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Gondia News: बारदाना नहीं होने से धान खरीदी केंद्र बंद, निजी व्यापारियों को कम दामों में बेचना मजबूरी
- अवैध रूप से गांवों में खरीदी की जा रही
- गोरेगांव तहसील में 32 केंद्रों पर कुछ दिन ही बेच पाए धान
- संकट में घिरे किसान फिर हो रहे परेशान
Gondia News गोरेगांव तहसील के 32 धान खरीदी केंद्रों पर शासकीय दर से धान खरीदी शुरू की गई थी। लेकिन बारदाना की आपूर्ति नहीं होने से अनेक धान खरीदी केंद्र बंद रखे गए हैं। केंद्र बंद होने से गांव-गांव में अवैध धान खरीदी शुरू हो गई है। जिस पर प्रतिबंध लगाने के लिए कृषि उत्पन्न बाजार समिति के कर्मचारी, संचालक मंडल द्वारा दंडात्मक कार्रवाई चालू की गई है।
धान समर्थन मूल्य से खरीदी करने के लिए विविध संस्था के माध्यम से गोरेगांव, कालीमाटी, तिमेझरी, गणखैरा, सर्वाटोला, गोंदेखारी, तेढ़ा, तिल्ली, मोहगांव, कुरहाड़ी, दवड़ीपार, चोपा, पुरगांव, गिधाड़ी, मोहाड़ी, हिरडामाली, गोवारीटोला, मोहगांव बु., बोरगांव, चिल्हाटी, घोटी, कलपाथरी, कवडीटोला, गोरेगांव-2, इसाटोला, घुमर्रा, शहारवाणी, सोनेगांव, तुमसर, कालीमाटी, आंबेतलाव, कवलेवाड़/गोरेगांव, मुंडीपार/गोरेगांव, सोनी/बोटे में धान खरीदी केंद्र खोले गए हैं। इनमें से अधिकांश केंद्रों में बारदाना उपलब्ध नहीं है। जिसकी वजह से खरीदी प्रक्रिया बंद रखी गई है।
ऐसे में किसानों को मजबूरीवश कम दामों में निजी व्यापारियों के पास धान बिक्री करना पड़ रहा है। अवैध रूप से धान खरीदी करनेवाले व्यापारियों पर दंडात्मक कार्रवाई करने का अधिकार कृषि उत्पन्न बाजार समिति को है। लेकिन कर्मचारियों द्वारा नाममात्र दंडात्मक कार्रवाई की गई है। जिससे अवैध धान खरीदी करनेवालों में कार्रवाई का खौफ नजर नहीं आ रहा है। ऐसे में तत्काल शासकीय धान खरीदी केंद्र में बारदाना उपलब्ध कराया जाए। ऐसी मांग किसानों ने की है।
10 लोगों पर कार्रवाई की गई : अवैध रूप से धान खरीदी करनेवाले 10 लोगोंं पर दंडात्मक कार्रवाई कर उनसे 70 हजार रुपए वसूल किए गए हैं। कुछ केंद्रों में बारदाना उपलब्ध नहीं है, जिसकी वजह से धान खरीदी केंद्र बंद रखे गए हैं।- पी.एम. बोपचे, सहसचिव, कृउबास, गोरेगांव
अब तक 5 लाख क्विंटल धान खरीदा : गोंदिया जिले में धान की शासकीय खरीदी महाराष्ट्र मार्केटिंग फेडरेशन और आदिवासी विकास महामंडल द्वारा सरकारी संस्थाओं के माध्यम से चलाए जाने वाले धान खरीदी केंद्रों में की जा रही है। मार्केटिंग फेडरेशन ने खरीप मौसम 2024-25 में धान खरीदी के लिए 171 केंद्रों को मंजूरी प्रदान की थी। लेकिन प्रत्यक्ष में केवल 131 केंद्रों पर खरीदी की जा रही है। हालांकि विधानसभा चुनाव के बाद इन केंद्रों पर धान खरीदी में गति आई है। लेकिन अभी भी कुल लक्ष्य का केवल 15 प्रतिशत धान खरीदा गया है।
गोंदिया जिले में अब तक शासकीय धान खरीदी केंद्रों पर अपने धान की बिक्री करने के इच्छुक 96 हजार 581 किसानों ने अपना ऑनलाइन पंजीयन करवाया है। जिनमें से 14 हजार 292 किसानों का धान अब तक खरीदा गया है। महाराष्ट्र मार्केटिंग फेडरेशन के केंद्रों से अब तक 4 लाख 99 हजार क्विंटल धान की खरीदी की गई है। जिसकी कीमत 114 करोड़ 65 लाख रूपए बताई गई है। पंजीकृत किसानों में से अभी भी लगभग 82 हजार किसान अपने माल की बिक्री के लिए शासकीय धान खरीदी केंद्र तक पहुंचे ही नहीं है। जहां तक आदिवासी विकास महामंडल की धान खरीदी का सवाल है। तो महामंडल की ओर से अब तक 40 केंद्रों को मंजूरी दी गई है। जिनमें से 29 केंद्रों पर धान की खरीदी शुरू की गई है। आदिवासी विकास महामंडल के केंद्रों पर अब तक 22 हजार 444 किसानों ने अपना पंजीयन करवाया है, जिनमें से 1607 किसानों से 50 हजार 584 क्विंटल धान खरीदी की गई है। इनमें 574 किसान आदिवासी और 1033 गैर आदिवासी है। जानकारी के अनुसार किसानों को खुले बाजार में भी धान की अच्छी कीमत मिल रही है और भूगतान भी तुरंत हो रहा है। जिसके कारण भी शासकीय धान खरीदी केंद्रों पर धान की अवक में कमी दिखाई पड़ रही है।
Created On :   7 Dec 2024 2:48 PM IST