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Gondiya News: आंखें पथरा गईं 114 प्रकल्पग्रस्त किसानों की, 16 वर्षों में भी नहीं मिला मुआवजा
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- देवछाया लिफ्ट जल सिंचाई योजना के लिए दी थी जमीन
- दयनीय अवस्था में जीवनयापन कर रहे
Gondia News गोंदिया जिले के सालेकसा तहसील के देवछाया लिफ्ट जल सिंचाई योजना का निर्माणकार्य महाराष्ट्र शासन ने 100 करोड़ रुपए की निधि से करने की योजना बनाई थी। इस योजना के लिए कोटरा ग्राम के 114 किसानों की 4 हेक्टेयर से लेकर 10 हेक्टेयर तक जमीन अधिग्रहित की गई थी। इस बात को 16 वर्ष की अवधि बीत चुकी है, लेकिन अब तक प्रकल्प में जिन किसानों की जमीन गई, उन्हें मुआवजे के तौर पर एक रुपया भी नहीं मिला है। शासन, प्रशासन के साथ ही जनप्रतिनिधियों द्वारा भी इस ओर ध्यान नहीं दिए जाने के कारण कोटरा के लगभग 114 किसान अभी भी दयनीय अवस्था में जीवनयापन कर रहे हैं।
शासकीय कार्यालयों के चक्कर काट रहे हैं : पत्र परिषद में किसानों ने कहा कि इस संबंध में बार-बार अधिकारियों से मुआवजा दिलाने के लिए दस्तावेजों के साथ निवेदन किया। लेकिन सुनवाई नहीं हुई। जिले की सालेकसा तहसील आदिवासी बहुल होने के साथ-साथ नक्सल प्रभावित क्षेत्र में आती है। यहां के 70 से 80 प्रतिशत किसान आज भी केवल खेती पर ही निर्भर हैं। वर्ष 2009 में प्रकल्प के लिए किसानों की जमीन अधिग्रहित की गई थी। इसके बाद आमगांव-देवरी विधानसभा क्षेत्र से 4 विधायक और 3 सांसद चुने जा चुके हैं। उनके साथ ही पालकमंत्री, जिलाधिकारी, मंत्रालय के सचिव, कार्यकारी अभियंता, तहसीलदार, जलसंधारण कार्यालय, जिला भूसंपादन विभाग के पास स्थानीय किसानों ने लगातार पत्र व्यवहार कर अपनी जमीन के मुआवजे की मांग की। लेकिन आज भी कोई कार्रवाई नहीं होने के कारण वे शासकीय कार्यालयों के चक्कर काट रहे हैं।
अब तक केवल आश्वासन के अलावा कुछ नहीं मिला है। निर्वाचित विधायक कह रहे हैं कि किसानों के मुआवजे का प्रश्न वे नागपुर विधानसभा के शीतकालीन सत्र में उठाएंगे। यह जानकारी स्थानीय किसानों ने पत्रकार परिषद में दी। विशेष उल्लेखनीय बात यह है कि पिछले 16 वर्ष में अनेक अधिकारी बदले जा चुके हैं, लेकिन किसानों की फाइल आगे नहीं बढ़ सकी है। किसानों ने प्रकल्प के लिए गई जमीन का मुआवजा न मिलने की स्थिति में श्रृंखलाबद्ध अनशन और धरना आंदोलन करने की चेतावनी देते हुए कहा है कि यदि इस दौरान कोई जनहानि हुई तो, इसके लिए प्रशासन ही पूरी तरह जिम्मेदार रहेगा। पत्र परिषद में आत्माराम भांडारकर, हरिचंद्र डोये, किशोर मड़ावी, रमेश भुते, छबीलाल धुर्वे, प्रल्हाद मड़ावी, अशोक मड़ावी, टेमलाल मड़ावी, राधेश्याम मड़ावी सहित अन्य किसान उपस्थित थे।
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- 18 Dec 2024 4:57 PM IST
प्रकल्पग्रस्तों को मुआवजे के तौर पर नहीं मिला कुछ भी
गोंदिया जिले के सालेकसा तहसील के देवछाया लिफ्ट जल सिंचाई योजना का निर्माणकार्य महाराष्ट्र शासन ने 100 करोड़ रुपए की निधि से करने की योजना बनाई थी। इस योजना के लिए कोटरा ग्राम के 114 किसानों की 4 हेक्टेयर से लेकर 10 हेक्टेयर तक जमीन अधिग्रहित की गई थी। इस बात को 16 वर्ष की अवधि बीत चुकी है, लेकिन अब तक प्रकल्प में जिन किसानों की जमीन गई, उन्हें मुआवजे के तौर पर एक रुपया भी नहीं मिला है।
Created On :   18 Dec 2024 4:55 PM IST