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नर्सेस की स्ट्राइक से लडख़ड़ाईं स्वास्थ्य व्यवस्थाएँ, लगाई नर्सिंग छात्राओं की ड्यूटी
डिजिटल डेस्क जबलपुर। 10 सूत्रीय माँगों को लेकर शासकीय अस्पतालों में सेवाएँ दे रहीं नर्सेस सोमवार को अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चली गईं। नर्सिंग ऑफिसर एसोसिएशन के बैनर तले प्रदेश भर में नर्सेस के स्ट्राइक पर जाने से अस्पतालों में स्वास्थ्य व्यवस्थाएँ लडख़ड़ा गईं, हालाँकि सभी जगह प्रबंधन द्वारा किसी तरह की परेशानी होने से इनकार किया गया है। जिले के तीन बड़े अस्पताल क्रमश: मेडिकल कॉलेज, जिला अस्पताल विक्टोरिया और एल्गिन में नर्सेस ने माँगों को लेकर प्रदर्शन किया। हालाँकि संविदा नर्सेस के आंदोलन का हिस्सा नहीं होने से सेवाएँ कुछ हद तक बहाल रहीं। मेडिकल कॉलेज और विक्टोरिया अस्पताल में नर्सिंग कॉलेज से छात्रों की ड्यूटी लगाई गई है। वहीं एल्गिन अस्पताल में अधिकतर नर्सिंग स्टाफ हड़ताल पर रहा, जिसके चलते मरीजों को परेशानी हुई। यहाँ ओटी में नर्सिंग स्टाफ न होने से सीजेरियन डिलीवरी के मामले मेडिकल कॉलेज रेफर कर दिए गए। नर्सेस की हड़ताल के चलते शासकीय अस्पतालों में चिकित्सकों समेत अन्य स्टाफ पर दबाव बढ़ गया है। सीएमएचओ डॉ. संजय मिश्रा ने बताया कि संविदा नर्सेस के चलते हड़ताल का असर ज्यादा नहीं रहा, नियमित नर्सेस ही हड़ताल पर रहीं।
नर्सेस ने किया प्रदर्शन
- मेडिकल कॉलेज में प्रांतीय महामंत्री सुनीला ईशादीन, संभागाध्यक्ष विनीता गुप्ता, जिला अध्यक्ष मोनिका प्रजापति व लीला ठाकुर आदि ने डीन कार्यालय में प्रदर्शन किया।
- विक्टोरिया अस्पताल में प्रदेश उपाध्यक्ष अनवरी बेगम, जिला अध्यक्ष शिरीन कपाडिय़ा, कोषाध्यक्ष जी. सुसन्ना, सोशन अली, कविता मूर्ति, एल्बीना जोसफ समेत अन्य नर्सिंग ऑफिसर ने माँगों को लेकर आवाज बुलंद की।
ये हैं प्रमुख माँगें
नर्सेस नर्सिंग ऑफिसर का वर्तमान ग्रेड पे वेतनमान 2800 है, इसे बढ़ाकर 4200 करने, सीनियर नर्सिंग ऑफिसर/ट्यूटर का ग्रेड पे 3600 से बढ़ाकर 4600 व मेट्रन का ग्रेड पे 4200 से बढ़ाकर 4800 करने, रात्रिकालीन आकस्मिक चिकित्सा भत्ता नर्सेस व अन्य पैरामेडिकल कर्मचारियों को भी 300 रुपए प्रति रात्रि देने, प्रदेश के चिकित्सा शिक्षा विभाग में स्वशासी अधिकारी-कर्मचारियों के वर्ष 2018 के भर्ती नियमों में संशोधन करने, नर्सिंग स्टूडेंट का स्टायपेंड तीन हजार रुपए से बढ़ाकर 8 हजार रुपए करने समेत अन्य माँगें कर रही हैं।
ऐसी रहीं व्यवस्थाएँ
मेडिकल कॉलेज- अधीक्षक डॉ. अरविंद शर्मा ने बताया कि नर्सिंग कॉलेज से छात्राओं की ड्यूटी लगाई है। एनएचएम से आईं नर्सेस भी ड्यूटी पर हैं। मेट्रन से जानकारी लेकर विभागों में ड्यूटी के लिए रोस्टर बना दिया गया है।
जिला अस्पताल- सिविल सर्जन डॉ. मनीष मिश्रा ने बताया कि ड्यूटी के लिए बाहर से प्रशिक्षु नर्सेस को बुलाया गया है। इसके अलावा नर्सिंग कॉलेज से स्टूडेंट्स ड्यूटी कर रही हैं। फिलहार कोई परेशानी नहीं है।
एल्गिन हॉस्पिटल- अधीक्षक डॉ. नीता पाराशर ने बताया कि इमरजेंसी में आए 3 मामलों को मेडिकल कॉलेज रेफर किया गया। सामान्य डिलीवरी हुईं, लेकिन ओटी स्टॉफ न होने से सीजेरियन डिलीवरी नहीं हो सकी।
Created On :   10 July 2023 11:39 PM IST