- Home
- /
- राज्य
- /
- मध्य प्रदेश
- /
- जबलपुर
- /
- सिर्फ खाद्यान्न की अनुमति, हो रही...
Jabalpur News: सिर्फ खाद्यान्न की अनुमति, हो रही सीमेंट और आयरनओर की लोडिंग-अनलोडिंग

- कछपुरा मालगाेदाम पर पिछले दो साल से हो रहा कंसेंट आदेश का उल्लंघन
- खुलेआम सीमेंट व आयरनओर की लोडिंग-अनलोडिंग की जा रही है।
- कंसेंट आदेश जारी करने वाला जिम्मेदार पीसीबी विभाग द्वारा भी मौके पर जाकर निरीक्षण नहीं किया जा रहा है।
Jabalpur News: कछपुरा मालगोदाम से उड़ रही धूल से आसपास के आधा दर्जन से अधिक काॅलोनीवासी हलाकान हैं। इस समस्या का निराकरण करने रेल प्रशासन आगे नहीं आ रहा है। वहीं इस बात का खुलासा हुआ है कि यहां हो रही लोडिंग-अनलोडिंग मामले में कंसेंट आदेश का उल्लंघन किया जा रहा है। पॉल्यूशन कंट्रोल बोर्ड(पीसीबी) द्वारा रेलवे के कछपुरा रेलवे गुड्स शेड को केवल खाद्यान्न के लिए लोडिंग और अनलोडिंग की अनुमति दी गई।
इसके बाद भी खुलेआम सीमेंट व आयरनओर की लोडिंग-अनलोडिंग की जा रही है। ऐसा नहीं है कि रेलवे के अधिकारियों को इस बात की जानकारी नहीं, मगर आय कमाने के फेर में वे भी चुप्पी साधे हुए हैं। वहीं कंसेंट आदेश जारी करने वाला जिम्मेदार पीसीबी विभाग द्वारा भी मौके पर जाकर निरीक्षण नहीं किया जा रहा है। जिसका खामियाजा यहां रह रहे हजारों लोगों काे भुगतना पड़ रहा है जिनके घर धूल के गुबार से सन रहे हैं।
प्रतिवर्ष 1 लाख 20 हजार मीट्रिक टन खाद्यान्न की अनुमति
नागरिक उपभोक्ता मार्गदर्शक मंच के डाॅ. पीजी नाजपांडे ने बताया कि पीसीबी के रीजनल अधिकारी ने रेलवे को कछपुरा मालगोदाम में कंसेंट आदेश नंबर एडब्ल्यू 111549 द्वारा 5 अप्रैल 2023 को प्रतिवर्ष 1 लाख 20 हजार मीट्रिक टन खाद्यान्न की लोडिंग व अनलोडिंग की अनुमति है, कंसेंट आदेश का उल्लंघन कर सीमेंट व आयरनओर की लोडिंग-अनलोडिंग की जा रही है।
नहीं हो रही मॉनिटरिंग
मंच के रजत भार्गव व एड. प्रभात यादव ने बताया कि कंसेंट आदेश में जल तथा वायु अधिनियमों के अंतर्गत उल्लेखित शर्तों का पालन करने कहा गया है, लेकिन अवैध रूप से हो रहे सीमेंट व आयरनओर तथा मिनरल के साइडिंग से हुए ध्वनि, वायु तथा जल प्रदूषण की माॅनिटरिंग नहीं होने से लोगों का जीवन खतरे में हैं। यहां कंसेंट आदेश का उल्लंघन किए जाने की शिकायत पमरे जीएम, कलेक्टर, निगमायुक्त व प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड को भेजी गई है।
Created On :   25 Feb 2025 5:17 PM IST