Jabalpur News: 68 के पास लायसेंस और दौड़ रही 150 से अधिक नावें

68 के पास लायसेंस और दौड़ रही 150 से अधिक नावें
  • गौरीघाट में हुई जाँच में खुला राज, किसी के पास नहीं मिले लाइफ जैकेट, जोखिम में डाल रहे लोगों की जान
  • किराया भी वसूल रहे ज्यादा
  • गौरीघाट में नाव संचालन में हो रही अनियमितताओं की लंबे समय से शिकायत की जा रही है।

Jabalpur News: गौरीघाट में केवल 68 नावों का लायसेंस है, लेकिन यहाँ पर 150 से अधिक नावें दौड़ रही हैं। यह खुलासा गुरुवार को कलेक्टर के निर्देश पर शिकायतों की जाँच करने पहुँची नगर निगम की टीम के सामने हुआ। लोगों ने बताया कि नगर निगम ने नाव के रेट दो रुपए प्रति व्यक्ति निर्धारित किए हैं, लेकिन नाविक मनमाना किराया वसूल रहे हैं। नावों पर रेट लिस्ट तक नहीं लगाई गई है।

गौरीघाट में नाव संचालन में हो रही अनियमितताओं की लंबे समय से शिकायत की जा रही है। दो दिन पहले एक युवती नीतू बर्मन ने भी कलेक्टर से नाव चलाने के लिए लायसेंस दिए जाने की गुहार लगाई थी। युवती ने आरोप लगाया था कि यहाँ के नाव चालक उसकी सवारियों के साथ बदतमीजी करते हैं।

इसके बाद कलेक्टर के निर्देश पर अपर आयुक्त वित्त प्रशांत गोंटिया, राजस्व उपायुक्त पीएन सनखेरे, उपायुक्त संभव अयाची, सहायक अतिक्रमण अधिकारी सागर बोरकर और सहायक स्वास्थ्य अधिकारी अनिल बारी की पाँच सदस्यीय जाँच टीम गुरुवार को जाँच के लिए पहुँची। जाँच में पाया गया कि नाव संचालन का ठेका वर्ष 2015-16 में सत्येन्द्र मल्लाह को दिया गया था।

नाविकों के पास लाइफ जैकेट तक नहीं

जाँच टीम के निरीक्षण में किसी भी नाविक के पास लाइफ जैकेट नहीं मिली। इससे दुर्घटना होने पर लोगों को बचाया तक नहीं जा सकता है। जाँच के दौरान लोगों ने बताया कि गौरीघाट में रात 9 बजे के बाद भी नावों का संचालन किया जा रहा है, जबकि रात 9 बजे के बाद नाव चलाने पर प्रतिबंध है।

निगरानी के लिए वॉच टॉवर भी नहीं

जाँच टीम ने पाया कि गौरीघाट में कई जगह से नावों का संचालन किया जा रहा है। नाव संचालन के लिए एक जगह निश्चित नहीं है। यहाँ पर नावों की निगरानी के लिए वॉच टॉवर भी नहीं है। इससे नाव चालकों को मनमानी करने की खुली छूट मिली हुई है।

नाव संचालन का नया टेंडर करने की तैयारी

जाँच टीम के सदस्यों ने बताया कि गौरीघाट में नाव संचालन का नया टेंडर करने की तैयारी की जा रही है। नए टेंडर में नाव संचालन को व्यवस्थित किया जाएगा।

युवती को लायसेंस देने पर भी हुई बातचीत

जाँच टीम ने ठेकेदार से पूछा कि नीतू बर्मन को नाव चलाने का लायसेंस क्यों नहीं दिया जा रहा है। इस पर ठेकेदार ने बताया कि नाव चलाने का लायसेंस नगर निगम की ओर से दिया जाता है। जाँच टीम ने लगभग 20 लोगों के बयान दर्ज करने के बाद पंचनामा तैयार कर लिया है। इसकी रिपोर्ट तैयार कर कलेक्टर के समक्ष प्रस्तुत की जाएगी।

Created On :   27 Dec 2024 3:08 PM IST

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