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जबलपुर: फास्टैग में बैलेंस के बाद भी कई बार देना पड़ रहा डबल चार्ज
डिजिटल डेस्क,जबलपुर।
जबलपुर-मण्डला मार्ग के बरेला टोल नाके पर कई तरह की तकनीकी खामियों की शिकायत बीते दो-तीन सालों से लोग कर रहे हैं। अब यह शिकायत आम है कि इस टोल पर मण्डला की ओर से जबलपुर आते वक्त रात के समय ज्यादातर फास्टैग में बैलेंस होने के बाद कई लोगों को बता दिया जाता है कि बैलेंस नहीं है या फिर कह दिया जाता है कि आपके फास्टैग में तकनीकी समस्या है, जिससे यह काम नहीं कर रहा है। इस तरह विंडों पर इंतजार और समय बर्बादी के बाद रात के समय वाहन चालकों से बिना फास्टैग के दोहरा चार्ज ले लिया जाता है। शिकायतों के बावजूद इस पर कोई सुनवाई नहीं हो रही है।
अधिकारियों ने कहा 1033 नंबर पर भी करें शिकायत
वहीं इस तरह की शिकायत पर एनएचएआई का कहना है कि किसी भी तरह से टोल में बैलेंस होने या कोई तकनीकी समस्या न होने पर भी डबल चार्ज लिया जा रहा है तो यह गलत है। इसकी विधिवत शिकायत एनएचएआई तक की जानी चाहिए। इसके लिए 1033 नंबर निर्धारित किया गया है। साथ ही दोहरे चार्ज पर रसीद जरूर लें, ताकि टोल में बैठा कोई कर्मचारी गफलत न कर सके। एनएचएआई के प्रोजेक्ट डायरेक्टर अमृत लाल साहू कहते हैं कि इसको लेकर पूरी जाँच की जाएगी। जिसके साथ ऐसी कोई घटना होती है तो विभाग में वह व्यक्ति तुरंत जानकारी दे।
कतार से भी परेशान
वसूली का शिकार हुए लोगों ने बताया कि इस टोल पर एक आम परेशानी यह भी है कि यहाँ वाहनों की लंबी कतार होती है। दोनों हिस्सों में पूरी विंडों को चालू करने की बजाय टोल वसूल करने वाली कंपनी केवल एक-दो खिड़की को चालू रखती है, जिससे वाहन चालक हलाकान हो जाते हैं। नियम तो यही कहता है कि किसी टोल में 12 सेकण्ड से ज्यादा इंतजार नहीं कराया जाना चाहिए, पर इस टोल पर कभी भी विंडों के बंद होने या अव्यवस्था के आरोप भी लगते हैं।
एक नजर इन पर भी
एनएचएआई के अनुसार, हर टोल बूथ से 100 मीटर के डिस्टेंस पर पीली पट्टी बनी होनी चाहिए।
यदि किसी टोल पर फिर भी 100 मीटर से ज्यादा लंबी लाइन है, तो बिना टोल दिए वाहन आगे तक बढ़ सकते हैं।
24 घंटे में आने-जाने में फास्टैग से पूरा टोल कटता है, लेकिन छूट वाला पैसा बाद में आपके खाते में वापस आ जाता है।
टोल प्लाजा पर प्रतीक्षा समय 12 सेकंड से अधिक नहीं होना चाहिए, पर ज्यादातर मौकों पर लंबा इंतजार कराया जाता है।
Created On :   22 Nov 2023 2:56 PM IST