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Jabalpur News: राज खुला तो ग्रीन नेट से ढक दिया जर्जर टैंक

- पाइप लाइन में मृत बंदर मिलने का मामला
- विभाग में हड़कंप, भोंगाद्वार फिल्टर प्लांट में लगा रहा अफसरों का जमघट
- भोंगाद्वार फिल्टर प्लांट के क्लियर वाॅटर टैंक का स्लैब पिछले चार साल से गिर रहा है।
Jabalpur News: भोंगाद्वार फिल्टर प्लांट की डिस्ट्रीब्यूशन पाइप लाइन में मृत बंदर मिलने के मामले से नगर निगम में हड़कम्प की स्थिति है। मामले को लेकर गुुरुवार को भोंगाद्वार फिल्टर प्लांट में अधिकारियों का जमघट लगा रहा। जनप्रतिनिधि भी हालात जानने के लिए पहुंचे। जांच के दौरान अनुमान लगाया गया कि इस प्लांट का भी क्लियर वॉटर टैंक जर्जर था। इसी जर्जर व खुले क्लियर वाॅटर टैंक में बंदर गिरा होगा। इसके बाद वह आगे जाकर पाइप लाइन में फंस गया। खास बात ये है कि यह राज सामने आते ही निगम कर्मियों ने फिल्टर प्लांट के खुले क्लियर वाॅटर टैंक को ग्रीन नेट से ढक दिया, ताकि राज राज ही रह जाए।
पाइप लाइन में मृत बंदर मिलने का खुलासा होते ही गुरुवार को निगम के अफसर भोंगाद्वार फिल्टर प्लांट पहुंच गए। आनन-फानन में यहां प्लांट परिसर की सफाई कराई गई। इसके बाद जर्जर और खुले हुए क्लियर वाॅटर टैंक को ग्रीन नेट से ढक दिया गया। उल्लेखनीय है कि बुधवार को पानी का प्रेशर कम आने की शिकायत पर जब निगम कर्मियों ने पाइप लाइन को काटा तो उसमें मृत बंदर मिला था।
चार साल से गिर रहा क्लियर वाॅटर टैंक का स्लैब
भोंगाद्वार फिल्टर प्लांट के क्लियर वाॅटर टैंक का स्लैब पिछले चार साल से गिर रहा है। 10 हजार वर्गफीट क्षेत्र में बनाए गए टैंक का आधा हिस्सा गिर चुका है। क्षेत्रीय नागरिकों ने नगर निगम के अधिकारियों से कई बार टैंक के सुधार के लिए ज्ञापन दिया, लेकिन सुधार कार्य नहीं किया गया। आखिरकार खुले और जर्जर टैंक में एक बंदर गिरकर पाइप लाइन में फंस गया।
53 साल पुराना है फिल्टर प्लांट, एक लाख लोगों को होती है जलापूर्ति |भोंगाद्वार फिल्टर प्लांट का निर्माण 1972 में किया गया था। फिल्टर प्लांट में खंदारी और गौर नदी से पानी एकत्रित किया जाता है। इसके बाद बिलहरी, तिलहरी, कजरवारा, भोंगाद्वार, सिविल लाइन्स और गोरखपुर क्षेत्र के एक लाख लोगों को पानी की सप्लाई की जाती है।
पूरी प्रक्रिया को देखा
बताया गया है कि गुरुवार दोपहर 1 बजे कैन्ट विधायक अशोक रोहाणी भी फिल्टर प्लांट पहुंचे। यहां पर उन्होंने जर्जर क्लियर वाॅटर टैंक और पानी साफ करने की प्रक्रिया का निरीक्षण किया। फिल्टर प्लांट की प्रयोगशाला का भी जायजा लेने के बाद श्री रोहाणी ने कहा कि जलापूर्ति में लापरवाही करने वाले अधिकारियों और कर्मचारियों पर कठोर कार्रवाई की जाएगी।
निगमाध्यक्ष रिकुंज विज ने कहा है कि फिल्टर प्लांट की सुरक्षा सुनिश्चित की जाए, ताकि कोई भी जानवर क्लियर वाॅटर टैंक या फिर पाइप लाइन में न गिर पाए। इस मौके पर आशीष राव, पूर्व पार्षद सुंदर अग्रवाल, आशीष दास चौधरी, संतोष यादव, आशुतोष दुबे आदि मौजूद थे।
भोंगाद्वार फिल्टर प्लांट के जर्जर क्लियर वाॅटर टैंक का जल्द ही सुधार कराया जाएगा। टैंक के ऊपर शेड भी बनाया जाएगा। इसका प्रस्ताव तैयार कराया जा रहा है।
- कमलेश श्रीवास्तव, जल प्रभारी, नगर निगम
रमनगरा फिल्टर प्लांट के इंटकवेल का एक पंप खराब
रमनगरा फिल्टर प्लांट के इंटकवेल के तीन में से एक पंप में खराबी आ गई है। फिलहाल दो पंपों से नर्मदा नदी से पानी उठाया जा रहा है। इससे कई क्षेत्रों में जलसंकट होने की संभावना है। फिलहाल अभी जलापूर्ति पर असर नहीं पड़ा है। उल्लेखनीय है कि रमनगरा प्लांट के इंटकवेल में तीन पंप लगे हुए हैं। जिसमें से दो पंपों के जरिए नर्मदा नदी से पानी उठाया जाता है।
तीसरे पंप को स्टैंड बाय में रखा जाता है। गुरुवार को अपर आयुक्त विद्यानंद बाजपेयी ने प्लांट का निरीक्षण किया। उन्होंने जल्द ही पंप को सुधारने के निर्देश दिए ताकि जलापूर्ति प्रभावित नहीं हो सके और लोगों को राहत मिल सके इसके प्रयास हो रहे हैं।
Created On :   28 March 2025 6:47 PM IST