Gadchiroli News: जंगली हाथियों ने ध्वस्त कर दी काटली-साखरा क्षेत्र के किसानों की धान की फसल

जंगली हाथियों ने ध्वस्त कर दी काटली-साखरा क्षेत्र के किसानों की धान की फसल
  • 8 किसानों का किया नुकसान
  • फसल नुकसान से चिंता में घिरे किसान
  • झुंड सामने मचाता है उत्पात, देखते रह जाते हैं किसान

Kurkheda Gadchiroli News जंगली हाथियों ने गड़चिरोली जिले के पोर्ला वनपरिक्षेत्र के तहत पिछले एक सप्ताह से डेरा जमाया है। इस बीच नवरगांव, कोंढाना, गोंगाव के बाद अब काटली-साखरा गांव के खेत परिसर में गुरुवार देर रात प्रवेश कर धान के खेतों में जमकर उत्पात मचाया। जिसमें काटली व साखरा परिसर के कुल 8 किसानों का भारी संख्या में नुकसान हुआ। नुकसानग्रस्त क्षेत्र का पंचनामा वनविभाग के कर्मचारियों ने किया।

प्राप्त जानकारी के अनुसार, जंगली हाथियों द्वारा पोर्ला वनपरिक्षेत्र के तहत आने वाले अनेक गांवों की धान फसलों को बर्बाद किया जा रहा है।जंगली हाथियों ने गुरुवार देर रात काटली-साखरा के खेत परिसर में प्रवेश करने के बाद धान फसलों को तहस-नहस कर जमकर उत्पात मचाया। जिसमें प्रभाकर मानकर, जीवन धानोरकर, संजय कोसरे, श्रीरंग कोसरे, देवा भोयर, रुमाजी कोसरे, मुरलीधर कोसरे, हरि चापले आदि समेत अन्य किसानों की भी धान फसलों को जंगली हाथियों के झुंड ने तबाह किया है। जंगली हाथियों के उत्पात मचाने से किसान काफी परेशान हुए हैं। किसानों को जंगली हाथियों से निपटने के लिए भी कोई सहूलियत नहीं है।

जंगली हाथियों का झुंड इतना बड़ा है कि, किसानों को डर के कारण धान फसलों के हो रहे नुकसान को देखते ही रहना पड़ता है। वनविभाग द्वारा प्रतिदिन जंगली हाथियों के नुकसान से धान फसलों को बचाने का प्रयास किया जा रहा है। जंगली हाथियों द्वारा प्रतिदिन गांव बदलकर खेतों में प्रवेश कर धान फसलों को तबाह किया जा रहा है। वनविभाग की हुल्ला टीम ने कुछ दिनों तक जंगली हाथियों को खदेड़ने का कार्य किया। लेकिन अब वह टीम भी कुछ प्रयास करते हुए दिखाई नहीं दे रही है। जंगली हाथियों द्वारा किए गए नुकसान का पंचनामा वनविभाग के कर्मचारियों द्वारा किया जा रहा है। लेकिन जंगली हाथियों के बंदोबस्त के लिए कोई प्रयास नहीं किए जा रहे हैं। जंगली हाथियों का बंदोबस्त करने की मांग नुकसानग्रस्त किसानों द्वारा की जा रही है।

Created On :   28 Sept 2024 1:39 PM GMT

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