Jabalpur News: रोवर की खरीदी पर विवाद, लोकायुक्त तक शिकायत

रोवर की खरीदी पर विवाद, लोकायुक्त तक शिकायत
  • सीमांकन के लिए जिला प्रशासन खरीद रहा 12 रोवर, अधिकारियों ने शिकायत को गलत बताया
  • सीमांकन के लिए 12 रोवर मशीनें खरीदने के लिए जिला प्रशासन ने एक कमेटी बनाई
  • जिन मशीनों को खरीदने का निर्णय लिया गया है वे मार्केट रेट से कम की हैं।

Jabalpur News: सीमांकन के लिए जिला प्रशासन द्वारा 12 रोवर मशीनों की खरीदी में विवाद हो गया है। विवाद का कारण मशीनों की कीमत है। इस खरीदी से बाहर हुई एक कम्पनी ने लोकायुक्त सहित कई अन्य मोर्चों पर शिकायत की है कि जिस मशीन की कीमत 6 लाख रुपए है उसे जिला प्रशासन 10 लाख रुपए में ले रहा है। हालाँकि कलेक्टर ने इस शिकायत को सिरे से खारिज कर दिया और कहा कि हमारी तकनीकी टीम ने जिस मशीन को फाइनल किया उसकी जितनी कीमत है उससे कम क्वालिटी वाली मशीन की कीमत से तुलना की जा रही है, जो कि सरासर गलत है।

सीमांकन के लिए 12 रोवर मशीनें खरीदने के लिए जिला प्रशासन ने एक कमेटी बनाई, जिसमें 1 आरआई और 8 पटवारियों को रखा गया था ताकि वे तकनीकी पक्ष को ध्यान में रखते हुए ऐसी मशीन की खरीद कराएँ जो कि सारे मापदंडों पर खरी उतरे। कमेटी ने अनुशंसा की और टेंडर जारी किया गया। इसमें एक निविदाकर्ता ने शिकायत कर दी कि जो मशीन केवल 6.50 लाख रुपए की है उसे जैम पोर्टल के जरिए 10 लाख रुपए में लिया जा रहा है।

सरकारी पोर्टल जैम से हो रही खरीददारी

प्रशासनिक अधिकारियों का कहना है कि जैम पोर्टल विश्वसनीय होता है और यही कारण है कि यहाँ से खरीदी की जा रही है। रही बात कीमत में अंतर की तो जिस प्रकार एक ही प्रॉडक्ट की कीमत अलग-अलग होती है बस वैसा ही है। शिकायत करने वाले ने जिस मशीन की कीमत दी थी उसमें कई सुविधाएँ नहीं हैं। एक अंक टाइप करने के लिए 3 बार बटन दबाना होता है जबकि बाकी मशीनों में ऐसा नहीं है, वे आधुनिक और नई हैं।

मार्केट रेट कम है

तकनीकी समिति की सिफारिश के बाद जिस मशीन को खरीदने का निर्णय हुआ था, वह सारे पैमानों पर खरी उतर रही थी। रही बात शिकायत की तो यह उनका अधिकार है, लेकिन उस आधार पर हम ऐसी मशीनें नहीं ले सकते जो हमारे काम की नहीं हैं। जिन मशीनों को खरीदने का निर्णय लिया गया है वे मार्केट रेट से कम की हैं।

दीपक सक्सेना, कलेक्टर

टेंडर में थीं 3 कंपनियाँ

टेंडर में तीन कंपनियों ने भाग लिया। पहली कंपनी ने एक मशीन की कीमत नौ लाख 99 हजार 2 सौ 7 रुपए दी, दूसरी कंपनी ने 10 लाख 71 हजार 4 सौ 40 रुपए और तीसरी कंपनी ने पाँच लाख 70 हजार रुपए की कीमत दी। शिकायत है कि पहली कंपनी ने जिस मशीन की कीमत करीब 10 लाख बताई उसकी बाजार में कीमत केवल छह लाख 50 हजार है।

Created On :   21 Dec 2024 7:32 PM IST

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