बढ़ता पारा: गर्मी ने तोड़ा रिकार्ड, 45 डिग्री सेंट पर तापमान, लू की लपटों ने किया परेशान

  • आसमान से बरसती आग के कारण सड़कें सुनसान
  • मवेशियों को चराने गए पशुपालक की उष्माघात से मृत्यु

डिजिटल डेस्क, गोंदिया. जिले का अधिकतम तापमान इन दिनों 45 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच चुका है। जिसके कारण पूरा गोंदिया जिला लू की चपेट में है। दोपहर के समय बरसती आग के बीच तेज गर्म हवाओं के थपेड़ों ने हर किसी का हाल बेहाल कर रखा है। दोपहर के समय बाजार एवं सड़कें पूरी तरह से सुनसान और चौराहों पर सन्नाटा दिखाई दे रहा है। जिसके कारण ऐसा लगता है कि जिले में अघोषित कर्फ्यू लगा हुआ है। गौरतलब है कि 25 मई को नौतपा की शुरुआत से ही गोंदिया जिले में आसमान से आग बरस रही है। अधिकतम तापमान 45 डिग्री के आसपास बना हुआ है। इधर बाजार में भी छाछ से लेकर आईस्क्रीम व शीतल पेय पदार्थों की मांग लगातार बढ़ती जा रही है। शहर में सुबह से गर्मी का असर तेज देखा जा रहा है। सुबह 9 बजे के बाद से ही लोगों को तपन महसूस होने लगती है। दोपहर में शहर में अधिकतम तापमान 44 डिग्री से अधिक तक पहुंच गया है। पिछले एक सप्ताह से तापमान 44 से 45 डिग्री के बीच चल रहा है। आग उगलते सूरज के बीच लोगों का घरों से निकलना मुश्किल हो गया है। लोग लू और तेज धूप से बचते हुए बाहर निकल रहे है। वहीं बाजार में शाम होने के बाद ही लोग सड़कों पर दिखाई पड़ रहे है। न्यूनतम तापमान भी 25 डिग्री तक दर्ज किया जा रहा है। है। गर्मी से राहत के लिए चल रहे कूलर-पंखों की सांसे फूल रही है। लगातार बढ़ते तापमान के बीच रातें भी गर्म हो गई है।

शुष्क रहेगा मौसम

मौसम विज्ञान विभाग ने 31 मई को मौसम शुष्क रहने का अनुमान जताया गया है। वहीं 1 से 3 जून तक जिले में कुछ स्थानों पर बहुत हल्की से हल्की बारिश होने के साथ ही लगातार तीन दिनों तक कुछ स्थानों पर गरज-चमक के साथ 40 से 50 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से तेज हवाएं चलने की चेतावनी दी गई है। स्वास्थ्य विभाग ने भी इस अवधि में नागरिकों से गर्मी से बचाव के लिए अत्यंत सतर्कता बरतने के साथ ही अत्यंत आवश्यक होने पर ही घरों से बाहर निकलने को कहा है।दोपहर में जरूरी काम होने पर ही घर से निकल रहे लोग

पिछले कई दिनों से जिले में गर्मी का आलम ऐसा है कि आम लोग जरुरी होने पर ही घरों से बाहर निकल रहे है। सुबह व शाम को ही लोग घरों से बाहर निकलकर बाजार में पहुंच रहे हैं। वहीं दोपहर में जरुरी होने पर घर से बाजार लोग निकल रहे हैं। बाजार में चौराहों से लेकर सड़कों पर सन्नाटा नजर आ रहा है तो शीतल पेय पदार्थों की दुकानों पर अधिक भीड़ दिखाई दे रही है। वहीं गर्मी बढ़ने के साथ ही बाजार में पंखों से लेकर कुलर की बिक्री भी तेजी से बढ़ गई है। हर कोई खुद को धूप से बचाकर दोपहर में निकल रहा है।

जिला अस्पताल में उष्माघात के पांच मरीज

भंडारा में गर्मी से लोग परेशान हैं। नवतपा में सूरज आग उगल रहा है। इसका असर जनजीवन पर पड़ने लगा है। जिला अस्पताल में पांच मरीजों को भर्ती किया गया है। वहीं गुरुवार को भी तापमान अधिकतम तापमान 40 डि. से. पर रहा। जबकि न्यूनतम तापमान 25 डि. से. दर्ज किया गया। जिले में अगले दो दिन 1 व 2 जून को बारिश होने का अनुमान व्यक्त किया जा रहा है। बारिश से कुछ हद तक गर्माहट से राहत मिल सकती है। जिले में पिछले एक सप्ताह से तापमान 42 डि. से. पार है। इससे उष्मघात के मरीज सामने आ रहे हैं। जिला अस्पताल में दाखिल पांच मरीजों में से तीन आयसीयू तथा दो अलग अगल वार्ड में दाखिल है। स्वास्थ्य विभाग के डाक्टरों ने नागरिकों से धूप से बचने तथा लगातार पानी पीने का आह्वान किया है।

मवेशियों को चराने गए पशुपालक की उष्माघात से मृत्यु

उधर मवेशियों को चराने के लिए खेत ले गए पशुपालक गश खाकर गिर गया। उसे ग्रामीण अस्पताल में इलाज के बाद जिला अस्पताल रेफर करने पर इलाज दौरान मृत्यु हो गई। यह घटना गुरूवार 30 मई 2024 को 10.30 बजे के दौरान सामने आई। डाक्टरों ने उष्मघात से मृत्यु की पुष्टी की है। मृतक का नाम मांढल निवासी भास्कर दुधराम तरारे (55) है। प्राप्त जानकारी के अनुसार मांढल निवासी भास्कर दुधराम तरारे के पास खुद के मवेशी है। हमेशा की तरह भास्कर तरारे मंगलवार 28 मई को शाम 4 बजे मवेशियों को चराने के लिए खेत परिसर में ले गया था। इसी दौरान शाम होने के पश्चात मवेशी भास्कर तरारे के घर पहुंचे। किंतु भास्कर तरारे घर नहीं लौटा जिससे परिजनों ने उसकी तलाश शुरू की। इस दौरान भास्कर तरारे भागडी परिजनों को रात 10 बजे के दौरान खेत परिसर में मीताराम धोटे के खेत में पड़ा मिला। परिजनों ने तत्काल भास्कर तरारे को इलाज के लिए लाखांदुर के ग्रामीण अस्पताल में भर्ती किया, किंतु भास्कर तरारे की तबियत गंभीर होने के कारण उसे बुधवार 29 मई की रात्री 1 बजे जिला सामान्य अस्पताल में रेफर किया गया। इलाज के दौरान गुरूवार 30 मई को सुबह 10.30 बजे उसे मृत घोषित किया गया। जिला शल्य चिकित्सक डा. अतुल टेंभुर्णे ने लू लगने के कारण भास्कर की मृत्यु होने का प्राथमिक अनुमान जताया है।

बढ़ते तापमान के कारण बढ़े उष्माघात के मरीज

डा. अतुल टेंभुर्णे, अतिरिक्त जिला शल्य चिकित्सक, जिला अस्पताल, भंडारा के मुताबिक भास्कर तरारे की उष्माघात से इलाज दौरान मृत्यु हुई है। उष्माघात से मृत्यु होने का अनुमान है। तापमान बढ़ने से उष्माघात के मरीज सामने आने लगे है। वर्तमान में जिला अस्पताल में आयसीयू में तीन तथा मेल मेडिसिन वार्ड में एक व फीमेल मेडिसिन वार्ड में एक ऐसे पांच मरीज दाखिल है। इलाज के लिए सभी जरूरी प्रक्रिया पूर्ण की जा रही है।


Created On :   31 May 2024 1:20 PM GMT

Tags

और पढ़ेंकम पढ़ें
Next Story