बाढ़ की चपेट में आते जिले के 96 गांव, नागरिकों के साथ साधा संवाद

  • नागरिकों के साथ संवाद
  • बाढ़ की चपेट में आते हैं जिले के 96 गांव

डिजिटल डेस्क, गोंदिया. वर्तमान में राज्य में अनेक स्थानाें पर बाढ़ की स्थिति निर्माण हो गई है। मानसून की अवधि में बाढ़ जैसी स्थिति का सामना करने के लिए जिला प्रशासन पूरी तरह तैयार है। उक्ताशय के उद्गगार जिलाधिकारी चिन्मय गोतमारे ने 25 जुलाई को गोंदिया एवं तिरोड़ा के संभावित बाढ़ग्रस्त गांवों का निरीक्षण करने के दौरान व्यक्त किए। जिले में कुल 96 गांव ऐसे हैं जिनमें बारिश के मौसम के दौरान बाढ़ का खतरा बना रहता है। पिछले सप्ताह गोंदिया जिले में अतिवृष्टि दर्ज की गई थी। इसी की पार्श्वभूमि पर जिलाधिकारी गोतमारे ने संभावित बाढ़ के खतरे के मद्देनजर भौगोलिक स्थिति का अध्ययन करने के लिए कोरनी घाट, रजेगांव, बिरसोला, कासा, काटी, पुजारीटोला एवं तिरोड़ा तहसील के कवलेवाडा, किडंगीपार, ढिवरटोला गांवाें का जायजा लेकर नागरिकों से बातचीत की थी।

उन्होंने संभावित बाढ़ की स्थिति से निपटने के लिए किए गए नियोेजन एवं भौगोलिक परिस्थिति की भी जानकारी ली। इस दौरान जिलाधिकारी के साथ गोंदिया के तहसीलदार शमशेर पठान, तिरोड़ा के तहसीलदार गजानन कोकाडे, जिला अापदा प्रबंधन अधिकारी राजन चौबे, कार्यकारी अभियंता राज कुरेकर, जिला सूचना अधिकारी रवि गिते, बाढ़ नियंत्रण अधिकारी महेश भंडारकर एवं कनिष्ठ अभियंता प्रवीण कहार उपस्थित थे। वर्ष 2022 में अगस्त माह में गोंदिया एवं तिरोड़ा तहसील में बाढ़ की स्थिति निर्माण हुई थी जिसमें बड़ी मात्रा में जानमाल का नुकसान हुआ था।

Created On :   27 July 2023 11:01 AM GMT

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