Jabalpur News: एनटीईटी परीक्षा पास किये बिना नहीं बन पाएँगे चिकित्सा शिक्षक

एनटीईटी परीक्षा पास किये बिना नहीं बन पाएँगे चिकित्सा शिक्षक
  • आयुर्वेद, होम्योपैथी, यूनानी विधाओं के लिए 14 अक्टूबर तक कर सकते हैं ऑनलाइन आवेदन
  • डिजिटल भुगतान की आखिरी तारीख 15 अक्टूबर है।
  • भारतीय चिकित्सा पद्दति राष्ट्रीय आयोग द्वारा इस संबंध में पूर्व में आदेश जारी किया जा चुका है।

Jabalpur News: नेशनल टीचर्स एन्ट्रेंस टेस्ट ( एनटीईटी) यानी राष्ट्रीय शिक्षक पात्रता परीक्षा पास किये बिना अब आयुर्वेद, होम्योपैथी, यूनानी मेडिकल कॉलेजों में आयुष स्नातकोत्तर डिग्रीधारी चिकित्सक न तो चिकित्सा शिक्षक बन पायेंगे और न ही छात्रों को पढ़ा सकेंगे।

भारतीय चिकित्सा पद्दति राष्ट्रीय आयोग द्वारा इस संबंध में पूर्व में आदेश जारी किया जा चुका है। एनटीईटी का आयोजन नेशनल टेस्टिंग एजेंसी द्वारा किया जा रहा है। इण्डियन सिस्टम मेडिसिन व होम्योपैथी पीजी डिग्रीधारी आवेदन 14 अक्टूबर तक ऑनलाइन कर सकते हैं। डिजिटल भुगतान की आखिरी तारीख 15 अक्टूबर है। वहीं आवेदक 16 अक्टूबर से 17 अक्टूबर तक आवेदन में सुधार कर सकते हैं।

परीक्षा तिथि की घोषणा एनटीए द्वारा बाद में वेबसाइट पर की जाएगी। आयुष मेडिकल एसोसिएशन के राष्ट्रीय प्रवक्ता डाॅ. राकेश पांडेय ने बताया कि यह परीक्षा पहली बार आयोजित हो रही है। यह नवीन पीजी डिग्रीधारी डॉक्टर्स पर लागू होगा जो अब से चिकित्सा शिक्षा पेशा अपनाना चाहते हैं। पुराने चिकित्सा शिक्षक जिन्हें सीसीआईएम अथवा एनसीआईएसएम ने टीचर्स कोड अलॉट कर दिया है उन पर यह लागू नहीं होगा। जबलपुर समेत देशभर में 750 से ज्यादा आयुष कॉलेज संचालित हैं। परीक्षा हिंदी और अंग्रेजी दोनों माध्यम में हो सकती है।

बीटेक में प्रवेश के लिए काउंसलिंग का दूसरा चरण 27 तक

रानी दुर्गावती विश्वविद्यालय में इसी वर्ष से प्रारंभ किए गए बीटेक (कम्प्यूटर साइंस एण्ड इंजीनियरिंग) पाठ्यक्रम में प्रवेश प्रक्रिया जारी है। जिसमें प्रवेश हेतु द्वितीय काउंसलिंग में शामिल होने अंतिम तिथि 27 सितम्बर घोषित की गई है। कुलगुरु प्रो. राजेश कुमार वर्मा एवं विभागाध्यक्ष गणित एवं कम्प्यूटर साइंस प्रो. जे.के. मैत्रा ने बताया कि पाठ्यक्रम की रूपरेखा तैयार की जा चुकी है।

पाठ्यक्रम से संबंधित सभी औपचारिकताएँ पूरी की जा चुकी हैं। इंजीनियरिंग की अन्य ब्रांचों के पाठ्यक्रम भी आने वाले वर्षों में प्रारंभ किए जाएँगे। आईआईआईटीडीएम, शासकीय इंजीनियरिंग महाविद्यालय, प्रदेश एवं प्रदेश के बाहर के अन्य प्रतिष्ठित संस्थानों से विशेषज्ञों को पाठ्यक्रम एवं कैरियर के संबंध में मार्गदर्शन हेतु समय-समय पर आमंत्रित किया जाएगा।

भविष्य में इंजीनियरिंग का पृथक परिसर निर्मित किया जाएगा। इसके साथ ही डिग्री पाठ्यक्रम-बी.काॅम (रिटेल आपरेशन्स), बी.काॅम (बैंकिंग एण्ड फाइनेंशियल सर्विसेस एण्ड इंश्योरेन्स), बीएससी ऑनर्स (एविएसन) एवं सर्टिफिकेट पाठ्यक्रम-एयरलाइन कस्टमर सर्विस एग्जीक्यूटिव भी सत्र 2024-25 से प्रारंभ किए जा रहे हैं।

Created On :   26 Sept 2024 6:54 PM IST

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