- Home
- /
- राज्य
- /
- महाराष्ट्र
- /
- गडचिरोली
- /
- नक्सलियों ने की पूर्व पंस सभापति...
Gadchiroli News: नक्सलियों ने की पूर्व पंस सभापति मडावी की हत्या, दहशत फैलाने का प्रयास
- सुखराम मडावी पुलिस मुखबिर नहीं थे : नीलोत्पल
- 2017 से 2019 तक सभापति पद की संभाली थी जिम्मेदारी
Gadchiroli News. जिले के अतिदुर्गम, अतिसंवेदनशील और नक्सल प्रभावित भामरागड़ तहसील के कोठी पुलिस सहायता केंद्र के तहत कियर गांव में नक्सलियों ने पूर्व पंस सभापति सुखराम मडावी (45) की गला दबाकर हत्या कर दी। वारदात को शनिवार, 1 फरवरी को रात 11 के दौरान अंजाम दिया गया।
जिले के नागरिकों में अपनी दहशत बनाये रखने के लिए नक्सलियों ने निरंतर हिंसक घटनाओं को अंजाम दिया है। बता दें कि, कियर गांव भामरागड़ तहसील मुख्यालय से महज 12 किमी दूरी पर है। इस गांव के परिसर में कोठी पुलिस सहायत केंद्र भी है। शनिवार, 1 फरवरी को रात 11 बजे के दौरान नक्सलियों ने कियर गांव में प्रवेश किया। उन्होंने सुखराम मडावी को नींद से जगाकर गांव के बाहर एक मैदान में लेकर गये। वहां पर नक्सलियों ने सुखराम मडावी की पिटाई की और गला दबाकर हत्या कर दी। घटनास्थल पर नक्सलियों ने डाला एक पत्रक मिला जिसमें सुखराम मडावी पुलिस का मुखबिर होने के साथ पुलिस सहायता केंद्र शुरू करने और लौहखदान को समर्थन देने का कार्य करने की वजह से हत्या करने की बात लिखी थी। सुखराम मडावी की मृत्यु से भामरागड तहसील ने एक अच्छा आदिवासी नेता गवायां है। वे गांव के विकास के लिए कटिबद्ध होने की चर्चा गांव परिसर में की जा रही है।
सुखराम मडावी पुलिस मुखबिर नहीं थे : नीलोत्पल
इस संदर्भ में जिला पुलिस अधिक्षक नीलोत्पल ने बताया है कि, सुखराम मडावी पुलिस मुखबिर नहीं थे। कियर गांव में सुखराम मडावी की हत्या की घटना हुई है। नक्सलियों द्वारा निरंतर जिले के निर्दोष व्यक्तियों की हत्या की जा रही है। पिछले पांच-छह वर्षों में अनेक नक्सलियों की मुठभेड़ में मौत हुई है और अनेक नक्सलियों ने आत्मसमर्पण किया है। जिसकी वजह से सामान्य नागरिकों में दहशत निर्माण करने के लिए नक्सली ऐसा कर रहे हैं। इस मामले की जांच पुलिस कर रही है।
2017 से 2019 तक सभापति पद की संभाली थी जिम्मेदारी
सुखराम मडावी ने पहली बार ग्रामसभा पैनल की ओर से पंचायत समिति भामरागड़ का चुनाव लड़ा था। जिसमें उनकी जीत हुई। उनकी जीत को ध्यान में लेते हुए उन्हें वर्ष 2017 से 2019 में भामरागड़ पंचायत समिति के सभापति पद पर नियुक्त किया गया। उसके बाद 2019 से 2022 के दौरान उपसभापति के रूप अपनी जिम्मेदारी संभाली थी। हाल ही में पारित हुए विधानसभा चुनाव में अजय कंकडालवार मित्र पक्ष कांग्रेस के गद्दार उम्मीदवार हनमंतू मडावी चुनाव में खड़े थे। सुखराम मडावी ने भामरागड़ तहसील में उनका प्रचार कर हनमंतु मडावी को भारी वोट प्राप्त करने के लिए प्रयास किया था।
23 वर्ष में भामरागड़ के तीन राजनेताओं की हत्या
भामरागड़ तहसील में पिछले 23 वर्षों में नक्सलियों द्वारा 3 राजनीतिक नेताओं की हत्या की गई। 10 फरवरी 2002 को कांग्रेस के तत्कालीन जिलाध्यक्ष मालू कोपा बोगामी, 28 जनवरी 2012 को भामरागड़ पंचायत समिति के सभापति तथा कांग्रेस के तहसील अध्यक्ष बहादूरशहा आलम, अब 1 फरवरी 2025 को भामरागड़ पंचायत समिति के पूर्व सभापति सुखराम मडावी की हत्या को नक्सलियों ने अंजाम दिया है।
Created On :   3 Feb 2025 7:48 PM IST