- Home
- /
- राज्य
- /
- मध्य प्रदेश
- /
- जबलपुर
- /
- पूरी पार्किंग में हो गए अवैध कब्जे...
Jabalpur News: पूरी पार्किंग में हो गए अवैध कब्जे इधर सड़क पर खड़े हो रहे वाहन
- सिविक सेंटर के हाल: अतिक्रमणों और जहाँ-तहाँ पार्क हो रहे वाहनों के कारण मल्टीलेवल पार्किंग भी बनी शोपीस
- अराजकता का बना है माहौल
- जेडीए के अफसरों को इस बात की जानकारी ही नहीं है कि मेन बिल्डिंग के पीछे पार्किंग है।
Jabalpur News: शहर के हृदय स्थल सिविक सेंटर में जेडीए कार्यालय के ठीक बगल में बनी मेन बिल्डिंग के पीछे पार्किंग के लिए लम्बी-चौड़ी जगह छोड़ी गई है। हालात ये हैं कि इस पार्किंग की जगह पर ठेले और टपरे वालों ने अवैध कब्जा कर लिया है और उक्त मेन बिल्डिंग के सामने ही चार-पहिया और दो-पहिया वाहन खड़े हो रहे हैं। अतिक्रमणों के बीच इस तरह सड़क पर वाहनों की पार्किंग से अराजकता फैल रही है।
वहीं दूसरी तरफ सिविक सेंटर में बनाई गई मल्टीलेवल पार्किंग भी शोपीस बनकर रह गई है। इसके कारण सिविक सेंटर में दिन-भर जाम लग रहा है। हैरानी की बात तो ये है कि इसकी परवाह शहर के किसी भी जिम्मेदार अधिकारी को नहीं है।
उल्लेखनीय है कि जबलपुर विकास प्राधिकरण (जेडीए) ने वर्ष 1990 में सिविक सेंटर चौपाटी से लेकर जेडीए कार्यालय तक मेन बिल्डिंग का निर्माण किया था। निर्माण के समय ही मेन बिल्डिंग के पीछे 30 फीट चौड़ी और 400 फीट लंबी जगह पार्किंग के लिए छोड़ी थी। शुरुआती दौर में यहाँ पर वाहनों की पार्किंग होती थी। इसके बाद धीरे-धीरे यहाँ पर ठेले और टपरे वालों ने कब्जा लिया। इसके बाद मेन बिल्डिंग के सामने वाहन खड़े होने लगे। इससे दिन-भर जाम के हालात बन रहे हैं।
जेडीए के अफसरों को जानकारी ही नहीं
हैरान करने वाली बात यह है कि जेडीए के अफसरों को इस बात की जानकारी ही नहीं है कि मेन बिल्डिंग के पीछे पार्किंग है। इसके कारण जेडीए कार्यालय के सामने पार्किंग की जगह पर हुए अवैध कब्जे पर अफसरों की नजर नहीं पड़ रही है। जानकारों का कहना है कि जेडीए के अफसरों ने कभी भी पार्किंग की जगह को खाली कराने का प्रयास नहीं किया। इसका खामियाजा आम जनता को भुगतना पड़ रहा है।
8 करोड़ की मल्टीलेवल पार्किंग पड़ी खाली
स्मार्ट सिटी ने सिविक सेंटर में पार्किंग की समस्या को हल करने के लिए 8 करोड़ रुपए की लागत से मल्टीलेवल पार्किंग का निर्माण किया था। देखरेख के अभाव में मल्टीलेवल पार्किंग के एक हिस्से का हाइड्रोलिक सिस्टम खराब हो चुका है। इसके कारण यहाँ पर वाहन खड़े नहीं हो रहे हैं। मल्टीलेवल पार्किंग के संचालन के लिए कोई एजेंसी तक नहीं है।
पार्किंग के प्रवेश द्वार पर लगा दिया गेट
क्षेत्रीय नागरिकों का कहना है कि मेन बिल्डिंग के प्रवेश द्वार पर लोहे का गेट लगा दिया गया है। इस गेट का उपयोग ठेले और टपरे वाले कर रहे हैं। कई दुकानदारों ने भी पीछे से गेट खोलकर पार्किंग की जगह का उपयोग करना शुरू कर दिया है। इसके कारण यहाँ पर कोई भी पार्किंग नहीं करता है। सूत्रों का कहना है कि कुछ लोग जेडीए की पार्किंग की जमीन को किराए पर भी चला रहे हैं।
Created On :   26 Dec 2024 7:18 PM IST