फसल बर्बाद: जंगली हाथियों ने गडचिरोली में फिर फसलें की तहस-नहस , किसान चिंता में घिरे

जंगली हाथियों ने गडचिरोली में फिर फसलें की तहस-नहस , किसान चिंता में घिरे
  • 14 किसानों की 16 हेक्टेयर धान फसल को किया बर्बाद
  • वनविभाग की टीम जंगली हाथियों पर रख रही नजर
  • क्षेत्र के किसानों की बढ़ी चिंता

डिजिटल डेस्क, कुरखेड़ा (गड़चिरोली) । तहसील के दादापुर व वारवी गांव परिसर में जंगली हाथियों का उत्पात थमने का नाम नहीं ले रहा है। पिछले तीन दिनों में देर रात जंगली हाथियों ने दादापुर व वारवी के खेत परिसर में प्रवेश कर 14 किसानों की 16 हेक्टेयर धान फसल को तहस-नहस कर दिया। लगातार तीन दिनों से जारी नुकसान के कारण गांव के किसान चिंता में पड़ गए हैं। इस बीच सोमवार को वनविभाग की टीम ने दादापुर व वारवी पहुंचकर नुकसान का पंचनामा पूर्ण किया।

वनविभाग की टीम की ओर से जंगली हाथियों के झुंड पर पूरी तरह नजर रखी जा रही है। लेकिन जंगली हाथियों का उत्पात कम होता नजर नहीं आ रहा है। प्राप्त जानकारी के अनुसार, दादापुर व वारवी के किसान सीताबाई गावडे, श्रावण गावडे, कलीराम नरोटे, संजय गावडे, मंगेश गजभिये, संजय राऊत, खुशाल नरंगे, कुंवरलाल बैस, फुलकायना बखर, मनसाराम मडावी, दसरु मडावी, सुमित्रा नैताम, सयजाबाई मडावी, जंगलू कोल्ह्या इन 14 किसानों की धान फसलों को नुकसान हुआ है। जंगली हाथियों ने पिछले 11 दिनों से दादापुर व वारवी जंगल परिसर में अपना डेेरा जमा रखा है।

इस बीच इन किसानों के खेतों में जंगली हाथियों ने उत्पात मचाकर धान फसलों को तहस-नहस किया। नुकसानग्रस्त किसानों ने वनविभाग को इस बात की जानकारी दी। जानकारी मिलते ही वनविभाग के अधिकारी व कर्मचारियों ने दादापुर व वारवी के किसानों की मुलाकात कर नुकसानग्रस्त खेतों को पंचनामा किया। नुकसानग्रस्त किसानों को तत्काल मुआवजा देने का आश्वासन भी वनविभाग के अधिकारी व कर्मचारियों ने दिया। पंचनामा के दौरान वनविभाग के रामगड के क्षेत्र सहायक एस.एल.कंकलवार, वनरक्षक एस.के.मडावी, वनरक्षक भरकुडे, वनरक्षक बडवाईक, वनरक्षक रामटेके उपस्थित थे। नुकसानग्रस्त धान फसलों का मुआवजा तत्काल अदा करने की मांग किसानों ने की है।

Created On :   27 Aug 2024 10:26 AM GMT

Tags

और पढ़ेंकम पढ़ें
Next Story