Jabalpur News: किताब के कवर पर था किसी और का नाम, हाथ आई तो अपनी सी लगने लगी

किताब के कवर पर था किसी और का नाम, हाथ आई तो अपनी सी लगने लगी
  • 4 दिन में 18 हजार पुस्तकें दान पात्र में आईं, 6500 बच्चों को खुशियां दे गईं
  • बुक बैंक के स्टॉल में विद्यार्थी अपनी पुरानी पुस्तकें दान कर सकते हैं।

Jabalpur News: जिस बात काे समझने में हमें वर्षों लगे, बच्चों के उसे मिनटों में भांप लिया। यही वजह है कि पुस्तक मेले में किताबें दान पात्र में देने के लिए बड़ों से कहीं ज्यादा बच्चे उत्सुक नजर आए। वहीं जिन बच्चों को इसी पात्र से किताबें मिलीं उनकी खुशी का ठिकाना न रहा। किताबों पर नाम भले ही किसी और का था लेकिन अगले ही पल उन्हें अपनी सी लगने लगीं।

जिला प्रशासन द्वारा शहीद स्मारक में आयाेजित पुस्तक मेेला मध्यम श्रेणी परिवारों के लिए तसल्ली भरा साबित हो रहा है। वे परिवार जो महंगी होती शिक्षा व्यवस्था से परेशान तो हैं, लेकिन किसी से खुलकर कुछ कह नहीं सकते, अब राहत महसूस कर रहे हैं।

अब तक जमा हो चुकी हैं 18 हजार पुस्तकें

शिक्षा विभाग के अधिकारियों ने बताया कि रेडक्राॅस के काउंटर पर अब तक 18 हजार से ज्यादा पुस्तकें जमा हो चुकी हैं और चार हजार से ज्यादा पुस्तकों का वितरण हो चुका है। पुस्तक मेले से जहां एक ओर बच्चों और अभिभावकों को अपनी पसंद की शैक्षणिक सामग्री खरीदने का अवसर मिल रहा है, तो वहीं दूसरी ओर आयोजित संस्कृतिक कार्यक्रमों से यह मेला बच्चों के अंदर छिपे हुनर को निखारने का माध्यम भी बन रहा है।

बारह दिन का यह पुस्तक मेला प्रतिदिन शाम 4 बजे से रात 10 बजे तक तथा शनिवार और रविवार को दोपहर 12 से रात 10 बजे तक खुला रहेगा। पुस्तक मेले के चाैथे दिन शुक्रवार को बड़ी संख्या में बच्चों और उनके अभिभावकों ने किताब, काॅपियाें, यूनिफॉर्म और स्कूल बैग की खरीदी की। बुक बैंक के स्टॉल में विद्यार्थी अपनी पुरानी पुस्तकें दान कर सकते हैं।

Created On :   29 March 2025 1:57 PM IST

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