- Home
- /
- राज्य
- /
- महाराष्ट्र
- /
- गडचिरोली
- /
- गड़चिरोली में बाघ के हमले में किसान...
Gadchiroli News: गड़चिरोली में बाघ के हमले में किसान घायल , दहशत में गांव के लोग
- जुनी वड़सा के वैनगंगा नदी तट की घटना
- मकर संक्रांति के लिए लाने गए थे सामान
Gadchiroli News शीतकाल आरंभ होते ही एक बार फिर गांव व नदी परिसर में बाघों का विचरण बढ़ने लगा है जिससे आम नागरिकों व किसानों को सतर्कता बरतनी पड़ रही है। कई दफा लोगों को इन बाघों के हमले में घायल भी होना पड़ रहा है। ऐसा ही एक मामला मंगलवार 14 जनवरी को तहसील के जुनी वड़सा से सटे वैनगंगा नदी के घाट परिसर में उजागर हुआ है। जहां कुछ किसान मकर संक्रांति के लिए नदी घाट से बेर और अन्य सामग्री लाने के लिए पहुंचे थे। इसी दौरान झाड़ियों में घात लगाए बैठे एक बाघ ने किसान पर हमला कर दिया। साथी किसानों की मदद से बाघ को खदेड़ने में सफलता हासिल होने के कारण घायल किसान की जान बच गई। इस घटना में गंभीर रूप से घायल हुए जुनी वड़सा निवासी गणपत केशव नखाते नामक किसान को यहां के ग्रामीण अस्पताल में भर्ती किया गया।
प्राप्त जानकारी के अनुसार, मंगलवार को मकर संक्रांति होने के कारण जुनी वड़सा गांव के कुछ किसान वैनगंगा नदी घाट पर बेर समेत अन्य सामग्री लाने के लिए पहुंचे थे> गणपत नखाते एक पेड़ से बेर तोड़ रहे थे, इसी दौरान एक बाघ ने अचानक उन पर हमला कर दिया। उनके द्वारा आवाज लगाने पर साथी किसानों ने गणपत को बचाने का प्रयास किया। एकसाथ 3 से 4 किसानों ने बाघ को खदेड़ने का प्रयास करने से बाघ जंगल में भाग खड़ा हुआ। लेेकिन इस हमले में गणपत गंभीर रूप से घायल हो गए। उन्हें ग्रामीण अस्पताल में भर्ती करवाया गया है। इस बीच घटना की जानकारी मिलते ही क्षेत्र के विधायक रामदास मसराम ने ग्रामीण अस्पताल पहुंचकर घायल किसान का हाल जाना। घायल किसान को सरकार द्वारा वित्तीय मदद देने की मांग जुनी वड़सा के नागरिकों ने की है। बता दें कि, गत वर्ष शीतकाल के दौरान ही क्षेत्र में बाघ का आतंक बढ़ा था। वर्तमान में भी शीतकाल शुरू होकर बाघ का विचरण बढ़ गया है।
बाघ की चहलकदमी से थम गए वाहनों के पहिये : शहर प्रतिनिधि | चंद्रपुर. बाघों का क्षेत्र जुनोना जंगल से सटे बल्लारपुर-जुनोना मार्ग पर मंगलवार की सुबह एक बड़े बाघ के चहलकदमी से सड़क से गुजर रहे वाहनों के पहिये थम गए। यह वीडियो मंगलवार को सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा था। बता दें कि ताड़ोबा अंधारी बाघ परियोजना के जुनोना जंगल से सड़ा मुख्य मार्ग जुनोना से बल्लारपुर की ओर जाता है। इस मार्ग पर दिन-रात वाहनों का आवामन शुरू रहता है। सड़क के दोनों और घना जंगल है। इस जंगल में बाघों के साथ कई वन्यजीवों का अधिवास है। लेकिन आए दिन यहां के वन्यजीव अपने शिकार के तलाश में सड़कों पर आ रहे हंै। मूल-जुनोना मार्ग पर एक बड़ा बाघ चल रहा था, जिससे वाहनों के पहिये थम गए।
Created On :   15 Jan 2025 4:47 PM IST