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जबलपुर: कंपनी के साथ करोड़ों की धोखाधड़ी मैनेजर समेत 3 गिरफ्तार, भेजा गया जेल
- गोरखपुर पुलिस ने दर्ज किया था धोखाधड़ी का प्रकरण
- तीनों आरोपियों को गिरफ्तारी के बाद पुलिस ने शुक्रवार को न्यायालय में पेश किया
- दूसरी कम्पनियों के कर्मचारियों से वॉट्सएप संबंधी चैट सामने आई।
डिजिटल डेस्क,जबलपुर। गोरखपुर पुलिस ने कंपनी के साथ करोड़ों रुपए की धोखाधड़ी करने वाले एक मैनेजर सहित 3 अन्य लोगों को गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस के अनुसार कम्पनी बिजली की ट्रांसमिशन लाइन और सब-स्टेशन बनाने वाली कंपनी के मैनेजर दीपांशु लोंदे, उसके भाई मयंक व योगेश ने फर्जीवाड़ा करते हुए करीब ढाई से तीन करोड़ रुपए की चपत लगाई है। तीनों आरोपियों को गिरफ्तारी के बाद पुलिस ने शुक्रवार को न्यायालय में पेश किया, जहाँ से उन्हें जेल भेज दिया गया है।
ये है पूरा मामला
पुलिस के अनुसार सिविल लाइंस मरियम चौक निवासी भानु शुक्ला कैलाश देव बिल्ड प्राइवेट लिमिटेड के संचालक हैं। उनकी कम्पनी बिजली की ट्रांसमिशन लाइन और सब-स्टेशन बनाती है।
यह कम्पनी सरकारी ठेके लेती है और अन्य फर्मों से काम भी करवाती है। उनकी कंपनी में ही संतोष लोंदे कार्य करते थे। करीब 10 वर्ष पूर्व संतोष ने अपने बेटे दीपांशु को भी उसी कम्पनी में लगवाया और कुछ साल पूर्व दीपांशु को मैनेजर बना दिया गया।
मैनेजर बनते ही शुरू कर दिया गड़बड़झाला
गोरखपुर टीआई राजपाल सिंह बघेल ने बताया कि मैनेजर का पद संभालने के बाद दीपांशु ने फर्जीवाड़ा शुरू कर दिया। जिन कंपनियों को कैलाश देव बिल्ड सामान बनाने का ऑर्डर देती थी उसी ऑर्डर में दीपांशु छेड़खानी कर देता था। इतना ही नहीं जब ऑर्डर पूरा होने वाला होता तो वह संचालक को गुमराह करके महँगे दामों में सामान खरीदता और इसके एवज में वह निर्माण कम्पनियों से मोटी रकम भी ऐंठता था।
दूसरों को दे दिए कंपनी के गोपनीय दस्तावेज
पुलिस के अनुसार भानु ने 3 अप्रैल को दीपांशु के मोबाइल की जाँच की तो उसमें उसकी दूसरी कम्पनियों के कर्मचारियों से वॉट्सएप संबंधी चैट सामने आई। चैट में कम्पनी के गोपनीय दस्तावेज भी शामिल मिले।
इस फर्जीवाड़े में दीपांशु के अलावा उसके पिता संतोष, भाई मयंक, योगेन्द्र और दीपांशु की मित्र शुभांगी बघेल के अलावा शिखा मिश्रा भी शामिल रहीं। उक्त मामले में गोरखपुर पुलिस ने 11 अप्रैल को दीपांशु, उसके पिता संतोष एवं भाई मयंक, योगेन्द्र और रोहित सेन के खिलाफ धोखाधड़ी व अमानत में ख़यानत की धाराओं के तहत प्रकरण दर्ज किया था। इसी के बाद संतोष, दीपांशु, मयंक एवं योगेन्द्र की गिरफ्तारी कर उन्हें जेल भेजने संबंधी कार्रवाई की गई है।
Created On :   11 May 2024 1:39 PM GMT