Jabalpur News: आगे तक बढ़ा लिए दुकानों के शेड, हाथठेलों का भी कब्जा

आगे तक बढ़ा लिए दुकानों के शेड, हाथठेलों का भी कब्जा
  • अधारताल तिराहे की समस्या: पूरे क्षेत्र के लोग हो रहे परेशान
  • नगर निगम के जिम्मेदार सिर्फ बैठकी शुल्क वसूलने में हैं मशगूल
  • सड़क पर हाथठेलों व अस्थायी दुकानों के अलावा लोगों के वाहन खड़े होने के कारण भी यहाँ जाम लगना आम बात हो गयी है

Jabalpur News: पक्की दुकानों के आगे तक निकले शेड और सामने खड़े हाथठेलों से सड़क सँकरी होने के कारण सामने आते रोड एक्सीडेंट। यह बानगी है उपनगरीय क्षेत्र अधारताल की, जहाँ बिरसा मुण्डा तिराहे के चारों तरफ दुकानदारों द्वारा मोटी कमाई करने के चक्कर में आगे तक अतिक्रमण कर लिए गए हैं।

इतना ही नहीं दुकानों के सामने फल व खाद्य सामग्री के हाथठेले खड़े करवाकर उनसे भी कमाई की जा रही है। इस दौरान नगर निगम के जिम्मेदार सड़क पर लगी दुकानों से रोजाना बैठकी शुल्क लेकर वापस चले जाते हैं और इसी कारण यहाँ जाम लगने और एक्सीडेंट होने जैसे हालात बने हुए हैं।

फुटपाथ पर रखा रहता है सामान

जानकारों की मानें तो बिरसा मुण्डा चौक के आसपास जेडीए एवं निजी व्यक्तियों द्वारा निर्मित आधा दर्जन से अधिक शॉपिंग काॅम्प्लेक्स हैं। जहाँ दवाइयों, किराना स्टोर्स, कपड़ा, हार्डवेयर, वाहन सुधारने, मोबाइल एसेसरीज, मिष्ठान्न, स्टेशनरी एवं दूध डेयरी आदि की दो दर्जन से अधिक दुकानें इन दिनों संचालित हो रही हैं।

करीब 2 दशक पूर्व निर्मित उक्त कॉम्प्लेक्स में जैसे-जैसे दुकानों की संख्या बढ़ती गई, वैसे-वैसे ही इन सभी ने अपनी दुकानों के शेड आगे तक निकाल लिए। इसके बाद अंदर के अलावा बाहर भी सामान को रखकर उनका धड़ल्ले के साथ विक्रय किया जाने लगा।

खुद अतिक्रमण करवा कर ले रहे शुल्क

क्षेत्रीय नागरिकों ने बताया कि इन दुकानदारों द्वारा न केवल आगे की ओर शेड निकालकर अतिक्रमण कर व्यापार किया जा रहा है, बल्कि दुकानों के सामने ही फल, सब्जी, चाट-फुल्की, कपड़ों एवं शूज आदि संंबंधी हाथठेलों एवं अस्थायी दुकानों को लगवाकर उनसे भी रोजाना के हिसाब से शुल्क वसूला जा रहा है।

इसी के चलते पक्की दुकानों और इन हाथठेलों में आने वाले ग्राहक इनके सामने अपने वाहनों को खड़ा कर खरीददारी करते हैं और इसी कारण सुबह से लेकर देर शाम तक मेनरोड सँकरी हो जाती है और जब-तब जाम लगने का सिलसिला बना रहता है।

लगातार हो रहे सड़क हादसे

सड़क पर हाथठेलों व अस्थायी दुकानों के अलावा लोगों के वाहन खड़े होने के कारण भी यहाँ जाम लगना आम बात हो गयी है। इसके अलावा जगह के अभाव में वाहन सवार जब यहाँ से निकलने का प्रयास करते हैं तो वे दूसरे वाहनों से टकरा जाते हैं। कुछ दिन पहले ही एक लोडिंग ऑटो तथा कार में टक्कर होने से 4 लोग घायल हो गए थे।

शिकायतों के बावजूद कोई कार्रवाई नहीं

यहाँ चिंताजनक बात यह है कि नगर निगम के जिम्मेदार सिर्फ सड़कों पर खड़े हाेने वाले हाथठेलों से रोजाना बैठकी शुल्क लेकर यहाँ से वापस चले जाते हैं। लेकिन कभी भी दुकानदारों एवं हाथठेला संचालकों के खिलाफ कार्रवाई नहीं करते। इसी के चलते यह समस्या जस की तस बनी हुई है।

क्षेत्रीयजन वीरेन्द्र सिंह, सूरज दाहिया, मोहित केसवानी, दिलीप पटेल एवं रोहित रजक आदि का आरोप है कि उन्होंने अनेक बार नगर निगम को लिखित शिकायत की है लेकिन कोई भी ध्यान नहीं देता। निगम के अतिक्रमण अधिकारी सागर बोरकर का कहना है कि जल्द ही जायजा लेकर उचित कार्रवाई की जाएगी।

Created On :   1 Oct 2024 6:43 PM IST

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