Gadchiroli News: गड़चिरोली से जल्द खत्म होगा नक्सलवाद, गांव -गांव में पुलिस मदद केंद्र आरंभ

गड़चिरोली से जल्द खत्म होगा नक्सलवाद, गांव -गांव में पुलिस मदद केंद्र आरंभ
  • राज्य की पुलिस महासंचालक रश्मि शुक्ला ने दिलाया विश्वास
  • नक्सल प्रभावित पेनगुंडा पहुंचकर लिया जायजा

Gadchiroli News पुलिस विभाग द्वारा आम नागरिकों के लिए चलाई जा रहीं विभिन्न योजनाओं के कारण अब लोगों में पुलिस के प्रति विश्वास बढ़ने लगा है। इसी विश्वास के कारण अब नक्सलियों का आधार क्षेत्र कम होने लगा है। एक सप्ताह पूर्व छत्तीसगढ़ राज्य की सीमा से महज 3 किमी दूर भामरागढ़ तहसील के अति नक्सल प्रभावित पेनगुंडा गांव में पुलिस मदद केंद्र आरंभ किया गया। इस केंद्र के माध्यम से गांव में बुनियादी सुविधाओं के साथ लोगों को विकास की मुख्य धारा से जोड़ने का कार्य किया जा रहा है। पुलिस विभाग द्वारा किए गए इन्हीं प्रयासों के कारण अब गड़चिरोली जिले से जल्द ही नक्सलवाद खत्म होगा। इस आशय का विश्वास राज्य की पुलिस महासंचालक रश्मि शुक्ला ने व्यक्त किया।

मंगलवार, 17 दिसंबर को रश्मि शुक्ला और राज्य के अन्य पुलिस अधिकारियों ने नक्सलगढ़ के रूप में परिचित पेनगुंडा गांव को भेंट दी। जहां विभाग द्वारा आयोजित जनजागरण सम्मेलन में वे बोल रहीं थीं। इस समय उनके साथ राज्य के अपर पुलिस महासंचालक (कानून-व्यवस्था) संजय सक्सेना, राज्य गुप्तवार्ता विभाग के आयुक्त शिरीष जैन, नक्सल विरोधी अभियान के विशेष पुलिस महानिरीक्षक संदीप पाटील, गड़चिरोली परिक्षेत्र के पुलिस उपमहानिरीक्षक अंकित गोयल, पुलिस अधीक्षक नीलोत्पल, सीआरपीएफ के 113 बटालियन के कमांडंट जसवीर सिंह आदि प्रमुखता से उपस्थित थे। अपने एक दिवसीय दौरे में पुलिस महासंचालक रश्मि शुक्ला ने भामरागढ़ तहसील के लाहेरी स्थित उपपुलिस थाना को भेंट दी जिसके बाद वे सीधे पेनगुंडा गांव पहुंची। पुलिस विभाग ने सात दिन पूर्व ही इस गांव में नागरिकों की सुरक्षा के लिए पुलिस मदद केंद्र का निर्माण किया है। इस केंद्र के माध्यम से धीरे-धीरे गांव में सुविधाएं उपलब्ध कराने का कार्य शुरू किया गया है।

मंगलवार को पेनगुंडा और परिसर के ग्रामीणों के लिए जनजागरण सम्मेलन का आयोजन किया गया। इस सम्मेलन में अपने संबोधन में रश्मि शुक्ला ने कहा कि, इस नये पुलिस मदद केंद्र के माध्यम से लोगों की सभी प्रकार की समस्याओं का निवारण करने का प्रयास किया जाएगा। गांव के नागरिकों द्वारा नक्सलियों के लिए किए गए गांवबंदी के फैसले की उन्होंने प्रशंसा भी की। यह क्षेत्र काफी सुदूर इलाके में होने के बाद भी कुछ ही दिनों में परिसर में सड़क, स्वास्थ्य, शिक्षा, पानी जैसी बुनियादी सुविधाएं उपलब्ध कराने का आश्वासन शुक्ला ने इस समय दिया। जनजागरण सम्मेलन में उपस्थित नागरिकों को विभिन्न प्रकार की सामग्रियों का वितरण भी किया गया। विद्यार्थियों को स्कूल बैग के साथ िकताबंे और खेल सामग्री भी वितरित की गयी। इस दौरान शुक्ला ने अादिवासियों के साथ संवाद करते हुए उनकी समस्याएं समझने का प्रयास किया। जनजागरण सम्मेलन के बाद पेनगुंडा पुलिस मदद केंद्र में कार्यरत पुलिस अधिकारियों व जवानों के साथ शुक्ला ने संवाद किया। इस समय अपर पुलिस अधीक्षक (अभियान) यतीश देशमुख, अपर पुलिस अधीक्षक (प्रशासन) एम. रमेश, अहेरी के अपर पुलिस अधीक्षक श्रेणीक लोढा, भामरागढ़ के उपविभागीय पुलिस अधिकारी अमर मोहिते, अहेरी के उपविभागीय पुलिस अधिकारी अजय कोकाटे समेत सभी पुलिस जवान और नागरिक बड़ी संख्या में उपस्थित थे।

Created On :   18 Dec 2024 4:18 PM IST

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