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जबलपुर: स्वास्थ्य विभाग ने एनएचएम को एचआर भेजने के लिए लिखा पत्र
- 28 संजीवनी क्लीनिक तैयार, लेकिन हर वार्ड में एक स्वास्थ्य केंद्र का सपना अभी भी अधूरा
- नई संजीवनी क्लीनिकों के बनने के बाद हर वार्ड में एक स्वास्थ्य केंद्र हो जाए।
- निगम द्वारा 28 संजीवनी तैयार कर दी गई हैं, इनमें से 16 हैंडओवर भी हो गई हैं।
डिजिटल डेस्क,जबलपुर। शहर के हर वार्ड में एक स्वास्थ्य केंद्र का सपना अभी भी अधूरा है। दरअसल इस सपने की नींव संजीवनी क्लीनिकों के माध्यम से रखी गई थी, लेकिन लंबा वक्त बीतने के बाद भी अब तक 28 संजीवनी ही तैयार हो सकी हैं, जबकि नगर निगम को 43 संजीवनी क्लीनिक बनाकर देने थे।
इन क्लीनिकों में मानव संसाधन के साथ संचालन का जिम्मा स्वास्थ्य विभाग का है। वर्तमान स्थिति की बात करें तो निगम द्वारा बनाए जा चुके 28 संजीवनी क्लीनिक में से 16 स्वास्थ्य विभाग को हैंडओवर किए जा चुके हैं, वहीं 5 क्लीनिकों को वार्ड में मौजूद अन्य स्वास्थ्य केंद्रों में मर्ज कर दिया गया है।
जगह न मिलने समेत विभिन्न कारणों से शेष 10 क्लीनिकों का काम अब तक शुरू नहीं हो सका है। स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों के अनुसार निरीक्षण में 28 क्लीनिकों का काम पूरा हो चुका है और इसके लिए मानव संसाधन की व्यवस्था करने भोपाल एनएचएम पत्र लिखा गया है। एचआर मिलते ही क्लीनिकों को शुरू करने की तैयारी है।
28 में 16 संजीवनी हैंडओवर हुईं
अर्बन नोडल अधिकारी डॉ. एसएस दाहिया ने बताया कि विभाग का प्रयास यह है कि हर वार्ड में एक स्वास्थ्य केंद्र हो, चाहे वह प्राथमिक स्तर का हो या टर्शरी स्तर का। इसी लक्ष्य के साथ यह प्लानिंग की गई है कि पहले से उपलब्ध स्वास्थ्य केंद्रों और नई संजीवनी क्लीनिकों के बनने के बाद हर वार्ड में एक स्वास्थ्य केंद्र हो जाए।
निगम द्वारा 28 संजीवनी तैयार कर दी गई हैं, इनमें से 16 हैंडओवर भी हो गई हैं। वहीं बची हुई क्लीनिकों के लिए निगम द्वारा जगह की तलाश की जा रही है।
Created On :   22 Jun 2024 7:15 PM IST