Jabalpur News: एक सप्ताह में जांच कर बताएं, कितनी धान उठी और मिलर्स को कितना किया भुगतान

एक सप्ताह में जांच कर बताएं, कितनी धान उठी और मिलर्स को कितना किया भुगतान
  • धान घोटाले की धमक भोपाल तक पहुंची, कलेक्टर को निर्देश
  • जिला प्रबंधक को भी सदस्य के रूप में रखने कहा गया है जबकि यहां के जिला प्रबंधक फरार हैं।
  • मिलर्स काे कितना भुगतान किया गया और मिलर्स ने कितनी धान उठाई और कब उठाई, इसकी भी जानकारी एकत्र करने कहा गया है।

Jabalpur News: जिले में पकड़े गए 30.14 करोड़ के धान परिवहन घोटाले की धमक भोपाल तक पहुंच गई है। पूरे मामले की उच्च स्तरीय जांच के लिए टीम बनाकर कई बिंदुओं पर नए सिरे से जांच के निर्देश दिए गए हैं। जांच एक सप्ताह में करने कहा गया है। इसमें मिलर्स काे कितना भुगतान किया गया और मिलर्स ने कितनी धान उठाई और कब उठाई, इसकी भी जानकारी एकत्र करने कहा गया है।

पिछले दिनों कलेक्टर दीपक सक्सेना द्वारा कराई गई जांच में जिले में बड़ा धान परिवहन घोटाला सामने आया था। इसमें कार और बसों के जरिए भी धान का परिवहन दिखाया गया था और एक ही वाहन से एक ही दिन में उज्जैन और विदिशा जैसे शहरों के कई-कई फेरे फर्जी तरीके से लगवाए गए थे। टीम की रिपोर्ट के आधार पर 12 थानों में 74 लोगों के खिलाफ 12 एफआईआर दर्ज कराई गई थी। अब खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति एवं उपभोक्ता संरक्षण विभाग की अपर मुख्य सचिव रश्मि अरुण शमी ने निर्देश दिए हैं कि इस मामले की सभी जिलों में जांच कराई जाए।

उन पर जिम्मा जो खुद दागदार

इस मामले में चौंकाने वाली बात तो यह है कि अपर मुख्य सचिव ने जांच दल में उन्हें भी शामिल करने के निर्देश दिए हैं जिन पर धांधली करने के आरोप हैं। निर्देश के अनुसार जांच दल का अध्यक्ष कलेक्टर द्वारा नामांकित अपर कलेक्टर, संयुक्त कलेक्टर या डिप्टी कलेक्टर को बनाया जाए। संयोजक जिला आपूर्ति नियंत्रक या खाद्य अधिकारी को बनाया जाए, जांच दल के सदस्य के रूप में उप या सहायक आयुक्त सहकारिता या महाप्रबंधक जिला केन्द्रीय सहकारी बैंक और मप्र स्टेट सिविल सप्लाईज काॅर्पाेेरेशन के जिला प्रबंधक को भी सदस्य के रूप में रखने कहा गया है जबकि यहां के जिला प्रबंधक फरार हैं।

इन बिंदुओं पर जांच के निर्देश

पत्र में कहा गया है कि उपार्जित धान की मात्रा, धान परिवहन मात्रा, धान जमा मात्रा, धान कमी मात्रा, मिलर्स को भुगतान की स्थिति, मिलरवार धान प्रदाय मात्रा, मिलरवार धान उठाव मात्रा और मिलरवार सीएमआर जमा मात्रा की जानकारी एकत्र की जाए। जांच के दौरान जिला प्रबंधक मप्र स्टेट सिविल सप्लाईज काॅर्पोरेशन द्वारा मिलर्स को धान के नए डिलीवरी ऑर्डर जारी नहीं किए जाएंगे।

Created On :   28 March 2025 6:15 PM IST

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