र करना शुरू कर दिया। इसके बाद अचानक ही निर्णय लिया गया कि 36 वेयर हाउस ब्लैकलिस्ट किए जाते हैं।

वेयर हाउसों में रखी धान को उठाने से भी इनकार कर दिया गया। किसानों का कहना था कि यदि खरीदी केन्द्र पहले ही तय हो जाते तो वे सूची के आधार पर ही धान एकत्र करते लेकिन अब यदि प्रशासन धान किसी दूसरी जगह बेचने की बात कर रहा है ताे धान उठाने का इंतजाम तो करना ही चाहिए लेकिन ऐसा भी नहीं हो रहा है। किसानों से कहा जा रहा है कि वे खुद ही अपनी धान उठाएँ और दूसरे केन्द्रों पर ले जाएँ।



Created On :   5 Jan 2024 3:37 PM IST

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