सावधान किसान!: बीज-खाद और कीटनाशक खरीदते समय बरतें सावधानी, किसानों के लिए एडवाइजरी

बीज-खाद और कीटनाशक खरीदते समय बरतें सावधानी, किसानों के लिए एडवाइजरी
  • धान खरीदी केंद्रों पर पंजीयन की 31 तक बढ़ी अवधि
  • कृषि विभाग ने किसानों के लिए जारी की एडवाइजरी
  • जिले में बेमौसम बारिश का संकट बरकरार
  • 17 तक तेज हवा के साथ बारिश का अनुमान

डिजिटल डेस्क, गोंदिया. जिले में जल्द ही शुरू होने जा रहे खरीफ मौसम के दौरान किसानों को उत्तम दर्जे के बीज, रासायनिक खाद एवं कीटनाशक प्राप्त हो सके इसके लिए किसानों को उक्त सामग्री खरीदी करते समय कुछ बातों का ध्यान रखने की आवश्यकता है। इस संबंध में संबंधित तहसील के गुणवत्ता नियंत्रक निरीक्षक सभी किसानों को मार्गदर्शन करते है। लेकिन इसकी जानकारी किसानों को भी होनी आवश्यक है। कृषि विभाग ने जिले के किसानों से आव्हान किया है कि बीज केवल लाईसेंस धारक विक्रेता से ही खरीदी करें, सीलबंद लेबल लगी बोरी में ही बीज खरीदे, बीज की बोरी पर उसकी प्रजाती, लेबल नंबर, वजन, पैकिंग की तारीख, वैद्यता की अवधी, मुल्य, उत्पादक का नाम अवश्य देखे। साथ ही विक्रेता से सामग्री खरीदी करते समय बिल अवश्य ले। बीज खरीदने के बाद बिल के साथ ही थोड़े से बीज मौसम खत्म होने तक संभाल कर रखे। बीज की उत्पादन क्षमता एवं शुद्धता पर शंका होने पर कृषि विभाग के नजदीकी कार्यालय में शिकायत दर्ज कराए। तहसील स्तर पर कृषि अधिकारी की अध्यक्षता में शिकायत निवारण समिति गठित की गई है। उसी प्रकार खाद खरीदते समय भी उपरोक्त सभी बातों का ध्यान रखना चाहिए। किटनाशक की खरीदी करते समय अधिकतम खुदरा मुल्य से कम अथवा अधिक दर पर बिक्री होने की बात सामने आने पर नजदीकी कृषि कार्यालय से संपर्क करने को कहा गया है। संदिग्ध अथवा बनावटी किटकनाशक की बिक्री की बात ध्यान में आने पर तत्काल शिकायत करने को कहा गया है। किसानों को दर्जेदार बीज, खाद एवं किटनाशक की आपूर्ति सुनिश्चित करने के लिए जिला एवं तहसील स्तर पर उड़नदस्तों की नियुक्ती किए जाने की जानकारी भी जिला अधिक्षक कृषि अधिकारी हिंदुराव चव्हाण ने दी है।

धान खरीदी केंद्रों पर पंजीयन की 31 तक बढ़ी अवधि

शासकीय धान खरीदी केंद्रों पर धान एवं मक्के की बिक्री के लिए ऑनलाईन रजिस्ट्रेशन करवाने के लिए किसानों को 30 अप्रैल 2024 तक का समय दिया गया था। लेकिन इस अवधी में किसानों का ऑनलाईन पंजीयन पर्याप्त संख्या में न होने के कारण शासन की ओर से इसकी अवधी बढ़ाकर 31 मई 2024 तक कर दी गई है। गोंदिया जिले के धान एवं मक्का उत्पादक किसानों से अपनी फसल की बिक्री नजदीकी शासकीय खरीदी केंद्र पर जाकर करने के लिए 31 मई तक पंजीयन कराने का आव्हान जिलाधिकारी प्रजित नायर ने किया है।

जिले में बेमौसम बारिश का संकट बरकरार, 17 तक तेज हवा के साथ बारिश का अनुमान

गोंदिया जिले में पिछले 8-10 दिनों से मौसम का मिजाज बदला हुआ है। कभी तेज हवाओं के साथ आंधी चलने लगती है तो कभी कुछ स्थानों पर अचानक बारिश शुरू हो जाती है। कभी आसमान में बादल छा जाते है तो कभी धूप निकल आती है। 15 मई की शाम 5 बजे के दौरान जिले की देवरी तहसील में तेज आंधी के साथ लगभग आधा घंटे तक बारिश होती रही। वहीं मौसम विज्ञान विभाग ने फिर 17 मई तक जिले में कुछ स्थानों पर हल्की से लेकर मध्यम बारिश होने एवं 40 से 50 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से गरज-चमक के साथ तेज हवाएं चलने की चेतावनी देते हुए येलो अलर्ट जारी किया है। इसके कारण ग्रीष्मकालीन धान की कटाई एवं सब्जी उत्पादक किसान संकट में फंसे नजर आ रहे है। गौरतलब है कि जिले में पिछले सप्ताह बादलों एवं बिजली की तेज गड़गड़ाहट के साथ अनेक स्थानों पर बेमौसम बारिश हुई थी। जिसके कारण धान के साथ ही सब्जियों एवं आम की फसल को काफी नुकसान पहुंचा था। अनेक किसानों ने धान की फसल काटकर खेतों में रखी थी, जो बारिश के पानी में भीग जाने से उन्हें काफी नुकसान हुआ है। भीगी फसल अभी तक पुरी तरह सूख भी नहीं पाई है कि मौसम विभाग ने फिर से तीन दिनों के लिए येलो अलर्ट जारी करते हुए तेज हवाएं चलने और बारिश होने की चेतावनी दी है। जिससे किसानों की चिंता बढ़ गई है एवं अब वे चितिंत दिखाई पड़ रहे है। पिछले सप्ताह हुई बेमौसम बारिश से हुए नुकसान का कृषि एवं राजस्व विभाग द्वारा सर्वेक्षण कर पंचनामे बनाने की प्रक्रिया अभी चल ही रही है जिसके कारण नुकसान का सही आकड़ा अब तक पता नहीं चल पाया है। ऐसे में फिर से बारिश की चेतावनी ने किसानों में दहशत निर्माण कर दी है।


Created On :   16 May 2024 1:06 PM GMT

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