जबलपुर: सर्वर फेल होने की वजह से जेई की परीक्षा नहीं दे पाए सैकड़ों कर्मचारी

सर्वर फेल होने की वजह से जेई की परीक्षा नहीं दे पाए सैकड़ों कर्मचारी
  • रेलवे द्वारा आयोजित जेई की परीक्षा में एक सेंटर के परीक्षार्थी नतीजा जानने भटक रहे
  • डीआरएम कार्यालय के अधिकारियों को परवाह नहीं
  • कर्मचारियों को परीक्षा देने मुख्य स्टेशन से करीब 34 किमी दूर तक जाना पड़ा।

डिजिटल डेस्क,जबलपुर। पश्चिम मध्य रेल जबलपुर मंडल के अधिकारियों की लापरवाही के चलते ग्रुप डी के सैकड़ों कर्मचारी जेई बनने से वंचित हो सकते हैं। विगत दिनों रेल मंडल कार्यालय के इंजीनियरिंग विभाग के जेई के लिए परीक्षा आयोजित की गई थी।

यह परीक्षा जबलपुर के तीन सेंटरों में आयोजित की गई थी जिसमें एक सेंटर भेड़ाघाट स्थित शिव शक्ति स्कूल में सर्वर डाउन होने के कारण सैकड़ों परीक्षार्थी परीक्षा देने से वंचित हो गए। शेष दो सेंटरों में परीक्षा पूरी करा ली गई। अब इन सैकड़ों परीक्षार्थी के समक्ष यह समस्या आ रही है कि उनकी दोबारा परीक्षा ली जाएगी या फिर उन्हें अयोग्य घोषित कर दिया जाएगा।

इस बात का जवाब पाने ये कर्मचारी आए दिन विभाग के चक्कर लगा रहे हैं मगर इन्हें कोई जवाब देने तैयार नहीं है। अधिकारियों की कार्रवाई के डर से ये कर्मचारी खुलकर अपनी पीड़ा भी बयाँ नहीं कर पा रहे हैं, वहीं दूसरी ओर इस मामले में डीआरएम भी कुछ कहने तैयार नहीं हैं। उनका कहना है कि यह सीनियर डीपीओ से संबंधित मामला है वही बता पाएँगे।

यह है मामला

सूत्र बताते हैं कि डीआरएम कार्यालय के कार्मिक विभाग द्वारा 16 जुलाई को इंजीनियरिंग विभाग में जेई के लिए परीक्षा आयोजित की गई थी, जिसके लिए तीन सेंटर बनाए गए थे। इसमें एक सेंटर शिव शक्ति स्कूल भेड़ाघाट को भी बनाया गया था।

यहाँ दोपहर एक बजे से तीन बजे तक परीक्षा आयोजित होनी थी और परीक्षार्थियों को 10 बजे रिपोर्टिंग करना था। इस लिहाज से सभी परीक्षार्थी समय पर उक्त सेंटर पहुँच गए थे। खास बात यह है कि यह विभागीय परीक्षा थी जिसमें रेलवे के ग्रुप डी से ग्रुप सी के लिए आयोजित की गई थी।

इनमें अधिकांश परीक्षार्थी ट्रैकमैन, गैंगमैन रहे जो जूनियर इंजीनियर बनने परीक्षा दे रहे थे। बताया जाता है कि दो सेंटरों में परीक्षा हो गई मगर तीसरे सेंटर शिव शक्ति स्कूल में सर्वर डाउन होने के कारण कम्प्यूटर में आयोजित परीक्षा नहीं हो पाई।

अब इस सेंटर के परीक्षार्थी इस बात को लेकर परेशान हैं कि उनकी परीक्षा दोबारा होगी की नहीं या फिर उन्हें दोबारा जेई बनने का अवसर मिल पाएगा की नहीं।

सेंटर को लेकर उठे सवाल

इस तरह की गड़बड़ी सामने आने के बाद उक्त सेंटर काे लेकर सवाल खड़े हाे रहे हैं। चर्चा इस बात की है कि जब शहर में ही सर्वसुविधायुक्त स्कूल व काॅलेज हैं तो रेलवे द्वारा इतनी दूर सेंटर का चयन क्यों किया गया, जिससे कर्मचारियों को परीक्षा देने मुख्य स्टेशन से करीब 34 किमी दूर तक जाना पड़ा।

सूत्र तो यह भी बताते हैं कि इस सेंटर को लेकर डेढ़ साल पहले भी विरोध हुआ था। जब ग्रुप बी की परीक्षा आयोजित की गई थी जिसमें जबलपुर के बाहर से भी लोग परीक्षा देने आए थे और उन्हें सेंटर ढूँढने में काफी तकलीफ हुई थी। इसके बाद भी इसे दोबारा सेंटर बनाया गया। इस तरह की गड़बड़ी के बाद भी डीआरएम कार्यालय के अधिकारी मामले में चुप्पी साधे हुए हैं।

जेई की परीक्षा के दौरान यह बड़ी गड़बड़ी सामने आई है, जिसके चलते बड़ी संख्या में ग्रुप डी के कर्मचारी परीक्षा नहीं दे सके हैं। परीक्षा आयोजित न कराने के कारण उक्त सेंटर को ब्लैक लिस्टेड किया जा रहा है। हालांकि परीक्षा के संबंध में फिलहाल कोई निर्णय नहीं लिया गया है, जो जल्द लिया जाएगा।

- हर्षित श्रीवास्तव, सीपीआरओ, पमरे

Created On :   23 July 2024 2:16 PM GMT

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