चार पीढिय़ों के तप और त्याग से खड़ी हुई पार्टी

चार पीढिय़ों के तप और त्याग से खड़ी हुई पार्टी
राष्ट्रीय अध्यक्षने बूथ कार्यकर्ताओं को किया संबोधित

डिजिटल डेस्क जबलपुर। लोकसभा चुनाव को बड़े अंतर से जीतने के लिए भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने जबलपुर के शहीद स्मारक गोलबाजार में बूथ कार्यकर्ताओं को संबोधित किया। उन्होंने कहा कि विश्व की सबसे बड़ी पार्टी हम यूँ ही नहीं बने हैं। हम कार्यकर्ताओं का सम्मेलन भी कर लें तो जनसभा बन जाती है। कार्यकर्ता भाग्यशाली है कि चुनाव के पहले उनके भीतर जीत का आत्मविश्वास साफ झलक रहा है। हमने वो समय भी देखा है जब नामांकन भरते वक्त संशय होता था कि जीतेंगे कि नहीं। आज हम सफलता की बात नहीं बल्कि जीत के अंतर पर फोकस करें। पार्टी को इस स्तर पर लाने के पीछे चार-चार पीढ़ी का तप, त्याग रहा। इसी जबलपुर में लोग जमानत बचाने के लिए संघर्ष करते थे और जनसंघ का दिया जलाए रखे थे। कई ने जमीन बेचकर चुनाव लड़ा। उन्होंने कहा कि आज देश में वैचारिकनिष्ट पार्टी कौन है? जो सोशलिस्ट थे वो कैपिटलिस्ट हो गए, जो मध्य वर्गीय थे वे दक्षिण मार्गी हो गए। भाजपा एक मात्र ऐसी पार्टी है जिसने शुरू में जो विचार रखा उस पर अमल किया। एक देश में दो निशान नहीं रहेंगे और 2019 में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने धारा-370 को खत्म कर दिया। तीन दिन में नारी शक्ति वंदन विधेयक संसद में पास कराया। 2028 में जब मप्र में विधानसभा चुनाव होंगे तो 33 प्रतिशत महिलाएँ सदन में पहुँचेंगी। भाजपा 18 करोड़ कार्यकर्ताओं वाली पार्टी है जिसके एक लाख 16 हजार शक्ति केंद्र हैं। 6.40 लाख बूथ समिति हैं। भाजपा के 303 सांसद हैं। इस बार हम अपना ही रिकॉर्ड तोड़ेंगे और 400 पार पहुँचेंगे। जेपी नड्डा ने कहा कि 2027-28 में भारत तीसरी बड़ी अर्थव्यवस्था बनेगा। उन्होंने कहा भारत आत्मनिर्भर बन रहा है। फिर मोबाइल उत्पादन हो या ऑटोमोबाइल्स या स्टील हर क्षेत्र में हम आगे हैं। भाजपा के पास नेता, नीति, नियत है और सबसे बड़ी बात कि पार्टी के पास देवतुल्य कार्यकर्ता हैं।

जय श्री राम के जयघोष से गूँजा परिसर

श्री नड्डा कार्यकर्ताओं को मोदी सरकार की उपलब्धि गिना रहे थे, जैसे ही उन्होंने भव्य राम मंदिर निर्माण की बात कही उनके बोलते ही कार्यकर्ता जोश और उत्साह से दोनों हाथ खड़े कर जय श्री राम के नारे लगाकर उठ खड़े हुए।

नड्डा की नसीहत

- हर बूथ में 370 नए वोटर तैयार करना है।

- घर-घर जाएँ और लोगों को उपलब्धि बताएँ।

- किसी भी लाभार्थी को नहीं छोडऩा है सभी से मिलें।

- हर कार्यकर्ता को काम में जुटना है।

- जीत के अंतर को रिकॉर्ड में तब्दील करना है।

केजरीवाल झूठे, लोकतंत्र में आरोप लगने पर इस्तीफा देना चाहिए -

मुख्यमंत्री बूथ कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा कि राजनीति फलक में वर्तमान में अलग समय चल रहा है। ऐसे समय में हमारी जिम्मेदारी बढ़ जाती है। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल पर हमला करते हुए उन्होंने कहा कि केजरीवाल ने जनता से झूठ बोला। कहा बंगला नहीं लूँगा, सुरक्षा नहीं लूँगा ये सब लिया। लोकतंत्र में पद लोलुप नेता हैं, जिन-जिन ने उन पर भरोसा किया उनका गला घोंटा। लोकतंत्र में लाल बहादुर शास्त्री थे जिन्होंने ट्रेन हादसे की जिम्मेदारी लेते हुए पद छोड़ा था। एलके आडवाणी ने जाँच में एक डायरी में एलके लिखा होने पर ही पद से इस्तीफा दे दिया था, जबकि इधर एक मंत्री और 21-21 नेता जेल गए फिर भी नेता केजरीवाल को फर्क नहीं पड़ता है। मुख्यमंत्री ने कहा कि न खाऊँगा ना खाने दूँगा, उन्होंने ये करके दिखाया। डॉ. मोहन यादव ने प्रदेश की 100 दिन की सरकार के जनहित के निर्णय पर भी बात कही। उन्होंने कार्यकर्ताओं से आह्वान किया कि वे घर-घर जाकर मोदी सरकार की उपलब्धि गिनाएँ। इस दौरान भाजपा प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा, लोक निर्माण मंत्री राकेश सिंह ने भी सभा को संबोधित किया। नगरीय प्रशासन मंत्री कैलाश विजयवर्गीय, लोकसभा प्रत्याशी आशीष दुबे सहित भाजपा के पदाधिकारी व िवधायक मंचासीन रहे।

Created On :   2 April 2024 5:07 PM GMT

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