शीतसत्र: बिजली उत्पादित जिले को ही नहीं मिल रही रियायत

बिजली उत्पादित जिले को ही नहीं मिल रही रियायत
  • गड़चिरोली में आज भी मांत्रिकों से हो रहा इलाज
  • मांग को लेकर कोई फैसला नहीं लिए जाने से विधायक जोरगेवार नाराज
  • महिला अस्पताल में बढ़ेंगे 100 बेड

डिजिटल डेस्क, चंद्रपुर/गड़चिरोली| नागपुर में चल रहे शीतसत्र में बुधवार को बिजली और स्वास्थ्य व्यवस्था का मुद्दा गूंजा। विधायक किशोर जोरगेवार ने सभागृह में कहा कि बिजली उत्पादन करने वाला जिला प्रदूषण का दंश झेल रहा है। इसके बाद भी जिले को सस्ती बिजली क्यों नहीं दी जा रही है। वहीं गड़चिरोली के कांग्रेस नेताओं ने स्वास्थ्य मंत्री को ज्ञापन सौंपकर बताया कि आज भी जिले में मांत्रिकों से इलाज हो रहा है, जिससे स्वास्थ्य सेवा को मजबूत करने की मांग की गई।

चंद्रपुर जिले सहित बिजली उत्पादक जिलों को घरेलू उपयोग के लिए 200 यूनिट बिजली मुफ्त दें

हम राज्य को बिजली देने के लिए दुनिया की सबसे अधिक प्रदूषणकारी तापीय ऊर्जा उत्पन्न करते हैं। इसका परिणाम भी हमें भुगतना पड़ता है। हमारा नाम देश के सबसे प्रदूषित जिलों में है। लेकिन अगर हमें इसके लिए भुगतान नहीं मिलता है, तो यह अनुचित है। ऐसा कहकर हम प्रदेश को बिजली देकर कौन सा पाप कर रहे हैं? कुछ ऐसे शब्दों में विधायक किशोर जोरगेवार ने सभागृह में बोलते हुए अपना गुस्सा जाहिर किया। नागपुर में शीतकालीन सत्र में बोलते हुए विधायक किशोर जोरगेवार ने मांग की है कि चंद्रपुर जिले सहित बिजली उत्पादक जिलों को बिजली रियायत दी जानी चाहिए। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि सरकार ने मेहनत, मजदूरी करने वाले श्रमिकों को 200 यूनिट मुफ्त बिजली देने का निर्णय लिया है। यह फैसला सराहनीय है। उन्होंने कहा कि अब बिजली उत्पादन कर प्रदूषण का दंश झेल रहे बिजली उत्पादक जिलों को भी इसी तर्ज पर घरेलू उपयोग के लिए दो सौ यूनिट बिजली मुफ्त दी जानी चाहिए। प्रदूषित जिलों की सूची तैयार हो गई है, चंद्रपुर का नाम पहले पांच प्रदूषित जिलों में होगा, ऐसा उन्होंने इस समय कहा। हम जो बिजली पैदा करते हैं वह हमारे लिए सस्ती क्यों नहीं है? शीतकालीन सत्र के चौथे दिन पूरक मांग पर बोलते हुए जोरगेवार ने चंद्रपुर जिले सहित बिजली उत्पादक जिलों को घरेलू उपयोग के लिए 200 यूनिट बिजली मुफ्त देने और उद्योगों को बिजली देने की मांग की है।

इस साल के सत्र में मांग को लेकर कोई फैसला नहीं लिए जाने से विधायक जोरगेवार का गुस्सा देखने को मिला।

शीतकालीन सत्र के चौथें दिन बोलते हुए विधायक जोरगेवार ने भी महावितरण की कई समस्याओं की ओर सदन का ध्यान आकर्षित किया और कहा कि यहां लाइनमैन की समस्याओं का समाधान किया जाना चाहिए, गड़चिरोली जिला लौह अयस्क से समृद्ध है फिर गड़चिरोली से सटे चंद्रपुर जिले में लौह अयस्क आधारित उद्योगों को शुरू करने के लिए कदम उठाए जाने चाहिए। 2017-18 तक, लघु उद्योग चंद्रपुर में कोयले की नियमित आपूर्ति हो रही थी। लेकिन इस वित्तीय वर्ष 2022-23 में मार्च 2023 तक केवल 3 महीने की अवधि के लिए ही कोयला उपलब्ध हो सका है। चूंकि उक्त लघु उद्योग कोयले का उपयोग ईंधन के रूप में कर रहे हैं, चंद्रपुर के लघु उद्योगों को कोयले की नियमित आपूर्ति से बचाने के लिए महाराष्ट्र राज्य खनन निगम विभाग के साथ लंबित एफएसए समझौते को तुरंत निष्पादित किया जाना चाहिए। कंपनी प्रबंधन ने अभी भी संशोधित संशोधन लागू नहीं किया है वेतन को लागू करने के न्यायालय के आदेश के बावजूद। इसलिए यहां के कर्मियों पर औद्योगिक एस-1 वेतनमान लागू किया जाये।

ओबीसी विद्यार्थियों के लिए छात्रावास स्थापित करें

सरकार ने ओबीसी विद्यार्थियों के लिए छात्रावास बनाने का ऐलान किया है। इसके लिए चंद्रपुर में जगह भी आरक्षित कर ली गई है। हालांकि, ओबीसी विद्यार्थियों के लिए कोई छात्रावास तैयार नहीं किया गया है। विधायक किशोर जोरगेवार ने सत्र में मांग की है कि ओबीसी घोषित विद्यार्थियों के लिए छात्रावास बनाया जाए।

महिला अस्पताल में बढ़ेंगे 100 बेड

गड़चिरोली जिला मुख्यालय में आरंभ किये गये महिला व बाल अस्पताल में बेड की संख्या कम होने के कारण यहां भर्ती हो रहे मरीजों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। हाल ही में कारवाफा प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती एक मरीज की इसी अस्पताल में उपचार के दौरान मृत्यु हुई। इस मामले में गड़चिरोली के विधायक डा. देवराव होली द्वारा सितारा प्रश्न करने पर राज्य के स्वाथ्य मंत्री तानाजी सावंत ने महिला अस्पताल के लिए अतिरिक्त 100 बेड मंजूर करने की घोषणा विधानसभा सभागृह में की है। साथ ही मरीजों को प्रभावी इलाज देने के लिए भी यह सरकार तत्पर होने का दावा किया। अता दें कि, जिला मुख्यालय के एकमात्र महिला एवं बाल अस्पताल में गड़चिरोली जिले के मरीजों के साथ पड़ौसी छत्तीसगढ़, मध्यप्रदेश राज्य के मरीज भी उपचार हेतु पहुंचते है। लेकिन अस्पताल में बेड की संख्या कम होने से मरीजों पर ठीक से इलाज नहीं हो पा रहा है। इस कारण अस्पताल में बेड की संख्या बढ़ाने की मांग विधानसभा में विधायक डा. होली ने की। सितारा प्रश्न के माध्यम से की गयी इस मांग पर स्वास्थ्य मंत्री सावंत ने जवाब देते हुए कहा कि, इस अस्पताल में अतिरिक्त 100 बेड को मंजूरी प्रदान की गयी है। जल्द ही यह सुविधा महिला व बाल अस्पताल में उपलब्ध करायी जाएगी। राज्य सरकार की इस घोषणा पर विधायक डा. होली ने मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे, उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस, उपमुख्यमंत्री अजीत पवार और स्वास्थ्य मंत्री तानाजी सावंत का अाभार व्यक्त किया है।

Created On :   14 Dec 2023 12:46 PM GMT

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