नशाखोरी: तड़पते रहे दुर्घटना में घायल दो व्यक्ति, नशे में धुत पड़े रहे वैद्यकीय अधिकारी

  • मामला एटापल्ली के ग्रामीण अस्पताल का
  • इतने नशे में थे कि उठ भी नहीं पा रहे थे
  • जांच के लिए स्वास्थ्य विभाग ने गठित की समिति

डिजिटल डेस्क, एटापल्ली (गड़चिरोली)। आदिवासी बहुल और नक्सलग्रस्त एटापल्ली तहसील मुख्यालय के ग्रामीण अस्पताल में पहले से ही डाक्टरों की कमी है। ऐसे में रविवार, 11 अगस्त की रात दुर्घटना में घायल हुए व्यक्तियों पर उपचार करने के बजाए इस अस्पताल के प्रभारी वैद्यकीय अधिकारी डा. योगेश मानकर अपने कमरे में शराब के नशे में धुत नजर आए।

अस्पताल में उनके अलावा अन्य कोई डाक्टर मौजूद नहीं होने से घायल व्यक्तियों के परिजनों ने स्वयं होकर डॉक्टर के कमरे में पहुंचकर उन्हें अपन कंधा दिया और अस्पताल पहुंचाया। इस मामले में घायल व्यक्तियों के परिजनों ने स्वास्थ्य विभाग के वरिष्ठों से शिकायत करने के बाद सोमवार, 12 अगस्त को जिला शल्य चिकित्सक डा. प्रमोद खंडाते ने मामले की जांच के लिए समिति का गठन किया है। स्थानीय लोगों ने नशेड़ी वैद्यकीय अधिकारी के खिलाफ सख्त कार्रवाई करते हुए उनका अन्यत्र तबादला करने की मांग भी की है।

रविवार की रात गड़चिरोली से एटापल्ली आ रहा एक चार पहिया वाहन दुर्घटनाग्रस्त हो गया। दुर्घटना में रवींद्र महादेव मोरकर और देवराव उमरे नामक व्यक्ति गंभीर रूप से घायल हो गए। घायल अवस्था में दोनों को तत्काल एटापल्ली के ग्रामीण अस्पताल में पहुंचाया गया। लेकिन उस समय अस्पताल के प्रभारी वैद्यकीय अधिकारी डा. योगेश मानकर अस्पताल में मौजूद नहीं थे। घायलों के परिजनों ने अस्पताल में मौजूद कर्मचारियों से पूछताछ करने पर डा. मानकर अपने सरकारी निवासस्थान में होने की जानकारी मिली जिसके बाद कुछ लोग डा. मानकर के सरकारी निवासस्थान में पहुंचे। लेकिन इस समय डा. मानकर शराब के नशे में धुत थे। वे फर्श पर बैठकर मोबाइल देख रहे थे। वे उठ भी नहीं पा रहे थे। इस कारण लोगों ने डा. मानकर को सहारा दिया और उन्हें खड़ा किया। लेकिन वे इस कदर नशे में धुत थे कि, वे चल भी नहीं पा रहे थे।

जैसे-तैसे वे अस्पताल में पहुंचे, मात्र उपचार कराने की हालत में वे नहीं थे। इस कारण अस्पताल में मौजूद परिचारिका की मदद से दोनों घायलों पर प्राथमिक उपचार किया गया। इस गंभीर मामले की स्थानीय लोगों ने स्वास्थ्य विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों से शिकायत की है। शिकायत के मिलते ही विभाग ने इस मामले को गंभीरता से लेते हुए जांच के लिए समिति का गठन भी किया है। सोमवार को जांच समिति के अधिकारियों ने एटापल्ली के अस्पताल पहुंचकर जांच शुरू करने की जानकारी मिली है। वहीं जिला परिषद के जिला स्वास्थ्य अधिकारी डा. प्रताप शिंदे की सूचना के अनुसार, तहसील वैद्यकीय अधिकारी ने डा. मेश्राम पर इस अस्पताल का अतिरिक्त प्रभार सौंपा है। जांच समिति द्वारा मामले की जांच के बाद ही संबंधित नशेड़ी डा. मानकर के खिलाफ कार्रवाई होगी। अब इस समिति की रिपोर्ट की ओर सभी की निगाहें लगी हुई है। एटापल्ली के स्थानीय लोगों ने डा. मानकर के खिलाफ सख्त कार्रवाई करते हुए उनका अन्यत्र तबादला करने की मांग की है।

कुरखेड़ा अस्पताल में भी डा. मानकर के खिलाफ अनेक शिकायतें : बता दें कि, इसके पूर्व डा. योगेश मानकर कुरखेड़ा के उपजिला अस्पताल में कार्यरत थे। इस अस्पताल में कार्य करते समय भी उन्हें कई बार नशे की हालत में देखा गया था। मामले की शिकायत मिलते ही स्वास्थ्य विभाग ने डा. मानकर के खिलाफ कार्रवाई करते हुए उन्हें सजा के तौर पर एटापल्ली के अस्पताल में प्रतिनियुक्ति पर भेजा था। लेकिन एटापल्ली के अस्पताल में भी डा. मानकर की कार्यप्रणाली में कोई सुधार नहीं आया। यहां आने वाले मरीजों के साथ असभ्यता से बातचीत करने और हर समय नशे की हालत में रहने की इसके पूर्व भी लोगों ने शिकायत की थी।


Created On :   13 Aug 2024 7:30 AM GMT

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