Jabalpur News: गेट खोलते ही तेंदुए ने किया कर्मचारी पर हमला

गेट खोलते ही तेंदुए ने किया कर्मचारी पर हमला
  • आयुध निर्माणी खमरिया के सेक्शन-एफ के मैग्जीन डिपो में घटना
  • वेटरनरी में तेंदुए को दिया जा रहा उपचार
  • घटना के बाद ओएफके के कर्मचारियों में दहशत का माहौल बना हुआ है।

Jabalpur News: आयुध निर्माणी खमरिया (ओएफके) में गुरुवार की सुबह सेक्शन-एफ के मैग्जीन डिपो में छिपकर बैठी मादा तेंदुआ ने एक कर्मचारी पर हमला कर दिया। घटना के बाद फैक्ट्री में मौजूद कर्मचारियों में दहशत फैल गई और आनन-फानन में फैक्ट्री की सिक्योरिटी टीम के साथ अधिकारी भी मौके पर पहुंच गए। फैक्ट्री प्रबंधन की सूचना पर वन विभाग और वेटरनरी डॉक्टरों की टीम भी मौके पर पहुंची।

करीब दो घंटे की मशक्कत के बाद ट्रेंकुलाइज करके तेंदुए काे वेटरनरी विवि स्थित स्कूल ऑफ फॉरेंसिक वाइल्ड लाइफ सेंटर लाया गया, जहां पिंजरे में बंद मादा तेंदुए का इलाज किया जा रहा है।

पहली बार हमला किया

ओएफके एरिया में काफी संख्या में तेंदुए रहते हैं, जिनकी वजह से सेक्शन एफ में अक्सर उनका मूवमेंट रहता है। पूर्व में भी कई बार तेंदुए कर्मचारियों के आसपास तक देखे जा चुके हैं यह पहला मौका है, जब तेंदुए ने किसी कर्मचारी पर हमला किया है। घटना के बाद ओएफके के कर्मचारियों में दहशत का माहौल बना हुआ है।

गेट खोला तो सामने खड़ी थी मादा तेंदुआ

जानकारी के अनुसार गुरुवार की सुबह करीब 10 बजे मैग्जीन डिपो में कार्यरत कर्मचारी सुबोजीत रॉय बारूद लेने के लिए गोदाम के अंदर पहुंचे। जैसे उन्होंने गेट खोला, उनके सामने एक मादा तेंदुआ खड़ी थी। सुबोजीत जब तक कुछ समझ पाते, तेंदुए ने उन पर चार्ज कर दिया। सुबोजीत तत्काल पलटे और चिल्लाते हुए भागने लगे। इसके कारण तेंदुआ भी तुरंत अंदर लौट गया, जिसके चलते बड़ा हादसा टल गया।

तेंदुए ने सुबोजीत के बाएं पैर पर हमला किया था लेकिन शुक्र था कि उन्हें एक खरोंच तक नहीं आई सिर्फ पैंट का छोटा सा टुकड़ा तेंदुए का नाखून लगने से फटा था। घटना के बाद सुरक्षा कर्मियोंं ने तत्काल मैग्जीन डिपो का गेट लॉक कर दिया और वन विभाग के साथ वेटरनरी डॉक्टरों की टीम को माैके पर बुला लिया।

एक ही बार में किया ट्रेंकुलाइज

जबलपुर रेंजर अपूर्व प्रखर शर्मा ने बताया कि ओएफके प्रबंधन की सूचना पर वे रेस्क्यू टीम के साथ वेटरनरी डॉक्टरों की टीम लेकर ओएफके पहुंचे थे। श्री शर्मा के अनुसार गोदाम काफी बड़े एरिया में है इसलिए तेंदुए को ढूंढने में समय लगा। तेंदुए को देखने के बाद वेटरनरी डॉ. सोमेश सिंह ने 15 फीट की दूरी से उसे ट्रेंकुलाइजर गन से इंजेक्शन मारा जो उसके दाएं कंधे पर लगा और कुछ ही सेकेंड में मादा तेंदुआ बेहोश हो गई। इसके बाद उसे पिंजरे में रखकर वाइल्ड लाइफ सेंटर पहुंचाया गया। फिलहाल डॉक्टरों की टीम पूरे समय उसकी निगरानी में जुटी हुई है।

Created On :   28 March 2025 6:23 PM IST

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