राष्ट्रीय पीडियाट्रिक सर्जरी दिवस: मेडिकल में हर माह 150 सर्जरी, इनमें 20% नवजात, रेफरल में देरी से समस्या

मेडिकल में हर माह 150 सर्जरी, इनमें 20% नवजात, रेफरल में देरी से समस्या
बच्चों में जन्मजात रोगों के उपचार के लिए सर्जन की कमी

डिजिटल डेस्क,जबलपुर।

क्या आप जानते हैं कि पूरे देश में 800 से ज्यादा जिले हैं, लेकिन इन जिलों में बच्चों की सर्जरी करने वाले डॉक्टर 2000 से भी कम हैं। देश में शिशु मृत्युदर में 10 प्रतिशत मौतें सिर्फ जन्मजात बीमारियों के चलते ही हो जाती हैं। जिसकी सबसे बड़ी वजह पीडियाट्रिक सर्जन्स की कमी है। नेताजी सुभाषचंद्र बोस मेडिकल कॉलेज के पीडियाट्रिक सर्जरी विभाग में हर माह 150 बच्चों की सर्जरी होती है, इनमें से 20 प्रतिशत नवजात होते हैं। इनमें से आधे मामले आसपास के जिलों से रेफर होकर उपचार के लिए आते हैं, क्योंकि उन जिलों में शासकीय स्तर पर पीडियाट्रिक सर्जन ही उपलब्ध नहीं हैं। कुछ मामलों में रेफरल में देरी के चलते भी नवजात दम तोड़ देते हैं, क्योंकि उनकी बीमारी को जन्म के वक्त डायग्नोस नहीं किया जाता। इंडियन एसोसिएशन ऑफ पीडियाट्रिक सर्जन्स द्वारा देश में पीडियाट्रिक सर्जन्स की कमी और जन्मजात बीमारियों को कम करने के लिए लगातार प्रयास किए जा रहे हैं। एसोसिएशन द्वारा आज पूरे देश में "भारत को हर जिले में चाहिए एक पीडियाट्रिक सर्जन' की थीम पर राष्ट्रीय पीडियाट्रिक सर्जरी दिवस मनाया जा रहा है। विशेषज्ञों का कहना है कि रेफरल की बजाय हर जिले में एक पीडियाट्रिक सर्जन होना चाहिए, ताकि नवजात को समय पर उपचार मिल सके।

प्रदेश के कई मेडिकल कॉलेजों में पीडियाट्रिक सर्जन नहीं

विशेषज्ञों के अनुसार प्रदेश के कई मेडिकल कॉलेजों में पीडियाट्रिक सर्जन नहीं हैं। डॉ. अग्रवाल ने बताया कि प्रदेश में इंदौर, भाेपाल, जबलपुर और ग्वालियर को छोड़ दें, तो किसी भी मेडिकल कॉलेज में बच्चों के सर्जन नहीं हैं।

फॉलिक एसिड की कमी से हो रहीं जन्मजात बीमारियाँ

एसोसिएशन के राष्ट्रीय महासचिव और मेडिकल कॉलेज के पीडियाट्रिक सर्जन डॉ. विकेश अग्रवाल ने बताया कि बच्चों में ज्यादातर बर्थ डिफेक्ट्स, महिलाओं में गर्भ धारण करने पहले फॉलिक एसिड की कमी के चलते होते हैं। इस एसिड की कमी से अंग विकसित नहीं हो पाते और जब इस बात का पता चलता है, तो देर हो चुकी होती है। जिस तरह भारत में घेंघा रोक को खत्म करने के लिए नमक में आयोडिन मिलाया गया, ठीक वैसा ही फोर्टिफिकेशन प्रोग्राम फॉलिक एसिड के लिए करना होगा। इसमें खाने के साथ फॉलिक एसिड को जोड़ना होगा।

राष्ट्रीय पीडियाट्रिक सर्जरी दिवस पर कार्यक्रम आज

इंडियन एसोसिएशन ऑफ पीडियाट्रिक सर्जन्स द्वारा आज 29 दिसंबर को राष्ट्रीय पीडियाट्रिक सर्जरी दिवस का आयोजन किया जाएगा। नेशनल सेक्रेटरी जनरल डॉ. विकेश अग्रवाल ने बताया कि एसोसिएशन के 58वें स्थापना दिवस के उपलक्ष्य में यह आयोजन हो रहा है।

Created On :   29 Dec 2023 3:02 PM IST

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