सख्ती: खाद और बीजों की कालाबाजारी हुई तो होगी कड़ी कार्रवाई ,किसानों को मार्गदर्शन, प्रशासन सख्त

खाद और बीजों की कालाबाजारी हुई तो होगी कड़ी कार्रवाई ,किसानों को मार्गदर्शन, प्रशासन सख्त
  • जिला प्रशासन और कृषि विभाग ने कसी कमर
  • जिलास्तर पर शिकायत निवारण कक्ष स्थापित
  • 13 उड़नदस्तों का भी किया गया है गठन

डिजिटल डेस्क, गड़चिरोली।मौसम विभाग ने जून माह के दूसरे सप्ताह में मानसून की संभावना व्यक्त की है। इसी संभावना को देखते हुए जिले के किसानों ने खरीफ सत्र पूर्व कार्य आरंभ कर दिया है। किसान अब अपने खेतों में पहुंचकर ट्रैक्टर की मदद से हल चलाने के अलावा विभिन्न प्रकार के कार्य करने में व्यस्त दिखायी दे रहे हैं। इस बीच लगातार हो रहे फसलों के नुकसान से किसानों को उबारकर खाद व बीजों की कालाबाजारी करने वाले कृषि केंद्र के खिलाफ जिला प्रशासन और कृषि विभाग ने सख्त कदम उठाए है।

ई-पॉज मशीन द्वारा खाद व बीजों की बिक्री न करने वाले दुकान धारकों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई के प्रावधान विभाग ने किये हैं। साथ ही कालाबाजारी को रोकने के लिए विभाग ने जिलेभर में 13 उड़नदस्तों का गठन भी किया है। इतना ही नहीं किसी भी स्थान पर अनियमितता पाये जाने पर किसानों को शिकायत करने के िलए जिला प्रशासन ने जिला स्तर पर एक शिकायत निवारण कक्ष की स्थापना भी की है।

प्राप्त जानकारी के अनुसार, जिला कृषि विभाग ने हाल ही में खरीफ सत्र की तैयारी पूर्ण की। विभाग की एक रिपोर्ट के अनुसार, इस वर्ष खरीफ सत्र के दौरान जिले में 2 लाख 25 हजार 890 हेक्टेयर क्षेत्र में विभिन्न प्रकार की फसलें बोई जाएंगी। इन फसलों के लिए महाबीज और निजी कंपनियों की मदद से बीज की आपूर्ति शुरू कर दी गयी है। खरीफ सत्र के दौरान अधिकांश किसान बड़े पैमाने पर धान का उत्पादन लेते हंै। इस वर्ष जिले में 1 लाख 87 हजार 500 हेक्टेयर क्षेत्र में धान फसल लगाई जाएगी जिसके लिए 3 लाख 60 हजार क्विंटल बीज का नियोजन कृषि विभाग ने किया है। धान के बाद खरीफ सत्र में सर्वाधिक तुअर की फसल लगायी जाती है। इस वर्ष 8 हजार हेक्टेयर क्षेत्र में यह फसल लगाई जाएगी जिसके लिए 420 क्विंटल बीज का नियोजन किया गया है। कपास फसल का नियोजित क्षेत्र 21 हजार 120 हेक्टेयर क्षेत्र होकर 465 क्विंटल बीज का नियोजन किया गया है।

मक्का फसल का नियोजन क्षेत्र 3 हजार हेक्टेयर होकर 600 क्विंटल बीज का नियोजन किया गया है। खरीफ सत्र शुरू होने के लिए अब महज कुछ ही दिनों का समय शेष है। वहीं प्रस्तावित बीज और खाद भी अब धीरे-धीरे सरकारी कार्यालयों में पहुंचने लगे हंै। इस स्थिति में खाद व बीजों की कालाबाजारी रोकने के लिए जिला प्रशासन ने सख्त कदम उठाए है। जिलास्तर पर किसानों के लिए शिकायत निवारण कक्ष स्थापित किया गया है। इस कक्ष में किसान किसी भी प्रकार की शिकायत अथवा मार्गदर्शन ले पाएंगे। उधर जिलेभर में 13 उड़नदस्तों का गठन कर कालाबाजारी करने वालों पर पैनी नजर रखी जाएगी। किसी भी समय कालाबाजारी करते कोई पकड़ा गया तो घटनास्थल पर ही संबंधित का लाईसेंस रद्द करने के निर्देश जिला प्रशासन ने दिए हैं।


Created On :   24 May 2024 9:13 AM GMT

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