गोंदिया: जिले का राइस उद्योग बंद, नागपुर में होगा मंथन

जिले का राइस उद्योग बंद, नागपुर में होगा मंथन
  • केंद्रीय मंत्री गडकरी, उपमुख्यमंत्री फडणवीस व सांसद पटेल सहित अनेक जनप्रतिनिधि होंगे शामिल
  • धान खरीदी केंद्र शुरू नहीं होने से बढ़ी दलालों की संख्या
  • जिले का राइस उद्योग बंद

डिजिटल डेस्क, गोंदिया. पूर्व विदर्भ के गोंदिया, भंडारा, चंद्रपुर, गडचिरोली व नागपुर जिले के राइस मिलों से चावल विदेशों में निर्यात किया जाता है। लेकिन पिछले दो माह से राइस मिलें बंद हो चुकी हैं। इसका मुख्य कारण यह बताया गया है कि राइस मिल संचालकों को कोई सूचना व समय न देते हुए निर्यात पर 20 प्रतिशत शुल्क लगा दी है। यही एक वजह है कि चावल का निर्यात राइस मिल संचालकों को बंद करना पड़ा। राईस मिले बंद होने से हजारो मजदूर बेरोजगार हो चुके है। जिसे देखते हुए राईस मिलर्स असोसिएशन ने नागपुर में 18 नवंबर को महाअधिवेशन का आयोजन किया है। इस आयोजन में इस समस्या को लेकर मंथन किया जाएगा। जिसमें केंद्रीय मंत्री नितीन गडकरी, उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस, वन मंत्री सुधीर मुनगंटीवार, सांसद प्रफुल पटेल, सुनील मेंढे, अशोक नेते व चंद्रशेखर बावनकुले आदि जनप्रतिनिधि उपस्थित होने जा रहे है। राईस मिलर्स असोसिएशन का कहना है कि चावल निर्यात पर केंद्र शासन ने जो 20 प्रतिशत शुल्क लगाया है उस शुल्क को हटाया जाता है तो विदर्भ की 700 से अधिक बंद हुई राईस मिल फिर से शुरू हो सकती है और हजारो बेरोजगार हुए मजदूरो को फिर से निरंतर काम मिल सकेगा।

धान खरीदी केंद्र शुरू नहीं होने से बढ़ी दलालों की संख्या

उधर दीपावली का पर्व समाप्त होने के बावजूद भी धान खरीदी केंद्र शुरू कराने में शासन असफल साबित हो गया है। खरीदी केंद्र शुरू नहीं होने के कारण अवैध रूप से धान खरीदने वाले दलालों की संख्या बढ़ रही है। यदि इस सप्ताह में खरीदी केंद्र शुरू नहीं किए गए तो किसानो के साथ शासन के खिलाफ तीव्र आंदोलन करने की चेतावनी जिला परिषद कृषि सभापति रूपेश उर्फ सोनू कुथे ने नवरगांव में आयोजित मंडई मेले के उद्घाटन पर सांस्कृतिक कार्यक्रम में दी है।

बता दें कि किसान हल्के धान की फसल काटकर दीपावली के पूर्व धान खरीदी केंद्रों में धान बेचता है। धान बेचकर धूमधाम से दीपावली किसान अपने परिवार के साथ मनाते हैं, लेकिन इस वर्ष धान खरीदी केंद्र शुरू नहीं होने के कारण किसानो की दीपावली अंधेरे में गई है। अब दीपावली के बाद ग्रामीण क्षेत्रों में मंडई मेला, सार्वजनिक उत्सव जैसे कार्यक्रमो का आयोजन बड़े पैमाने पर किया जाता है और इन कार्यक्रमों में दीपावली से भी अधिक खर्च किसानो को उठाना पड़ता है।

इसके बावजूद भी शासन ने धान खरीदी केंद्र अभी तक शुरू नहीं किए हैं। पहले ही किसानो की दीपावली अंधेरे में गई है और अब मंडई मेले, सार्वजनिक उत्सव भी किसान आर्थिक परिस्थिति के कारण नहीं मना पा रहे हैं। यदि इस सप्ताह के अंत तक शासन ने धान खरीदी केंद्र शुरू नहीं किए तो किसानो के साथ सड़क पर उतरकर तीव्र आंदोलन करेंगे ऐसी चेतावनी गोंदिया तहसील के नवरगांव में आयोजित मंडई मेले सांस्कृतिक कार्यक्रम में जिला परिषद कृषी सभापति रूपेश कुथे ने दी है। वे सांस्कृतिक कार्यक्रम में उद्घाटक के रूप में शामिल हुए थे। इस अवसर पर जिप सदस्य लक्ष्मी तरोणे, पंस सदस्य तामेश्वरी कटरे, नवरगांव कला के सरपंच कार्तिक हेमने, नितेश गाजघट, सुरेंद्र कांबले, संतोष ठाकुर आदि उपस्थित थे।

Created On :   16 Nov 2023 12:07 PM GMT

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