मनमानी: कोरची के भूमि अभिलेख कार्यालय पर लटका था ताला, बंद होने के कुछ समय पहले खोला

कोरची के भूमि अभिलेख कार्यालय पर लटका था ताला, बंद होने के कुछ समय पहले खोला
  • तहसीलदार के निर्देश के बाद शाम 4 बजे शुरू हुई हलचल
  • किसानों ने की कर्मचारियों पर कार्रवाई की मांग
  • इन दिनों खेती से संबंधित कामों का लगा है ढेर

डिजिटल डेस्क, कोरची (गड़चिरोली)। बारिश का मौसम शुरू हो गया है और किसानों ने खरीफ सत्र का कार्य भी आरंभ कर दिया है। ऐसे में विभिन्न योजनाओं समेत अनेक प्रकार के दस्तावेजों के लिए किसान तहसील भूमि अभिलेख कार्यालय पहुंच रहे हैं। लेकिन मंगलवार, 18 जून को तहसील मुख्यालय के भूमि अभिलेख कार्यालय में दोपहर 2 बजे तक ताले लगे रहे। इस संदर्भ में किसानों द्वारा तहसीलदार से शिकायत करने के बाद शाम 4 बजे यह कार्यालय शुरू किया गया। इस मामले में कोरची के तहसीलदार प्रशांत गड्डम ने ड्यूटी में लापरवाही बरतने वाले कार्यालय कर्मचारियों के खिलाफ कार्रवाई करने के निर्देश कार्यालय के भूमि अधीक्षक को दी है। वहीं दिनभर कार्यालय शुरू होने का इंतजार कर रहे किसानों समेत आम नागरिकों ने लापरवाह कर्मचारियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने की मांग की है।

प्राप्त जानकारी के अनुसार, जिले के सभी तहसील मुख्यालयों में भूमि अभिलेख कार्यालय शुरू किया गया है। कोरची के तहसील भूमि अभिलेख कार्यालय में भूमि अधीक्षक का कार्यभार कुरवाड़े पर सौंपा गया है। लेकिन उन पर कुरखेड़ा का भी प्रभार है। मंगलवार को कुरवाडे अपने कुरखेड़ा कार्यालय में कार्यालयीन कार्य में व्यस्त थे। लेकिन इधर कोरची स्थित कार्यालय में सरकारी नियमानुसार सुबह 9.30 बजे कोई कर्मचारी नहीं पहुंचा। इस बीच अपने विभिन्न कार्य लेकर किसानों व आम नागरिकों ने कार्यालय में भीड़ की। दोपहर 2 बजने के बाद भी यह कार्यालय शुरू नहीं हुआ। इसके किसानों के प्रतिनिधिमंडल ने कोरची के तहसीलदार प्रशांत गड्डम से इस आशय की शिकायत की। उन्होंने इस शिकायत को तत्काल गंभीरता से लेते हुए भूमि अधीक्षक कुरवाडे से संपर्क किया। इस समय वे कुरखेड़ा के कार्यालय में होने के कारण कोरची संदर्भ में जानकारी लेकर बात बताई गई। अधिकारियों द्वारा मामले को गंभीरता से लेने के बाद शाम 4 बजे भूमि अभिलेख का कार्यालय शुरू किया गया। इस मामले में इंतजार कर रहे किसानाें व आम नागरिकों ने संबंधित लापरवाह कर्मचारियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने की मांग की है।

बता दें कि, कोरची तहसील छत्तीसगढ़ राज्य की सीमा पर बसा हुआ है। यह क्षेत्र अति नक्सल प्रभावित होने के कारण प्रशासनिक अधिकारी भी कभी-कभार ही इस तहसील का दौरा करते हंै। इसी का लाभ उठाते हुए प्रशासन के विभिन्न विभागों में कार्यरत कर्मचारी व अधिकारी अपने कर्तव्य में लापरवाही बरत रहे हैं। मंगलवार को इसी तरह का मामला भूमि अभिलेख कार्यालय में उजागर हुआ है।

कार्रवाई के दिए हैं निर्देश : मंगलवार को कुछ किसानों ने तहसील कार्यालय पहुंचकर दोपहर 2 बजे तक तहसील भूमि अभिलेख कार्यालय बंद होने की शिकायत की थी। इस शिकायत पर ध्यान देते हुए कार्यालय पहुंचकर स्थिति को जानने की कोशिश की गई। इस समय कार्यालय के दरवाजों पर ताले दिखायी दिए। मंगलवार को प्रभारी भूमि अधीक्षक कुरवाडे कुरखेड़ा के कार्यालय में मौजूद होने से उन्हें संबंधित कर्मचारियों के खिलाफ कार्रवाई करने के निर्देश दिए गये हंै। - प्रशांत गड्डम, तहसीलदार कोरची


Created On :   19 Jun 2024 4:22 PM IST

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